कुरुक्षेत्र में नकली नोट छापने का आरोपित 25 हजार के नकली नोटों सहित गिरफ्तार

पुलिस की अपराध शाखा एक ने नकली नोट छापने के आरोपित को 25 हजार रुपये के नकली नोटों के साथ गिरफ्तार किया है। आरोपित के कब्जे से 500-500 रुपये के 50 नोट व बरामद किए हैं। आरोपित को अदालत में पेश किया।

By Manoj KumarEdited By: Publish:Mon, 05 Oct 2020 07:35 PM (IST) Updated:Mon, 05 Oct 2020 07:35 PM (IST)
कुरुक्षेत्र में नकली नोट छापने का आरोपित 25 हजार के नकली नोटों सहित गिरफ्तार
पुलिस ने नकली नोट छापने के आरोपित को 25 हजार रुपये के नकली नोटों के साथ गिरफ्तार किया है

कुरुक्षेत्र, जेएनएन। पुलिस की अपराध शाखा एक ने नकली नोट छापने के आरोपित को 25 हजार रुपये के नकली नोटों के साथ गिरफ्तार किया है। आरोपित के कब्जे से 500-500 रुपये के 50 नोट व बरामद किए हैं। आरोपित को अदालत में पेश किया। अदालत ने उसे पुलिस रिमांड पर भेज दिया है। पुलिस रिमांड के दौरान नोट छापने की मशीन व अन्य सामान बरामद किया जाएगा।

डीएसपी मुख्यालय ममता सौदा ने सोमवार को मीडिया से रूबरू होकर पूरे मामले का पटाक्षेप किया। उन्होंने बताया कि पुलिस की अपराध शाखा एक प्रभारी प्रतीक कुमार के नेतृत्व में पुलिस टीम उमरी चौक के समीप गश्त कर रही थी। पुलिस को गुप्त सूचना मिली कि कैथल के गांव कैलरम निवासी मनोज कुमार तीन-चार माह से दिल्ली में किराए के कमरे में रह रहा है। वह दिल्ली में नकली करंसी नोट छापने का काम करता है। इन नोटों को वह पंजाब व हरियाणा में आकर असल के रूप में चलाता है।

मनोज कुमार काफी मात्रा में नकली नोट अपने साथ लेकर दिल्ली से कुरुक्षेत्र के लिए आ रहा है। पुलिस टीम ने सूचना के आधार पर पैराकीट के पास नाका लगाकर एक व्यक्ति को काबू किया। पूछताछ में उसने अपना नाम मनोज कुमार बताया। तलाशी लेने पर उसके पास से 500-500 के 50 नोट बरामद हुए। पूछताछ में आरोपित ने बताया कि वह दिल्ली के नवादा में किराये के कमरे में नकली नोट छापने का काम करता है। इस धंधे में उसका एक अन्य साथी और शामिल है। आरोपित को अदालत में पेश किया। अदालत ने उसे पुलिस रिमांड पर भेज दिया है।  

हत्या के मामले में भी था शामिल

आरोपित ने पुलिस पूछताछ में स्वीकार किया कि वह अक्टूबर 2019 में जीटी रोड स्थित होटल स्वागतम में एक वेटर की हत्या में शामिल था। वह और उसके कुछ साथी अभी मामले में फरार चल रहे हैं। फरार होने के बाद से पैसे की कमी थी और अपना खर्चा चलाने के लिए अपने एक दोस्त सोनीपत के गांव जागसी निवासी मोहित के पास रहने लग गया। वे नकली नोट तैयार करके उन नोटों से मार्केट से सामान खरीदने के बहाने चला देते थे। मोहित अपने लैपटाप में यह सब तैयार करता था और लैपटाप अपने पास रखता था। डेढ़ साल पहले जींद निवासी पिल्लू जाली नोटों के साथ पकड़ा गया था। मनोज कुमार नोट को स्केन करता था और कटर से जाली नोटों को काटकर तैयार कर देता था। वह सामान मनोज कुमार ने दिल्ली में छुपा कर रखा हुआ है।

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