राधा स्वामी सत्संग व्यास में जिले से सेवा करने जाएंगे 25 हजार सेवादार

जागरण संवाददाता, यमुनानगर : जिला सहारनपुर के पिलखनी गांव में बने नए सत्संग राधा स्वामी सत्संग ब्

By JagranEdited By: Publish:Thu, 25 Jan 2018 05:32 PM (IST) Updated:Thu, 25 Jan 2018 05:32 PM (IST)
राधा स्वामी सत्संग व्यास में जिले से सेवा करने जाएंगे 25 हजार सेवादार
राधा स्वामी सत्संग व्यास में जिले से सेवा करने जाएंगे 25 हजार सेवादार

जागरण संवाददाता, यमुनानगर : जिला सहारनपुर के पिलखनी गांव में बने नए सत्संग राधा स्वामी सत्संग ब्यास में सात फरवरी को डेरा प्रमुख प्रवचन करेंगे। यहां चार से पांच लाख श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है। एक लाख सेवादार विभिन्न जिले आएंगे।

इस दिन सेवा के लिए जिले से 25 हजार सेवादार सेवा करने सत्संग भवन में पहुंचेंगे। पंजाब की तरफ से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए तेजली स्थित सत्संग भवन में ठहरने व भोजन की व्यवस्था की गई है।

पिलखनी गांव में 300 एकड़ में सत्संग भवन का निर्माण किया गया है। डेरा प्रमुख पांच फरवरी को यहां पहुंच जाएंगे। छह फरवरी को खुली जीप में बैठकर श्रद्धालुओं को दर्शन देंगे। सात फरवरी को प्रवचन करेंगे। डेरा प्रमुख के पहली बार आने पर श्रद्धालुओं में उत्साह है। उनके आगमन को लेकर तैयारियां अंतिम चरण में हैं। लाखों श्रद्धालुओं के लिए एक लाख सेवादार सेवा करेंगे। ठहरने व लंगर की व्यवस्था 80 हजार श्रद्धालुओं को जिम्मेदारी दी गई है।

तेजली सत्संग ब्यास में दो हजार करेंगे लंगर सेवा

पंजाब की ओर से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए तेजली में बने राधा स्वामी सत्संग ब्यास में ठहरने की व्यवस्था की गई है। इसके साथ ही लंगर भी दिया जाएगा। सेवा की जिम्मेदारी दो हजार सेवादार संभालेंगे। इसी तरह करनाल, कुरुक्षेत्र, पानीपत की तरफ से आने वाले लोगों के लिए जठलाना स्थित सत्संग ब्यास में ठहरने के प्रबंध किए गए हैं। यहां डेढ़ हजार सेवादार लंगर की कमान सभालेंगे। किसी को कोई दिक्कत न हो सड़क किनारे सेवादार खड़े रहेंगे।

तीन हजार सेवादारों को यातायात संचालन की जिम्मेदारी

लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं के आने के कारण सड़क पर बढ़ने वाले ट्रैफिक संचालन के लिए तीन हजार सेवादारों को जिम्मेदारी दी गई है। इनके साथ पुलिस के जवान भी तैनात रहेंगे। जिले की सड़क से 20 हजार से ज्यादा वाहन गुजरने की संभावना ब्यास अनुयायी जता रहे हैं। इतनी संख्या में वाहनों के आने से जाम लगने के इंकार नहीं किया जा सकता। इसके लिए सेवादारों की जिम्मेदारी तय की जाएगी की जाम न लग पाए। श्रद्धालु आसानी से पिलखनी सत्संग भवन तक पहुंच सकें।

चार लाख श्रद्धालुओं के बैठने की व्यवस्था

बता दें कि पिलखनी में बनाए गए सत्संग ब्यास में चार लाख श्रद्धालुओं के बैठने की व्यवस्था है। इसके लिए पंडाल बनाया गया है। रोजाना यहां विभिन्न राज्यों से 10 हजार कार सेवक आ रहे हैं। कारों के माध्यम से श्रद्धालुओं को बस स्टैंड से लाने व छोड़ने का काम लिया जाएगा। इनके आगे हैल्प लाइन के पर्चे व गाड़ी संख्या लिखी रहेगी।

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