Himachal News: खुशखबरी! HRTC ने केलंग से कारगिल तक शुरू होगी बस सेवा, सफल रहा पहला ट्रायल; ये रहेगी टाइमिंग और रूट

Himachal News हिमाचल पथ परिवहन निगम (HRTC) ने केलंग से जंस्‍कार के लिए बस ट्रायल किया। यह ट्रायल सफल रहा। वहीं लेह में पर्यटन चरम पर है लेकिन जंस्कार घाटी में बहुत कम पर्यटक पहुंचते हैं लेकिन अब शिंकुला होते हुए जंस्कार लाहुल से जुड़ गया है जिस कारण पर्यटन भी बढ़ा है। लद्दाख में तेजी से पर्यटन विकास हो रहा है।

By Jagran NewsEdited By: Himani Sharma Publish:Thu, 20 Jun 2024 05:35 PM (IST) Updated:Thu, 20 Jun 2024 05:50 PM (IST)
Himachal News: खुशखबरी! HRTC ने केलंग से कारगिल तक शुरू होगी बस सेवा, सफल रहा पहला ट्रायल; ये रहेगी टाइमिंग और रूट
सड़क की हालत ठीक होते ही कुछ दिनों में शुरू हो जाएगी बस सेवा

HighLights

  • जल्‍द शुरू होगी बस सेवा
  • बस सेवा शुरू होने से तैनात सैनिकों को मिलेगी राहत
  • पर्यटन कारोबार को लगेंगे पंख

जागरण संवाददाता, शिमला। हिमाचल प्रदेश पथ परिवहन निगम (एचआरटीसी) के नाम एक और सफलता जुड़ने जा रही है। एचआरटीसी ने लाहुल स्पीति के केलंग से कारगिल के लिए बस सेवा शुरू करने का निर्णय लिया है। वीरवार को इस बस का पहला ट्रायल किया गया। यह ट्रायल सफल रहा है।

एचआरटीसी की 37 सीटर बस एचपी 42-3164 केलांग से सुबह 6 बजे ट्रायल के लिए रवाना हुई। बस केलांग से सुबह चली। समुद्र तल से 16 हजार 580 फिट की ऊंचाई वाले शिंकुला दर्रा को पार करते हुए यह बस दोपहर बाद पदम पहुंची। पदम कारगिल जिला का हिस्सा है। इस बस के साथ चालक मनोज कुमार और परिचालक आयुष ठाकुर कार्यरत थे।

लोगों ने जगह-जगह किया स्‍वागत

निगम के प्रबंध निदेशक रोहन चंद द्वारा गठित निरीक्षण कमेटी जिसमे क्षेत्रीय प्रबंधक केलंग राधा देवी, कार्य प्रबंधक कुल्लू आयुष उपाध्याय एवं निरीक्षक मान चंद के अतिरिक्त केलंग क्षेत्र के वरिष्ठ लेखा परीक्षक उमेश शर्मा भी बस के साथ पदम के लिए रवाना हुए। बस 3 बजे पदम पहुंची।

पदम जंसकर पहुंचने पर सदस्यों ने उप मंडलीय अधिकारी पदम रोमिल सिंह से भी मुलाकात की। उनको बस के सफल ट्रायल के बारे में अवगत करवाया। एचआरटीसी अधिकारियों के अनुसार बस पहुंचने पर लोगों ने जगह-जगह इसका स्वागत किया।

स्थानीय लोगों को सुविधा, सैलानियों को मिलेगी सौगात

केलांग से शिंकुला दर्रा होकर पदम पहुंची इस बस को जल्द ही नियमित रूट पर चलाया जाएगा। हालांकि अभी दो से तीन और ट्रायल किए जाएंगे। उसके बाद बस का किराया तय किया जाएगा। करीब 180 किलोमीटर का यह यट है। इसमें 100 किलोमीटर कच्ची सड़क है। जिसे बीआरओ ने बड़े वाहनों के लिए तैयार किया है। भारत का सीमावर्ती क्षेत्र होने के चलते निगम की बस सेवा शुरू होने से यहां तैनात सैनिकों को आवाजाही करने में सुविधा प्राप्त होगी।

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इसके साथ स्थानीय लोगों को आवाजाही की सुविधा मिलेगी। यही नहीं पर्यटन के लिए भी यह बस सेवा सबसे महत्वपूर्ण है। बस सेवा शुरू होने से सैलानियों के लिए भी आना-जाना आसान हो जाएगा। गर्मियों के सीजन में बारालाचा और शिंकुला दर्रे में पर्यटकों की रौनक रहती है। लद्दाख की अपनी सार्वजनिक परिवहन बस सेवा नहीं है। करगिल विकास प्राधिकरण के आग्रह पर एचआरटीसी ने केलांग से यह बस सेवा शुरू करने का निर्णय लिया है।

लेह से पदम के लिए एचआरटीसी की बस का पहला ट्रायल वीरवार को किया गया। 37 सीटर बस को ट्रायल के लिए भेजा गया था। पहला ट्रायल सफल रहा है। अभी दोबारा बस को ट्रायल पर भेजा जाएगा। ट्रायल पूरे होने के बाद ही किराया तय कर नियमित रूप से बस चलाई जाएगी। -रोहन चंद ठाकुर, एमडी, एचआरटीसी

चार जगह खराब पाई गई सड़क

एचआरटीसी केलंग डिपो ने बस का ट्रायल किया। हालांकि बस जंस्कार पहुंच गई लेकिन चार जगह सड़क खराब पाई गई। एक जगह तो मोड़ तंग होने के कारण बस तीन चार बार आगे पीछे करनी पड़ी जबकि कुछ जगह बस चढ़ नहीं पाई। एचआरटीसी केलंग ने बस ट्रायल की रिपोर्ट आला अधिकारियों को भेज दी है जबकि बीआरओ से भी चार जगह चिन्हित की गई सड़क को ठीक करने की बात कही।

कारगिल विकास प्राधिकरण ने किया था आग्रह

कारगिल विकास प्राधिकरण ने एचआरटीसी से बस के संचालन का आग्रह किया था। ऐसा पहली बार है, जब एचआरटीसी बस केलांग से दारचा और शिंकुला दर्रे से जांस्कर घाटी होते हुए पददुम तक पहुंचेगी। लद्दाख हिमाचल प्रदेश के लाहुल-स्पीति जिले का सीमावर्ती क्षेत्र है। केलंग से शिंकुला दर्रा होकर जांस्कर घाटी के लिए बीआरओ ने बड़े वाहनों के लिए सड़क तैयार की है। भारत का सीमावर्ती क्षेत्र होने के चलते निगम की बस सेवा शुरू होने से यहां तैनात सैनिकों को आवाजाही करने में सुविधा प्राप्त होगी।

लेह में चरम पर पर्यटन

दूसरी ओर हालांकि लेह में पर्यटन चरम पर है लेकिन जंस्कार घाटी में बहुत कम पर्यटक पहुंचते हैं लेकिन अब शिंकुला होते हुए जंस्कार लाहुल से जुड़ गया है जिस कारण पर्यटन भी बढ़ा है। लद्दाख में तेजी से पर्यटन विकास हो रहा है, ऐसे में बस सेवा शुरू होने से सैलानियों के लिए भी आना-जाना आसान हो जाएगा।

गर्मियों के सीजन में बारालाचा और शिंकुला दर्रे में पर्यटकों की रौनक रहती है। अक्तूबर 2019 तक जम्मू-कश्मीर स्टेट ट्रांसपोर्ट कारपोरेशन की बसें यहां चलती थीं। लेकिन लद्दाख को केंद्र शासित प्रदेश का दर्जा मिलने के बाद बस सेवा बंद कर दी गई। बीते करीब पांच सालों से लद्दाख में सार्वजनिक परिवहन बस सेवा उपलब्ध नहीं है। लद्दाख के लोगों को सार्वजनिक परिवहन बस सेवा उपलब्ध करवाना एचआरटीसी के लिए बड़ी उपलब्धि होगी।

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करगिल विकास प्राधिकरण के आग्रह पर केलांग से कारगिल बस सेवा चलाने की तैयारी है। दारचा, शिंकुला होते हुए पदम तक बस चलेगी। आज 37 सीटर बस का ट्रायल किया गया है। चार जगह सड़क की हालत सही नहीं पाई गई है। आला अधिकारियों को ट्रायल की रिपोर्ट दे दी है। बीआरओ से भी खराब सड़क को सुधारने का आग्रह किया है। सड़क की हालत ठीक होते ही सामरिक महत्व और पर्यटन विकास की दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण यह बस सेवा जल्द शुरु कर दी जाएगी। -राधा देवी आरएम एचआरटीसी केलंग

लद्दाख का हिमाचल से घनिष्ठ संबंध है। जंस्कार के अधिकतर लोग कुल्लू मनाली में रहते हैं। जम्मू और दिल्ली जाने को भी हिमाचल से होकर सफर करते हैं। केलांग से कारगिल करीब 160 किलोमीटर है। एचआरटीसी विश्वसनीय बस सेवा है। इसलिए कारगिल के लिए बस सेवा शुरू करने का आग्रह किया गया है। -पुंचोक ताशी, डिप्टी मिनिस्टर, स्वायत्त पहाड़ी विकास परिषद, कारगिल, लद्दाख

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