Himachal News: अब मलबे में फंसे लोगों की जान बचाना आसान, लाइफ डिटेक्टर डिवाइस बताएगा लोकेशन; जानें और क्‍या कुछ है खास

Himachal News हिमाचल प्रदेश में मलबे में फंसे लोगों की जान बचाना अब आसान है। लाइफ डिटेक्‍टर डिवाइस (Life Detector Device) की सहायता से लोगों की लोकेशन की जानकारी मिलेगी। ऐसे में इस बार अगर बरसात में कहीं मलबे की चपेट में कोई व्यक्ति आ जाता है तो इस सेंसरयुक्त उपकरण से उसकी लोकेशन तलाशी जाएगी। इस डिवाइस में करीब छह सेंसर हैं।

By Jagran NewsEdited By: Himani Sharma Publish:Mon, 01 Jul 2024 01:37 PM (IST) Updated:Mon, 01 Jul 2024 01:37 PM (IST)
Himachal News: अब मलबे में फंसे लोगों की जान बचाना आसान, लाइफ डिटेक्टर डिवाइस बताएगा लोकेशन; जानें और क्‍या कुछ है खास
मलबे में दबे लोगों का पता लगाएगा लाइफ डिटेक्टर डिवाइस

HighLights

  • लाइफ डिटेक्‍टर डिवाइस में हैं छह सेंसर
  • 30-30 फीट की हैं तीन सेंसर की तारें
  • आपदा के समय चार्जिंग की भी नहीं होगी दिक्‍कत

मुकेश मेहरा, मंडी। अगर भूस्खलन या फिर किसी और कारण से कोई व्यक्ति मलबे में दब गया है तो उसका पता लगाकर उसकी जान बचाना आसान होगा। जिला मंडी प्रशासन ने राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) को एक सेंसरयुक्त उपकरण लाइफ डिटेक्टर डिवाइस (Life Detector Device) दिया है।

सेंसर युक्त यह डिवाइस 30 फीट दूरी तक मलबे में दबे व्यक्ति के बारे में पता कर सकता है और उसके बाद उसे बचाने के लिए तुरंत कार्रवाई अमल में लाई जा सकती है।

जुलाई में आई आपदा में मलबे में दब गए थे कई लोग

जुलाई 2023 में आई आपदा में कई लोग मलबे में दब गए थे और आठ लोगों को जान गंवानी भी पड़ी थी। एसडीआरएफ की टीम को संवेदनशील क्षेत्रों में पहले ही अलर्ट पर रखा गया है। ऐसे में इस बार अगर बरसात में कहीं मलबे की चपेट में कोई व्यक्ति आ जाता है तो इस सेंसरयुक्त उपकरण से उसकी लोकेशन तलाशी जाएगी।

डिवाइस में हैं छह सेंसर

इस डिवाइस में छह सेंसर लगे हैं। तीन तार वाले और तीन बिना तार वाले। इसके तीन सेंसर की तारें 30-30 फीट की हैं। अगर वायरलेस सिस्टम में दिक्कत आए तो इसका इस्तेमाल होगा। ऐसे में मलबे के अंदर दबा व्यक्ति अंदर अपने बचाव के लिए कोई भी हलचल करता है तो उससे उत्पन्न होने वाली तरंगों को इस डिवाइस के सेंसर पकड़ लेंगे हैं।

यह भी पढ़ें: Himachal By-Election: प्रतिष्ठा का सवाल बन चुका है देहरा का उपचुनाव, सीएम सुक्खू ने खुद संभाली कमान; भाजपा की तिकड़ी भी सक्रिय

इससे उस व्यक्ति के सही स्थान का पता चल जाएगा और उसे निकालने के लिए कार्रवाई तुरंत आरंभ हो जाएगी। इस डिवाइस को सैल से भी चलाया जा सकता है ताकि आपदा के समय चार्जिंग की दिक्कत न रहे।

खाई में गिरे लोगों का भी लगेगा पता

इस डिवाइस का लाभ यह है कि अगर कोई व्यक्ति खाई में गिर जाता है तो उसकी लोकेशन भी आसानी से पता लग जाएगी। यही नहीं उस तक इस डिवाइस के माइक को पहुंचाया जाएगा और वह जो भी अपनी स्थिति बताएगा, उस आधार पर एसडीआरएफ की टीमें सामान लेकर उसे बचाने के लिए उतरेंगी।

इस बार आपदा में जान हानि न हो, इसके लिए एसडीआरएफ की टीम को लाइफ डिटेक्टर डिवाइस मुहैया करवाया गया है। आपदा प्रबंधन में लगी टीमों को उनकी मांग के अनुसार सामान दिया जा रहा है। -अपूर्व देवगन, उपायुक्त मंडी।

chat bot
आपका साथी