Amarnath Yatra कौन कर सकता है? किन बातों का रखना होता है सबसे ज्यादा ध्यान .... यहां पढ़ें यात्रा से जुड़े खास नियम
कल यानी 29 तारीख से श्रद्धालु बाबा अमरनाथ (Amarnath Yatra 2024) के दर्शन कर सकते हैं। ऐसे में यात्रा को लेकर श्रद्धालुओं के बीच काफी उत्साह है। यदि आप भी अमरनाथ यात्रा का प्लान कर रहे हैं तो कुछ नियमों का आपको सावधानीपूर्वक ध्यान रखना होगा। इस लेख में हम उन्हीं नियमों की चर्चा करेंगे तथा जानेंगे कि किन तरीकों से यात्रा को आसान बनाया जा सकता है।
![Amarnath Yatra कौन कर सकता है? किन बातों का रखना होता है सबसे ज्यादा ध्यान .... यहां पढ़ें यात्रा से जुड़े खास नियम](https://www.jagranimages.com/images/newimg/28062024/28_06_2024-amarnath_yatra_photos_23748367_173817309_m.webp)
HighLights
- अमरनाथ यात्रा के लिए जरूरी है कि आपकी उम्र 13 से ऊपर हो
- यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं को सलाह दी जाती है कि वे नंगे पैर न चलें
- यात्रा के दौरान खाली पेट यात्रा करने से श्रद्धालु को बचना चाहिए
डिजिटल डेस्क, श्रीनगर। Amarnath Yatra route: जम्मू-कश्मीर में अमरनाथ यात्रा कल से शुरू हो जाएगी। यह तीर्थ यात्रा काफी कठिन मानी जाती है। ऐसे में बाबा बर्फानी के दर्शन करने जा रहे श्रद्धालुओं के लिए यह जानना जरूरी है कि अमरनाथ यात्रा (Amarnath Yatra registration) के समय किन-किन बातों का ध्यान रखना चाहिए और सबसे अहम यात्रा के लिए किसे अनुमति दी जाती है और किसे नहीं।
चलिए अमरनाथ यात्रा (Amarnath Yatra information) से जुड़े कुछ अहम नियमों की चर्चा करते हैं...
अमरनाथ यात्रा कौन-कौन कर सकता है
सबसे पहले हम यह जानना चाहिए कि बाबा बर्फानी के दर्शन कौन कर सकता है और कौन नहीं। गौरतलब है कि अमरनाथ श्राइन बोर्ड हर किसी को यात्रा करने की अनुमति नहीं देता।
इसका सिर्फ एक ही कारण है कि बाबा बर्फानी जहां ठहरे हैं, वह रास्ता काफी मुश्किलों से भरा हुआ है। यात्रा के दौरान ऑक्सीजन से लेकर जटिल रास्तों सहित श्रद्धालु के लिए हर मोड़ पर कई चुनौतियां सामने आती हैं।
इन नियमों का रखें खास ख्याल
अमरनाथ श्राइन बोर्ड ने कुछ ऐसे नियम भी श्रद्धालुओं के लिए बनाए हैं, जिन पर अमल किया जाए तो यात्रा को बेहतर और सुगम बनाया जा सकता है। शारीरिक तंदुरुस्ती के साथ यात्रा की तैयारी करें। यात्रा से कम से कम एक महीने पहले, प्रतिदिन लगभग 4-5 किलोमीटर की सुबह/शाम की सैर शुरू करनी चाहिए। शरीर की ऑक्सीजन दक्षता में सुधार के लिए गहरी सांस लेने के व्यायाम और योग करें। कोई डॉक्टरी समस्या है तो उच्च ऊंचाई पर जाने से पहले अपने डॉक्टर से आवश्यक जांच जरूर करवाएं। डिहाइड्रेशन और सिरदर्द से निपटने के लिए खूब सारा पानी पिएं। यात्रा से पहले अपनी सामान्य क्षमता से अधिक परिश्रम करने से बचें। यात्रा के समय यदि आपको उच्च ऊंचाई की बीमारी के लक्षण दिखाई देने लगें, तो तुरंत नीचे उतर जाएं।