Jammu-Kashmir News: चीन ने किया आक्रमण तो देंगे मुंहतोड़ जवाब: लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी

भारतीय सेना के उत्तरी कमान के कमांडिंग इन चीफ लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने एक अलंकरण समारोह में कहा कि भारतीय सेना लद्दाख सेक्टर में चीन के किसी भी आक्रामक मंसूबे का जवाब देने के लिए तैयार हैं।

By Jagran NewsEdited By:
Updated: Tue, 07 Feb 2023 03:08 PM (IST)
Jammu-Kashmir News: चीन ने किया आक्रमण तो देंगे मुंहतोड़ जवाब: लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी
चीन ने किया आक्रमण तो देंगे मुंहतोड़ जवाब: लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी

श्रीनगर, पीटीआई । भारतीय सेना के उत्तरी कमान के कमांडिंग इन चीफ लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने एक अलंकरण समारोह में कहा कि वह लद्दाख सेक्टर में चीन के किसी भी आक्रामक मंसूबे का जवाब देने के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि किसी भी प्रकार के आक्रमण को पूर्ण तालमेल के साथ मजबूत इरादे से मुकाबला किया जाएगा। उन्होंने कहा कि राजनयिक और परिचालन स्तर पर वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) की स्थिति को हल करने के उपाय भी साथ-साथ चल रहे हैं।

भारतीय सेना हर चुनौती के सामना करने को है तैयार 

कमांडिंग इन चीफ लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने कहा कि "मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि पूर्वी लद्दाख में एलएसी पर गश्त और तकनीकी माध्यमों से वर्चस्व कायम किया जा रहा है और हमारी क्षेत्रीय अखंडता सुनिश्चित की जा रही है।" द्विवेदी ने कहा कि उत्तरी कमान लगातार बढ़ते खतरों और चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार और मनोबल की उच्च स्थिति में है।

राष्ट्रीय हितों के लिए सभी आवश्यक कदम उठाएंगे

उन्होंने कहा कि "जम्मू, कश्मीर और लद्दाख में सुरक्षा की स्थिति, इलाके और परिचालन गतिशीलता में विशेष रूप से उत्तरी और पश्चिमी सीमाओं पर विभिन्न विरोधियों से कई चुनौतियों का सामना करती है। हम राष्ट्र की लोकतांत्रिक परंपराओं को बरकरार रखते हुए भारत की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध हैं।" उन्होंने कहा कि हम सभी घटनाक्रमों की निगरानी कर रहे हैं और अपने राष्ट्रीय हितों की रक्षा के लिए सभी आवश्यक कदम उठाएंगे।

भारतीय सेना ने हर चुनौती का सामना किया है 

सेना कमांडर ने कहा कि सेना भविष्य में किसी भी चुनौती से निपटने के लिए तैयार है और क्षेत्र के लोगों की बेहतरी के लिए हमेशा काम करेगी। उन्होंने कहा, "पिछले दो वर्षों में धारा 370 को निरस्त करने, गालवान संघर्ष और कोविड-19 की कई लहरों के मद्देनजर नई चुनौतियां सामने आई हैं।" इन चुनौतियों ने केवल हमारी प्रतिबद्धता दृढ़ रहने के हमारे संकल्प को मजबूत करने का काम किया है।