Jammu Kashmir में जल्द दौड़ेगी वंदे भारत ट्रेन, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने किया ऐलान

Jammu Kashmir जम्मू-कश्मीर में साल 2024 तक वंदे भारत ट्रेन दौड़ने लगेगी। केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने शनिवार को ऐलान किया कि जल्द ही घाटी के कोने-कोने में रेल कनेक्टिविटी होगी। उन्होंने कहा कि जम्मू-श्रीनगर रेल लिंक इस साल के अंत तक खुल जाएगा।

By Jagran NewsEdited By:
Updated: Sat, 25 Mar 2023 04:14 PM (IST)
Jammu Kashmir में जल्द दौड़ेगी वंदे भारत ट्रेन,  रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने किया ऐलान
Jammu Kashmir में जल्द दौड़ेगी वंदे भारत ट्रेन, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने किया ऐलान

श्रीनगर, आईएएनएस। केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव शनिवार को जम्मू-कश्मीर पहुंचे। केंद्रीय रेल मंत्री ने इस दौरान ऐलान किया कि जम्मू-कश्मीर में 2024 तक वंदे भारत ट्रेन होगी। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में अगले साल वंदे भारत ट्रेनें चलेंगी क्योंकि जम्मू-श्रीनगर रेल लिंक इस साल के अंत तक खुल जाएगा।

घाटी के कोने-कोने में दौड़ेगी रेल

बारामूला में एक आधिकारिक समारोह में केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव शामिल हो। इस दौरान पत्रकारों से बात करते हुए रेल मंत्री ने कहा कि कुपवाड़ा जिले के अलावा दो और गंतव्यों को जल्द ही रेलवे से जोड़ा जाएगा। जम्मू-कश्मीर में अब रेल सेवा को बेहतर किया जाएगा। आम जनता को परेशानी न हो इसके लिए अब रेल से सभी क्षेत्रों को जोड़ा जाएगा।

अश्विनी वैष्णव ने कहा कि टेलीफोन कनेक्टिविटी, डबल लाइन, सेब व्यापार, सीमेंट और फार्मास्युटिकल व्यापार और पार्सल सेवाओं को साल के अंत तक रेल लिंक के माध्यम से सुनिश्चित किया जाएगा। इस साल के अंत तक जनता को सभी सेवाएं मिलेगी। अब जम्मू-कश्मीर में लोगों के आवागमन के लिए रेल सेवा बेहतर की जाएगी, जिससे पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। 

दुनिया का सबसे ऊंचा रेलवे पुल तैयार

उल्लेखनीय है कि हाल ही में चिनाब नदी पर रेलवे पुल पर चलने वाली एक छोटी ट्रेन की शुरुआत हुई थी। यह चिनाब पर बनने वाले सबसे ऊंचे पुल का ही एक हिस्सा था। लगभग 1,400 करोड़ रुपये की लागत से बना यह पुल भारत के इतिहास में सबसे चुनौतीपूर्ण पुल होगा। सिविल इंजीनियर के लिए यह पुल एक बड़ी चुनौती होती है।

चिनाब रेल ब्रिज का निर्माण लगभग पूरा हो गया है, अब इस पर रेल की पटरी बिछाने का काम चालू है। यह दुनिया का सबसे ऊंचा रेलवे पुल है। 359 मीटर की ऊंचाई पर बना 1.315 किलोमीटर लंबा यह पुल पूरे एफिल टॉवर (330 मीटर लंबा) और इसके नीचे लगभग 10 मंजिला ऊंची इमारत में फिट हो सकता है।