जम्मूतवी एक्सप्रेस के दरवाजे पर ली झपकी, पुल से लगभग 100 फीट नीचे कोयल नदी में गिरा यात्री, मौके पर पहुंची RPF

ट्रेन के दरवाजे पर खड़ा होना या इसकी सीढ़ियों पर बैठकर सफर करना काफी जोखिम भरा होता है। कई बार थोड़ी सी असावधानी जानलेवा साबित हो सकती है। कुछ ऐसा ही 18102 जम्मूतवी-टाटा एक्सप्रेस में हुआ। जब ट्रेन कोयल नदी को पार कर रही थी तभी दरवाजे पर खड़े यात्री ने झपकी ली और एकाएक नीचे गिर गया। हालांकि गनीमत रही कि उसकी जान गई।

By Jagran NewsEdited By: Publish:Thu, 28 Sep 2023 10:13 AM (IST) Updated:Thu, 28 Sep 2023 04:05 PM (IST)
जम्मूतवी एक्सप्रेस के दरवाजे पर ली झपकी, पुल से लगभग 100 फीट नीचे कोयल नदी में गिरा यात्री, मौके पर पहुंची RPF
पुल को पार करती एक ट्रेन की फाइल फोटो।

संवाद सूत्र विश्रामपुर (पलामू)। रेलवे सुरक्षा बल के जवानों ने रेस्क्यू कर यात्री की जान बचाई है। जवानों ने कोयल नदी की बीच धार में फंसे यात्री को रस्सी के सहारे 60 फुट की ऊंचाई तक खींच कर निकाला है। उसके बाद घायल यात्री को इलाज के लिए विश्रामपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया। जहां प्राथमिक उपचार के उपरांत यात्री को छोड़ दिया गया।

झपकी लेते वक्‍त ट्रेन से नीचे गिरे

पूरा मामला पलामू जिला अंतर्गत गढ़वा रोड जंक्शन- गढ़वा स्टेशन रेलखंड पर अवस्थित कोयल नदी रेल पुल का है, जिससे बोकारो जिला अंतर्गत बड़की गांव के रहने वाले मनोज करमाली (22 साल) नीचे गिर गए।

दरअसल, मनोज करमाली हटिया-जम्मूतवी एक्सप्रेस से दिल्ली जा रहे थे। रामगढ़ रेलवे स्टेशन पर जनरल बोगी में चढ़ने पर सीट नहीं मिली, तो वह गेट पर बैठकर यात्रा करने लगे।

गेट के बैठकर यात्रा करने के दौरान उनको नींद आ गई और वह 26-27 सितंबर की रात एक बजे के करीब गढ़वा रोड रेल पुल दो से नीचे गिर गए।

बचाने के लिए शोर मचाना शुरू किया

हालांकि जहां वह गिरे, वहां पर पानी नही बालू था। वह रात भर सुबह होने का इंतजार करते रहें। सुबह होने पर उन्होंने अपने आप को नदी की दो धार के बीच फंसा हुआ पाया। उसके बाद उसने बचाने के लिए शोरगुल करना शुरू कर दिया। जिस कारण रेलवे की पैट्रोलिंग टीम की नजर उस पर पड़ी।

रेलवे की पैट्रोलिंग टीम ने इसकी सूचना रेलवे सुरक्षा बल को दी। रेलवे सुरक्षा बल की टीम कोयल पुल पर पहुंची और रेस्क्यू अभियान शुरू किया। कई घंटे की मशक्कत के बाद रस्सी के सहारे 60 फुट ऊंचे पुल पर लाने में सफलता मिली।

काफी मशक्‍कत के बाद ऊपर लाए गए मनोज

हालांकि, नदी के गीले बालू पर गिरने के कारण मनोज को ज्यादा चोट नहीं लगी थी। उसके बाद उसको इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के उपरांत बुधवार की देर शाम उसको छोड़ दिया गया। जहां से उसके पिता उसको अपने साथ घर ले गए।

रेलवे सुरक्षा बल के इंस्‍पेक्टर बनारसी यादव ने बताया कि रेल में यात्रा करने के दौरान एक यात्री गढ़वा रेलपुल के नीचे गिर गया था।

जिसके बाद तीन सदस्यीय आरपीएफ की टीम वहां पहुंची और उसको कोयल नदी से निकालने का कार्य किया। यात्री को नदी के बीच से निकालकर इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया। जहां इलाज के उपरांत उसको छोड़ दिया गया।

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कैद व जुर्माने का है प्रविधान

ट्रेन के दरवाजे पर बैठकर यात्रा करने पर रेलवे अधिनियम की धारा 156 के तहत तीन महीने की कैद या पांच सौ रुपये जुर्माना या दोनों हो सकता है। रेलवे ने यात्रियों से आग्रह किया है कि ऐसा करने से बचें।

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