अब रेलवे यूनियनों को भी डराने लगी ईवीएम, यूनियन बैलेट से चुनाव के पक्ष में

रेलवे यूनियनों की मान्यता को लेकर अधिकारिक तौर पर घोषणा भले ही न हुई हो, पर यूनियनों के बीच चुनावी बिगुल बज चुका है।

By Deepak PandeyEdited By: Publish:Fri, 05 Oct 2018 12:37 PM (IST) Updated:Fri, 05 Oct 2018 12:37 PM (IST)
अब रेलवे यूनियनों को भी डराने लगी ईवीएम, यूनियन बैलेट से चुनाव के पक्ष में
अब रेलवे यूनियनों को भी डराने लगी ईवीएम, यूनियन बैलेट से चुनाव के पक्ष में

जागरण संवाददाता, धनबाद: रेलवे यूनियनों की मान्यता को लेकर अधिकारिक तौर पर घोषणा भले ही न हुई हो, पर यूनियनों के बीच चुनावी बिगुल बज चुका है। अगले साल 25, 26 और 27 मार्च को चुनाव की संभावित तिथि की घोषणा की गई है। 35 फीसद वोट हासिल करने वाले फेडरेशन को मान्यता देने का प्रावधान है जिसे पूर्ववत रखा गया है, पर इस बात की अटकलें तेज हो गई हैं कि रेलवे यूनियन का चुनाव भी पहली बार इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन यानी ईवीएम से होगा। इसे लेकर यूनियनों में घबराहट है। यहां तक कि पिछले 2013 में जीत का सेहरा बांध चुकी ईस्ट सेंट्रल रेलवे कर्मचारी यूनियन भी बैलेट पेपर से चुनाव के पक्ष में है।

फैक्ट फाइल

2013 में धनबाद रेल मंडल में किस यूनियन को कितने वोट मिले

ईस्ट सेंट्रल रेलवे कर्मचारी यूनियन - 6643

ईस्ट सेंट्रल रेलवे इंप्लाईज यूनियन - 2014

ईस्ट सेंट्रल रेलवे मजदूर यूनियन - 1887

ईस्ट सेंट्रल रेलवे मेंस कांग्रेस - 4118

पूर्व मध्य रेल मजदूर संघ - 969

कुल मतदान - 15631

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2013 में पूर्व मध्य रेल के कुल मतदाता - 73504

कुल मतदान - 59352

पूर्व मध्य रेल जोन में किस यूनियन को मिले थे कितने वोट

ईस्ट सेंट्रल रेलवे कर्मचारी यूनियन - 23612

ईस्ट सेंट्रल रेलवे इंप्लाईज यूनियन - 5874

ईस्ट सेंट्रल रेलवे मजदूर यूनियन - 9348

ईस्ट सेंट्रल रेलवे मेंस कांग्रेस - 16919

पूर्व मध्य रेल मजदूर संघ - 3559

कर्मचारियों को आइकार्ड उपलब्ध कराने का निर्देश: यूनियन चुनाव को लेकर रेलवे ने भी तैयारी शुरू कर दी है। पूर्व मध्य रेल के कार्मिक विभाग ने धनबाद रेल मंडल के कर्मचारियों को आइकार्ड उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है। मुख्यालय से जारी पत्र में कहा गया है कि कर्मचारियों को आइकार्ड जारी किया जाए, क्योंकि उसके बगैर मतदान की अनुमति नहीं दी जाएगी।

''संबंधित निर्णय रेलवे बोर्ड स्तर पर लिया जाएगा। पर कर्मचारियों के लिए पुरानी बैलेट पेपर वाली व्यवस्था ही बेहतर है।''

- प्रेम शंकर चतुर्वेदी, जोनल सचिव, नेशनल फेडरेशन ऑफ इंडियन रेलवेमेन

''यूनियन कर्मचारी हित में किए गए कार्यों को लेकर चुनावी मैदान में उतरेगी। जहां तक वोटिंग का सवाल है तो बैलेट पेपर ही होना चाहिए।''

- डीके पांडेय, अपर महामंत्री, ईस्ट सेंट्रल रेलवे कर्मचारी यूनियन

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