Indian Railways: कोरोना के मोर्चे से वापस पटरी पर लौटेंगे कोच, ट्रेनों के परिचालन को मिलेगी गति

धनबाद रेल मंडल ने 30 स्लीपर कोच को कोविड कोच के रूप में तैयार किया था। इसके लिए स्लीपर कोच की बीच वाली सीट को खोलकर हटा दिया गया था। एक ओर के टॉयलेट को स्नानागार बनाया गया था। आपात परिस्थितियों में इलाज की तमाम सुविधाएं बहाल की गई थी।

By MritunjayEdited By: Publish:Sat, 06 Feb 2021 11:07 AM (IST) Updated:Sat, 06 Feb 2021 09:24 PM (IST)
Indian Railways: कोरोना के मोर्चे से वापस पटरी पर लौटेंगे कोच, ट्रेनों के परिचालन को मिलेगी गति
आइसोलेशन वार्ड में परिवर्तित कोचों को फिर से पटरी पर लाने के लिए तैयार किया जा रहा ( फाइल फोटो)।

धनबाद, जेएनएन। धनबाद से खुलने वाली कुछ और यात्री ट्रेनें जल्द ही पटरी पर लौट सकती हैं। रेलवे ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है। कोरोना काल की शुरुआत के साथ पिछले साल मार्च में रेलवे ने यात्री डिब्बों को कोविड कोच में बदल दिया था। अब 11 महीने बाद उन सभी कोविड कोच को खोलने का आदेश जारी हो गया है। रेल मंत्रालय से दिशा-निर्देश मिलने के बाद धनबाद कोचिंग डिपो में खड़े कोविड कोच खोले जा रहे हैं। उन सभी कोच का उपयोग अब पहले की तरह यात्री ट्रेनों में होगा।

रेलवे को मिल जाएंगे 30 अतिरिक्त स्लीपर कोच

धनबाद रेल मंडल ने 30 स्लीपर कोच को कोविड कोच के रूप में तैयार किया था। इसके लिए स्लीपर कोच की बीच वाली सीट को खोलकर हटा दिया गया था। एक ओर के टॉयलेट को स्नानागार बनाया गया था। ऑक्सीजन सिलेंडर समेत आपात परिस्थितियों में इलाज की अन्य तमाम सुविधाएं बहाल की गई थी। हालांकि पूरे कोविड काल में एक भी कोच का इस्तेमाल नहीं किया गया। 10 कोविड कोच उत्तर प्रदेश सरकार ने मांगे थे। कोच भेजे भी गए पर खड़ा करने की जगह नहीं रहने से बरकाकाना में ही रोक दिया गया। अब एक-एक कर सभी कोच को पहले की तरह बनाया जा रहा है। सभी कोच खुल जाने से रेलवे को 30 अतिरिक्त स्लीपर कोच मिल जाएंगे।

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