दुमका से भागे भाई बहन रांची में मिले

सोमवार की शाम से लापता चचेरे भाई-बहन मिल गये हैं। दोनों को बुधवार को

By JagranEdited By:
Updated: Wed, 23 Mar 2022 07:26 PM (IST)
दुमका से भागे भाई बहन रांची में मिले
दुमका से भागे भाई बहन रांची में मिले

दुमका से भागे भाई बहन रांची में मिले

सीडब्ल्यूसी ने बच्चों को अभिावकों के हवाले किया

फोटो 024

जागरण संवाददाता, दुमका: नगर थाना क्षेत्र से सोमवार शाम से लापता चचेरे भाई-बहन को बुधवार को चाइल्डलाइन ने बाल कल्याण समिति (सीडब्ल्यूसी) के समक्ष प्रस्तुत किया गया। सदस्य रंजन कुमार सिन्हा, डा. राज कुमार उपाध्याय एवं कुमारी विजय लक्ष्मी ने बालक, बालिका और उनके माता पिता का बयान दर्ज किया। दोनों बच्चों ने समिति को बताया कि वे ट्रेन से रांची चले गए। किताब खरीदने के नाम पर 2200 रुपये लेकर सोमवार शाम घर से निकले और दुधानी टावर चौक से आटो में बैठकर रेलवे स्टेशन गए। आटो में ही दोनों ने मोबाइल फोन का सिम निकलकर तोड़ दिया, ताकि लोकेशन का पता नहीं चले। शाम में वापस नहीं आने पर स्वजनों ने खोजबीन की। दुमका-रांची इंटरसिटी के हरेक बोगी में खोजा पर वे नहीं मिले। परेशान होकर बालिका के पिता ने भीख मंगवाने के लिए दोनों का अपहरण किए जाने की आशंका जताते हुए नगर थाना में प्राथमिकी भी दर्ज कराई। दरअसल दोनों बच्चे इंटरसिटी ट्रेन से पहले खुलने वाले एक लोकल ट्रेन में बैठकर देवघर चले गए और और वहां वेटिंग रूम में रात बिताने के बाद 22 मार्च की सुबह 4.40 बजे ट्रेन में बैठकर रांची निकल गए। पंजाबी जायका रेस्टोरेंट में खाना खाया और फिर एक होटल में चले गए। होटल मालिक ने दोनों बच्चों के बारे में रांची में रहनेवाली उसके रिश्ते की बुआ को जानकारी दे दी। बुआ दोनों को होटल से घर ले गइ्र और परिवार वालों को इसकी सूचना दी। बोकारो में रहनेवाली उसकी अपनी बुआ रांची से लेकर घर आई। काउनसेलिंग के दौरान यह बात भी सामने आयी कि बालिका डांस में अपना करियर बनाना चाहती थी और किसी के बहकावे में आकर वह बिना बताए घर से निकल गई थी। दोनों ने बताया कि रांची पहुंचने तक अधिकांश रुपये खर्च हो चुके थे। अभिभावकों ने बच्चों के बेहतर देखभाल करने और भविष्य में ऐसी घटना की पुनरावृत्ति नहीं होने देने का भरोसा देते हुए बच्चों को अपने साथ घर ले जाने की इच्छा जताई।