JEE Main Scam 2021 : जमशेदपुर से हैक होते थे परीक्षा केंद्र के कंप्यूटर, राज्य के कई iON Centres भी जांच के दायरे में

JEE Main Scam 2021 जेईई मेन फर्जीवाड़ा ने सभी को चौंका दिया है। अब इसमें बड़ा खुलासा यह है कि पूरा रैकेट संगठित रूप से चलाया जा रहा था। इसमें टीसीएस इयोन के परीक्षा केंद्र के सुपरवाइजर से लेकर चपरासी तक मिले हुए थे। जानिए कैसे होता था खेल...

By Jitendra SinghEdited By: Publish:Wed, 08 Sep 2021 06:00 AM (IST) Updated:Wed, 08 Sep 2021 07:20 AM (IST)
JEE Main Scam 2021 : जमशेदपुर से हैक होते थे परीक्षा केंद्र के कंप्यूटर, राज्य के कई iON Centres भी जांच के दायरे में
Jharkhand के कई iON Centres भी जांच के दायरे में।

जमशेदपुर, जागरण संवाददाता। जेईई मेन फर्जीवाड़ा में नित नए खुलासे हो रहे हैं। मंगलवार को इस मामले में सीबीआई हरियाणा के सोनीपत के एक निजी कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग में कार्यरत दो लैब तकनीशियन, एक सहायक प्रोफेसर और एक चपरासी सहित सात को गिरफ्तार किया है। सीबीआई पूछताछ में यह पता चला है कि जमशेदपुर से ही इयोन परीक्षा केंद्र में लगे परीक्षार्थी के कंप्यूटर को हैक कर लिया जाता था। उधर, जमशेदपुर सहित झारखंड के कई इयोन टेस्ट सेंटर सीबीआई की जांच के दायरे में है। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी की परीक्षाओं का आयोजन टीसीएस के इयोन सेंटर में ही आयोजित होते हैं।

गौरतलब है कि सीबीआई को आदित्यपुर का रहने वाला रंजीत शर्मा की भी इसी मामले में तलाश है। रंजीत वर्मा सीबीआई रेड पड़ने से पहले ही फरार हो गया था। सीबीआई ने रंजीत के रिश्तेदार सोनू ठाकुर को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। आरोपित रंजीत सोनू ठाकुर के बैंक अकाउंट से ही बड़ी धनराशि का लेन देन करता था।

सीबीआई ने अपनी जांच में पाया है कि सोनीपत केंद्र में परीक्षा कंसोल और कंप्यूटर झारखंड के जमशेदपुर जैसे स्थानों से हैक किए गए और रिमोट से नियंत्रित किए गए थे। सोनीपत केंद्र के गिरफ्तार स्टाफ सदस्यों ने कथित तौर पर पैसे के एवज में हैकिंग में मदद की है। परीक्षा में सफल होने और एनआइटी में सीट पाने वाले प्रत्येक उम्मीदवार द्वारा 12- 15 लाख रुपये का भुगतान किया गया था। सीबीआई ने कहा कि आरोपी सुरक्षा के तौर पर 10वीं और 12वीं की मार्कशीट, यूजर आईडी, पासवर्ड और आकांक्षी छात्रों के पोस्ट डेटेड चेक हासिल करता था। एक बार प्रवेश हो जाने के बाद, वे प्रति उम्मीदवार 12 से 15 लाख रुपये (लगभग) तक की भारी राशि एकत्र करते थे। मनी ट्रांसफर के हवाला एंगल से भी जांच की जा रही है।

हवाला रूट से भी हुई पैसों की लेनदेन

सीबीआई के एक अधिकारी के अनुसार, जांच एजेंसी उन उम्मीदवारों के रिकॉर्ड की जांच कर रही है, जिन्होंने एफिनिटी एजुकेशन कंसल्टेंसी फर्म से सेवाएं लीं और शीर्ष इंजीनियरिंग कॉलेजों के लिए एनटीए द्वारा आयोजित परीक्षाओं में शामिल हुए। उन्होंने बताया कि सीबीआई ने दस्तावेजों को जब्त कर लिया है और घोटाले में शामिल अन्य व्यक्तियों का विवरण प्राप्त करने के लिए इस कंसल्टेंसी के बैंक खाते के विवरण के माध्यम से जा रहा है। हमें एनटीए से अन्य संदिग्ध परीक्षा केंद्रों का विवरण भी मिल रहा है। हमें कुछ सुराग भी मिले हैं कि इस कंसल्टेंसी फर्म ने हवाला रूट के जरिए कुछ लेनदेन किए।

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