Jharkhand News: थोड़ी बारिश के बाद यहां हुई बत्ती गुल, घरों के इन्वर्टर का भी निकला पसीना; लोगों ने बताया जमीनी सच

28 जून को थोड़ी हवा और बारिश के बाद चंदवा की बिजली गुल हो गई और इस कारण अधिकांश लोगों के इन्वर्टर के विद्युत सप्लाई की क्षमता खत्म हो चुकी है। ऐसे में बच्चों और बुजुर्गों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। यहां पर बिजली गुल होना एक नियति बन चुकी है। लोगों ने कहा कि सरकार और विभाग 24 घंटे बिजली पहुंचाने की बात करती है।

By Utkarsh Pandey Edited By: Shoyeb Ahmed Publish:Sun, 30 Jun 2024 05:59 PM (IST) Updated:Sun, 30 Jun 2024 05:59 PM (IST)
Jharkhand News: थोड़ी बारिश के बाद यहां हुई बत्ती गुल, घरों के इन्वर्टर का भी निकला पसीना; लोगों ने बताया जमीनी सच
थोड़ी बारिश के बाद चंदवा की बिजली हुई गुल

HighLights

  • पड़ रही भीषण गर्मी से लोग हुए हलकान
  • बच्चे और बुजुर्ग को हो रही है खासा परेशानी
  • 28 जून को थोड़ी वर्षा के बाद से ही कट है बिजली

संवाद सूत्र, चंदवा (लातेहार)। थोड़ी हवा और वर्षा के बाद चंदवा की बिजली गुल होना चंदवा की नियति बन चुकी है। 28 जून को हवा के साथ थोड़ी वर्षा क्या हुई, चंदवा की बिजली ही गुल हो गई। शनिवार की रात से ही बिजली नदारद है।

रविवार की पूर्वाहन कुछ देर के लिए बिजली बहाल हुई। उसके बाद बिजली फिर नदारद है। लंबे समय तक बिजली की गैर मौजूदगी के कारण अधिकांश लोगों के इन्वर्टर के विद्युत सप्लाई की क्षमता खत्म हो चुकी है। पड़ रही भीषण गर्मी के बीच बिजली की गैर मौजूदगी से जनता त्राहिमाम कर रही है।

क्या बोला बिद्युत विभाग  

इस कारण बच्चे और बुजुर्ग ज्यादा परेशान हैं। विद्युत उपभोक्ताओं का कहना है कि सरकार और विभाग गांव-गांव तक 24 घंटे बिजली पहुंचाने की बात करती है लेकिन जमीन हकीकत इससे कोसों दूर है।

कभी किसी कारण से तो कभी किसी कारण से विद्युतापूर्ति बाधित रहती है। कुछ लोगों का कहना है कि यहां के कोयले से दूसरे प्रदेशों के पावर प्लांट सुलग रहे हैं और चंदवा के अभिजीत और एस्सार पावर प्लांटों को सिर्फ कोल आबंटन नहीं होने के कारण बंद कर दिया गया। यह कैसी विडंबना है।

इस कारण हुई बिजली की समस्या

जनप्रतिनिधि और सरकार की सोच क्या सिर्फ यहां का कोयला उत्खनन कर दूसरे प्रदेश ले जाना है। कोयला की कमी के कारण बंद पड़े पावर प्लाटों को सरकार प्रयास कर चालू कर देती तो न सिर्फ बिजली की समस्या का समाधान हो पाता अपितू सरकार को राजस्व की प्राप्ति भी होती।

ऐसा नहीं कर यहां के पावर प्लांटों को लिक्विडेशन में डालकर स्क्रेप के भाव में प्लांट के कीमती संयंत्रो और प्लांट के स्ट्रक्चर को काटकर बेचा जा रहा है।

28 जून की रात से बिजली गुल होने का कारण जानने का जब प्रयास किया गया तो विभागीय कर्मियों ने बताया कि 33 हजार ट्रिप कर जा रहा है। इसके कारण समस्या बनी हुई है। फाल्ट ढूढ़ने का प्रयास किया जा रहा है। जल्द ही बिजली बहाल किए जाने की उम्मीद है।

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