मेरा सीधा मुकाबला भाजपा से... लोहरदगा में गरजे चमरा, कांग्रेस पार्टी को लेकर भी कह दी बड़ी बात

Chamara Linda बिशुनपुर विधानसभा क्षेत्र से विधायक चमरा लिंडा लोहरदगा संसदीय क्षेत्र से निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं। उनके इस फैसले के चलते उन्‍हें झामुमो से निलंबित कर दिया गया है। जबकि चमरा का कहना है कि उनका सीधा मुकाबला भाजपा से है कांग्रेस से नहीं। चमरा ने लोहरदगा शहरी क्षेत्र के मिशन चौक में मंगलवार को एक चुनावी सभा को संबोधित किया।

By Rakesh sinha Edited By: Arijita Sen Publish:Wed, 08 May 2024 08:34 AM (IST) Updated:Wed, 08 May 2024 08:34 AM (IST)
मेरा सीधा मुकाबला भाजपा से... लोहरदगा में गरजे चमरा, कांग्रेस पार्टी को लेकर भी कह दी बड़ी बात
लोहरदगा शहरी क्षेत्र के मिशन चौक में चुनावी सभा को संबोधित करते निर्दलीय प्रत्याशी चमरा

HighLights

  • चमरा लिंडा ने कहा- अधिकार चाहिए तो मुझे राजनीतिक शक्ति दें
  • चुनावी सभा में भाजपा प्रत्याशी को हराने के लिए एंटी बीजेपी को गोल बंद करने की अपील

जागरण संवाददाता, लोहरदगा। Chamra Linda : अधिकार सीधे तरीके से नहीं मिले तो उसे छीनना पड़ता है। छीनने के लिए ताकत चाहिए। ताकत पाॅलिटिक्स से आती है। आप सभी को अपना अधिकार चाहिए तो मुझे राजनीतिक ताकत दीजिए। उक्त बातें मंगलवार को लोहरदगा शहरी क्षेत्र के मिशन चौक में मंगलवार को चुनावी सभा को संबोधित करते हुए झामुमो के बागी लोकसभा चुनाव के निर्दलीय प्रत्याशी चमरा लिंडा ने कही।

मेरा सीधा मुकाबला भाजपा से: चमरा

उन्‍होंने कहा कि राजनीतिक दल के प्रतिनिधि को पार्टी लाइन के अनुसार काम करना पड़ता है, जबकि निर्दलीय जीतकर संसद पहुंचने पर वे कुछ भी कर सकते हैं।

चमरा लिंडा ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि राष्ट्रीय नेता राहुल गांधी की रैली पूरी तरह से फ्लाॅप रही। एक-दो दिन के अंतराल में कांग्रेस प्रत्याशी सुखदेव भगत भी यहां से सरेंडर कर देंगे। मेरा सीधा मुकाबला भाजपा से है कांग्रेस इस चुनाव में कहीं नहीं है।

80 फीसदी आदिवासी मेरे साथ: चमरा लिंडा

उन्होंने अपनी जीत सुनिश्चित बताते हुए कहा कि 80 प्रतिशत आदिवासी समुदाय के लोग मेरे साथ हैं। आदिवासियों के बीच कांग्रेस अपना आधार खो चुकी है। भाजपा प्रत्याशी को इस बार के चुनाव में हराने के लिए एंटी बीजेपी ताकत को गोल बंद होना जरूरी है।

उन्होंने कहा कि मुझ पर भी चुनाव नहीं लड़ने के लिए काफी ज्यादा दबाव था लेकिन आदिवासी समुदाय की अस्मिता, संस्कृति की रक्षा और आरक्षण के लिए आदिवासियों को गोल बंद करने और भाजपा को रोकने के लिए मुझे चुनाव लड़ना जरूरी लगा।

चुनावी सभा में अफसर कुरैशी, पावन एक्का, विनोद उरांव, सफदर आलम, नेहाल कुरैशी, मोहिबुल्लाह अंसारी, शिवराम कच्छप एवं संतोष तिर्की के साथ सैकड़ों की संख्या में चमरा लिंडा के समर्थक आदि मौजूद थे।

ये भी पढ़ें: 

Jharkhand Politics : चमरा लिंडा के खिलाफ JMM ने लिया बड़ा एक्‍शन, शिबू सोरेन ने पार्टी से दिखाया बाहर का रास्‍ता

अलग-थलग पड़े मंत्री आलमगीर, राहुल गांधी के दौरे से रखा गया दूर; क्‍या अब चंपई की कैबिनेट से किए जाएंगे बाहर?

chat bot
आपका साथी