Jharkhand Election 2024: विधानसभा चुनाव में सीट शेयरिंग, सबको चाहिए पहले से ज्यादा; खींचतान शुरू

झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 (Jharkhand Election 2024) की तैयारी शुरू हो गई है। तमाम दलों ने सीटों पर दावा करना शुरू कर दिया है। सत्तारूढ़ गठबंधन के अहम घटक दल कांग्रेस पार्टी (Congress) ने 24 जून को नई दिल्ली में बैठक भी बुलाई है। इस बैठक में सीटों पर चर्चा होगी। माना जा रहा है कि कांग्रेस इस बार 33 सीटों पर चुनाव लड़ सकती है।

By Pradeep singh Edited By: Rajat Mourya Publish:Fri, 21 Jun 2024 02:57 PM (IST) Updated:Fri, 21 Jun 2024 02:59 PM (IST)
Jharkhand Election 2024: विधानसभा चुनाव में सीट शेयरिंग, सबको चाहिए पहले से ज्यादा; खींचतान शुरू
राहुल गांधी, जेपी नड्डा, लालू यादव और चंपई सोरेन। (फाइल फोटो)

राज्य ब्यूरो, रांची। Jharkhand Assembly Election 2024 इसी वर्ष नवंबर-दिसंबर माह में राज्य में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए प्रमुख दलों ने तैयारी अभी से आरंभ कर दी है। सत्तारूढ़ गठबंधन के अहम घटक दल कांग्रेस पार्टी की 24 जून को नई दिल्ली में होने वाली बैठक इस लिहाज से महत्वपूर्ण है।

कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की मौजूदगी में हो रही इस बैठक में सीटों के बंटवारे को लेकर बातचीत आगे बढ़ेगी। बैठक में प्रदेश नेतृत्व की तरफ से इस बार अधिक सीटों पर दावेदारी किए जाने की तैयारी चल रही है।

कांग्रेस को दो और सीटें चाहिए!

उल्लेखनीय है कि गठबंधन में तालमेल के तहत कांग्रेस पार्टी को पिछले विधानसभा चुनाव में 31 सीटें मिली थी, जबकि झामुमो के हिस्से में 43 सीटें आई थी। इस बार कांग्रेस को ज्यादा सीटें चाहिए। इसके लिए बदली राजनीतिक परिस्थितियों का हवाला दिया जा रहा है।

पिछली दफा मिलने वाली सीटों के अलावा दो अन्य विधानसभा सीटों पर भी कांग्रेस की नजर है। मांडू के भाजपा विधायक जेपी पटेल कांग्रेस में शामिल हो चुके हैं, जबकि पोड़ैयाहाट से पिछले विधानसभा चुनाव में झाविमो की टिकट पर लड़ने वाले प्रदीप यादव भी कांग्रेस का दामन थाम चुके हैं। वे विधानसभा में कांग्रेस विधायक दल के उपनेता भी हैं।

प्रदेश नेतृत्व के मुताबिक दावेदारी के संदर्भ में सहयोगी दलों से बातचीत कर निर्णय होगा। कांग्रेस पार्टी की नई दिल्ली में होने वाली बैठक के बाद राज्य में झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के शीर्ष नेतृत्व के साथ सीटों के तालमेल को लेकर बैठकों का दौर आरंभ होगा। हालांकि अभी जो स्थिति दिख रही है, उसमें गठबंधन के दल अपने लिए ज्यादा सीटों के लिए दावेदारी करेंगे तो खींचतान भी तय है।

भाजपा-आजसू पार्टी के साथ तालमेल पर रहेगी निगाह

राज्य में भाजपा-आजसू पार्टी के गठबंधन पर भी निगाह रहेगी। पिछले विधानसभा चुनाव में दोनों दलों के बीच सीटों का तालमेल नहीं हो पाया था। हालांकि बाद में दोनों दल मिलकर विधानसभा उपचुनाव लड़े। हाल ही में संपन्न लोकसभा चुनाव में भी भाजपा-आजसू पार्टी के बीच तालमेल हुआ।

भाजपा ने राज्य में विधानसभा चुनाव की तैयारियों को आगे बढ़ाने के लिए मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को कमान सौंपी है। उनका सहयोग असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा करेंगे। तालमेल को लेकर अभी तक दोनों दलों के बीच बातचीत आरंभ नहीं हुई है।

आजसू पार्टी ने कहा है कि वह राजग का हिस्सा है। संगठन ने चुनावी तैयारी आरंभ की है। अध्यक्ष सुदेश महतो पूरे राज्य की यात्रा करेंगे।

पिछले विधानसभा चुनाव में दलों का मत प्रतिशत

भाजपा - 33.37 प्रतिशत झामुमो - 18.72 प्रतिशत कांग्रेस - 13.88 प्रतिशत आजसू - 08.10 प्रतिशत राजद - 02.75 प्रतिशत

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