जान दे देंगे पर जमीन व पहाड़ नहीं देंगे

जागरण संवाददाता, सरायकेला : जिला मुख्यालय से 15 किलोमीटर दूर राजनगर प्रखंड के घोड़ाडीह ग

By JagranEdited By:
Updated: Thu, 23 Aug 2018 07:00 PM (IST)
जान दे देंगे पर जमीन व पहाड़ नहीं देंगे
जान दे देंगे पर जमीन व पहाड़ नहीं देंगे

जागरण संवाददाता, सरायकेला : जिला मुख्यालय से 15 किलोमीटर दूर राजनगर प्रखंड के घोड़ाडीह गांव स्थित पहाड़ को क्रशर के लिए लीज में दिए जाने का विरोध करते हुए गुरुवार को धर्मा हेम्ब्रम की अध्यक्षता में ग्रामीणों ने आम सभा कर पहाड़ को लीज पर देने का जबरदस्त विरोध किया। आम सभा में सात गांव के लगभग पांच सौ ग्रामीण जुटे थे। सभी ग्रामीण पारंपरिक हथियार से लैस थे। ग्रामीणों ने कहा कि जान दे देंगे पर जमीन व पहाड़ नहीं देंगे।

आम सभा में उपस्थित पंचायत की मुखिया लक्ष्मी टुडू ने कहा कि जिला प्रशासन ने फर्जी ग्रामसभा दिखाकर घोड़ाडीह पहाड़ को क्रशर के लिए लीज में दे दिया गया। पहाड़ पर क्रशर शुरू होने से क्षेत्र के सात गांवों में प्रदूषण की समस्या होगी। पोषक क्षेत्र के कृषि योग्य भूमि मे फसल नहीं हो पाएगी। पानी का जलस्तर घट जाएगा। इसलिए इसके विरोध में ग्रामीण सड़क से लेकर सदन तक जोरदार आंदोलन करेंगे।

मजदूर नेता जॉन मिरन मुंडा ने कहा कि संविधान के पांचवीं अनुसूची के तहत अधिसूचित क्षेत्रों में समता का जजमेंट व पेशा कानून के तहत विकास कार्य करना है। लेकिन जिला प्रशासन द्वारा संविधान के नियमों को अनदेखी कर बगैर ग्राम सभा के पहाड़ को लीज पर दे दिया गया। अधिसूचित क्षेत्र में बगैर ग्राम सभा की सहमति के कुछ काम नहीं होता है। घोड़ाडीह के उक्त पहाड़ पर गांव के लोग पूजा करते हैं। साथ ही पहाड़ के निचले हिस्से में जानवरों के चरने के काम आता है। यहां पूरे पंचायत के लोग अपने पशुओं को चराते हैं। लेकिन प्रशासन ग्रामीणों को विश्वास में लिए फर्जी ग्राम सभा के माध्यम से घोड़ाडीह पहाड़ को क्रशर के लिए लीज पर दे दिया। इसके विरोध में ग्रामीणों ने जोरदार आंदोलन करने का निर्णय लिया। ग्रामीणों ने कहा कि पहाड़ पर जब लीजधारक आएगा तो उसे बंधक बनाया जाएगा। आंदोलन के तहत ग्रामीण पहले अंचल कार्यालय का घेराव करेंगे। इसके बाद उपायुक्त कार्यालय का घेराव किया जाएगा। इसके बाद भी लीज रद नहीं हुआ तो ग्रामीण पारंपरिक हथियार के साथ राजभवन रांची जाकर राज्यपाल से मिलकर लीज रद करने की मांग करेंगे। क्रशर चालू हो जाने पर घोड़ाडीह, छोटाबाना, बड़ाबाना, उलीडीह, गांगीडीह, बंधुवा, कटंगा व मुड़कुम समेत अन्य गांव के लोग प्रभावित होंगे। मौके पर उपमुखिया रानी हांसदा, सुदीप तापे, ग्राम प्रधान दशरथ मार्डी, दीकू सरदार, सुनीता हेम्ब्रम, सनातन सरदार, मानू देवगम, कृष्णा नायक व लालू सरदार समेत सैकड़ो ग्रामीण उपस्थित थे।