चयनित 15 रैयतों को नहीं मिला रेलवे में नौकरी

संवाद सूत्र, नोवामुंडी : दक्षिण पूर्व रेलवे के डांगोवापोसी से बांसपानी स्टेशन के बीच रेलवे लाई

By JagranEdited By: Publish:Fri, 07 Sep 2018 09:34 PM (IST) Updated:Fri, 07 Sep 2018 09:34 PM (IST)
चयनित 15 रैयतों को नहीं मिला रेलवे में नौकरी
चयनित 15 रैयतों को नहीं मिला रेलवे में नौकरी

संवाद सूत्र, नोवामुंडी : दक्षिण पूर्व रेलवे के डांगोवापोसी से बांसपानी स्टेशन के बीच रेलवे लाईन के दोहरीकरण के रैयतों को आज तक मुआवजा नहीं मिला है। इसमें पदापहाड़, सरबिल, हुटूबसुड के दर्जनों रैयतों का नाम शामिल है। भूस्वामी अतिक्रमित जमीन के बदले नौकरी की आस में नेताओं व रेलवे कार्यालय का चक्कर लगाने को मजबूर हैं। झामुमो के वरिष्ठ नेता सह पूर्व विधायक मंगल ¨सह बोबोंगा एवं झामुमो के केंद्रीय सदस्य इजहार राही ने बताया कि रेलवे विभाग द्वारा भूमि अधिग्रहण के एक लंबी प्रक्रिया के बाद मात्र पदापहाड़ गांव के 29 रैयतों का चयन किया गया था। इनमें से स्क्री¨नग एवं मेडिकल के बाद 14 लोगों को रेलवे विभाग में उनकी योग्यता के अनुरूप नियुक्ति की गई। इसमें हरीश बालमुचू, कांडे राम बालमुचू, रसिका बालमुचू, बैजू बालमुचू, जोगना बालमुचू, लादुरा बालमुचू, आनन्द बालमुचू, सनातन बालमुचू, लक्ष्मण बालमुचू,शम्भूचरण बालमुचू, सागर बालमुचू, संजय बालमुचू, सन्निदेवल बालमुचू आदि रेलवे कार्यालय में एनओसी जमा करने और स्क्रीनिंग होने के बावजूद आज वर्षो बाद भी सरकारी नौकरी से वंचित हैं। हालांकि रेलवे प्रशासन की ओर से इन सभी रैयतों को अधिग्रहित भूमि का मुआवजा के रूप में राशि का भुगतान किया जा चुका है और इनकी स्क्रीनिंग टेस्ट भी हो चुका है। उन्होंने रेलवे बोर्ड अध्यक्ष एवं रेलवे महाप्रबंधक से शेष बचे रैयतों को भी शीघ्र रेलवे विभाग में नौकरी देने की मांग की है।

chat bot
आपका साथी