राजखरसावां से डांगोवापोसी तक 120 किलोमीटर की रफ्तार से दौड़ेंगी ट्रेनें

भारतीय रेल को सलाना करोड़ों रुपये अलग-अलग तरीके से राजस्व देने वाली

By JagranEdited By: Publish:Mon, 11 Feb 2019 08:32 PM (IST) Updated:Mon, 11 Feb 2019 08:32 PM (IST)
राजखरसावां से डांगोवापोसी तक 120 किलोमीटर की रफ्तार से दौड़ेंगी ट्रेनें
राजखरसावां से डांगोवापोसी तक 120 किलोमीटर की रफ्तार से दौड़ेंगी ट्रेनें

संवाद सूत्र, जगन्नाथपुर : भारतीय रेल को सलाना करोड़ों रुपये अलग-अलग तरीके से राजस्व देने वाली दक्षिण पूर्व रेलवे चक्रधरपुर डिवीजन अंतर्गत केंदपोसी स्टेशन से मालुका स्टेशन तक नौ किलोमीटर निर्मित थर्ड लाईन (रेलवे लाईन) का सोमवार को स्पीड ट्रायल व निरीक्षण रेलवे सुरक्षा आयोग दिल्ली के रेलवे सुरक्षा आयुक्त एके राय ने किया। सीआरएस स्पीड ट्राईल के बाद रेल लाईन निमार्ण की तकनीकी क्षमता व अन्य संबंधित तकनीकी व्यवस्थाओं की जानकारी ली गई। संभावना है कि सीआरएस द्वारा निरीक्षण व स्पीड ट्रायल के बाद जल्द ही थर्ड लाईन पर ट्रेन दौड़ेगी। मिली जानकारी के अनुसार सीआरएस एके राय के थर्ड लाईन निरीक्षण के दौरान रेलवे कंस्ट्रक्शन चीफ इंजीनियर गार्डेनरिच के गोयल, चक्रधरपुर डीविजन के डीआरएम क्षत्रसाल सिंह सहित कोलकाता गार्डेनरिच व चक्रधरपुर के संबंधित विभागों के पदाधिकारी, तकनीशियन सहित करीब 100 रेलकर्मी शामिल थे।

निरीक्षण को की गई थी विशेष तैयारी

निरीक्षण को लेकर तैयारी व थर्ड लाइन रेलवे लाईन को पूर्व से ही व्यवस्थित कर पे¨टग आदि कर ली गई थी। मिली जानकारी के अनुसार थर्ड लाईन का निरीक्षण करीब नौ ट्राली में सीआरएस एके राय सहित अन्य पदाधिकारियों द्वारा किया गया। निरीक्षण के लिए सीआरएस राय दिल्ली से कलकत्ता पहुंचे। यहां से विशेष सैलून से सुबह करीब छह बजे कोलकाता से डांगुवापोसी-चाईबासा रेलखंड अंतर्गत केंद्रपोसी स्टेशन पहुंचे। सबसे पहले पूजा-अर्चना हुई। उसके बाद केंद्रपोसी से मालुका स्टेशन तक निर्मित नौ किलोमीटर नई थर्ड रेलवे लाईन का निरीक्षण। निरीक्षण में तकनीकी बारीकियों से रूबरू होने के बाद 120 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से अपने विशेष सैलून से सीआरएस एके राय सहित रेलवे तकनीकी टीम द्वारा थर्ड लाइन पर स्पीड ट्रायल किया गया। स्पीड ट्रायल मालुका स्टेशन से केंद्रपोसी नौ किलोमीटर होते हुए थ्रू चाईबासा विशेष सैलून निकल गई। स्पीड ट्रायल के दौरान सभी रेलवे गेट को पूर्व से बंद कर दिया गया था। निरीक्षण में नौ ट्रॉली का काफिला शामिल था जबकि विशेष सैलून में भी सुरक्षा व अन्य विभागीय पदाधिकारी कर्मचारी थे। सीआरएस अपने काफिला के साथ मालुका स्टेशन करीब दोपहर 12 बजे पहुंचे। वहां रेलकर्मियों द्वारा उनका स्वागत के बाद वे नौ ट्रॉलियों के काफिले के साथ निरीक्षण पर निकले। पहली ट्रॉली में उनके साथ चक्रधरपुर रेल अनुमंडल के डीआरएम क्षत्रसाल ¨सह व कोलकाता के रेल अधिकारी बैठे थे जबकि पीछे आठ ट्रॉलियों में विभिन्न विभागों की तकनीकी टीमें मौजूद थीं।

पुल व ट्रैक का भी किया गया निरीक्षण

आयुक्त ने केंदपोसी स्टेशन से रेलवे ट्रैक व एलएचएस (पुल) का बारीकी से निरीक्षण किया। केंदपोसी व मालुका के बीच तकनीकी टीम नेकरीब चार घंटे तक कई पुलों व ट्रैक का निरीक्षण किया। तकनीकी पहलुओं पर गौर किया। इसमें तकनीकी टीम ने उनकी मदद की। अंत में मालुका स्टेशन स्थित कंप्यूटरीकृत लोकल कंट्रोल पैनल का भी निरीक्षण किया। यहां इस पैनल के साथ थर्ड लाइन कनेक्शन की सुरक्षा की भी पड़ताल की। संबंधित अधिकारियों से पूछताछ भी की। रेल अधिकारियों ने बताया कि न्यू थर्डलाइन निरीक्षण की रिपोर्ट दिल्ली रेलवे बोर्ड को सौंपी जाएगी। फिर रिपोर्ट देखकर बोर्ड तय करेगा कि यह ट्रैक रेल परिचालन के लायक है कि नहीं।

--यह भी जानें---

- 1 एलएचएस, 5 ब्रीज, 5 रेलवे गेट, 2 सिग्नल सेक्शन, 1 फ्लाई ओवर का निरीक्षण कर इनके मैनेजमेंट सहित कई तकनीकि पहलुओं की जानकारी देते हुए संबंधित विभाग के पदाधिकारी, इंचार्ज को दिशा निर्देश दिया गया। बता दें कि राजखारसवां से डांगोवापोसी तक करीब 80 किलोमीटर तक का निर्माण त्रिवेणी कंस्ट्रक्शन कंपनी ने किया है। निर्माण कार्य करीब चार साल तक चला है। इस दौरान कई बार थर्ड लाईन का निरीक्षण किया जा चुका है।

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