चेहरे पर होने वाले Acne करते हैं सेहत का हाल बयां, एक्सपर्ट से जानें किन समस्याओं की ओर करते हैं इशारा
एक्ने एक ऐसी समस्या है जिससे लगभग हर व्यक्ति जीवन में एक न एक बार तो जरूर प्रभावित हुआ है। वैसे तो हम कई बार इन्हें सेहत के लिहाज से ज्यादा गंभीरता से नहीं लेते लेकिन आपको बता दें कि ये चेहरे के किस भाग पर बार-बार हो रहे हैं वह किसी परेशानी का संकेत दे सकते हैं। आइए जानें चेहरे पर होने वाले एक्ने से क्या पता चलता है।
HighLights
- Acne एक बेहद नॉर्मल स्किन कंडिशन है, जिससे कई लोग प्रभावित होते हैं।
- यह हार्मोनल बदला या अन्य कई कारणों से भी हो सकते हैं।
- एक्ने चेहरे के किस भाग पर बार-बार हो रहे हैं, यह किसी छिपी हुई हेल्थ कंडिशन की ओर इशारा हो सकता है।
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। Acne on Face: एक्ने एक ऐसी समस्या है, जो आए दिन देखने को मिल जाती है। यह बेहद आम परेशानी है, जिससे कई लोग परेशान रहते हैं। वैसे तो, यह किसी भी व्यक्ति को हो सकता है, लेकिन ज्यादातर यह (Acne issues) किशोरावस्था में शुरू होता है, जब हार्मोन्स में बदलाव आने शुरू होते हैं।
इसलिए इसे आमतौर पर हार्मोनल असंतुलन से जोड़कर देखते हैं। लेकिन इसके पीछे यह एकलौती वजह (Face acne causes) हो, ऐसा जरूरी नहीं होता। अगर आपको बार-बार एक्ने हो रहा है, तो संभावना है कि यह किसी छिपी हुई स्वास्थ्य समस्या की ओर इशारा हो। इसलिए हमने एक्सपर्ट से जानने की कोशिश की, कि चेहरे के अलग-अलग हिस्सों पर होने वाले एक्ने किस संभावित खतरे की ओर इशारा कर सकते हैं। आइए इस बारे में गहराई से जानते हैं।
क्या होता है एक्ने?
एक्ने एक बेहद सामान्य स्किन कंडिशन है, जो त्वचा के पोर्स ऑयल और डेड सेल्स की वजह से क्लॉग होने के कारण होता है। दरअसल, हमारी त्वचा के नीचे ऑयल ग्लैंड्स (sebaceous gland) मौजूद होते हैं, जो ऑयल बनाते हैं। यह ऑयल त्वचा को नेचुरली मॉइश्चराइज्ड रखने में मदद करते है, लेकिन अगर किसी कारण से ये ज्यादा मात्रा में बनने लगते हैं, तो इनसे पोर्स क्लॉग हो सकते हैं। इनके साथ डेड स्किन सेल्स, प्रदूषण आदि मिलकर पोर्स को बंद कर देते हैं, जिनमें बैक्टीरिया पनपने लगते हैं और एक्ने हो जाता है।
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एक्ने कई प्रकार के हो सकते हैं, जैसे व्हाइट हेड्स, ब्लैक हेड्स, सिस्टिक एक्ने और नॉड्यूलर एक्ने। इनमें से व्हाइट हेड्स और ब्लैक हेड्स काफी कॉमन हैं, लेकिन सिस्टिक और नॉड्यूलर एक्ने की वजह से स्किन को नुकसान हो सकता है और स्थायी रूप से दाग या गड्ढे हो सकते हैं। ये एक्ने वैसे तो शरीर के किसी भी हिस्से पर हो सकते हैं, लेकिन ज्यादातर ये चेहरे पर होते हैं, खासकर माथे, गाल, नाक और जौ लाइन के पास। ये चेहरे के किस हिस्से पर हो रहे हैं, ये किसी हेल्थ कंडिशन के बारे में बता सकते हैं।
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क्या कहते हैं एक्ने?
चेहरे के अलग-अलग हिस्सों पर होने वाले एक्ने हमारी सेहत के बारे में क्या बता सकते हैं, इस बारे में जानने के लिए हमने डॉ. पवन कुमार गोयल (फॉर्टिस अस्पताल, शालिमार बाग, के इंटरनल मेडिसिन विभाग के निदेशक) से बात की। इस बारे में उन्होंने बताया कि एक्ने सेहत से जुड़ी परेशानियों के बारे में संकेत दे सकते हैं। आमतौर पर इन्हें शरीर के भीतरी असंतुलन से जोड़कर देखा जाता है।
माथा (Forehead)
माथे पर होने वाले एक्ने को अक्सर पाचन से जुड़ी समस्याओं और लिवर फंक्शन से जोड़ा जाता है। खराब खान-पान, नींद पूरी न होना और तनाव की वजह से भी माथे पर एक्ने हो सकता है। इसके अलावा, एक कारण हेयर केयर प्रोडक्ट्स से स्किन पोर्स क्लॉक होना भी हो सकता है। इसलिए इसे कम करने के लिए यह सलाह दी जाती है कि भरपूर मात्रा में पानी पीएं, शुगर की मात्रा कम करें और तनाव मैनेज करें।
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गाल (Cheeks)
गाल पर होने वाले एक्ने को रेस्पिरेटरी सिस्टम से जुड़ी परेशानियों से जोड़कर देखा जा सकता है। यह परेशानी स्मोकिंग और एलर्जी की वजह से और गंभीर रूप ले सकती है। इसका एक कारण गंदे तकिए, मेकअप ब्रश और फोन भी हो सकते हैं। इसलिए इससे बचने के लिए हाइजीन का खास ख्याल रखें। नियमित रूप से अपने तकिए का कवर बदलें, मेकअप ब्रश साफ करें और फोन की स्क्रीन भी साफ-सुथरी रखें। साथ ही, प्रदूषण से बचने से भी इस परेशानी को कम किया जा सकता है।
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ठुड्डी (Chin)
ठुड्डी पर होने वाला एक्ने हार्मोनल असंतुलन से जुड़ा हो सकता है। महिलाओं में इसकी मुख्य वजह मेंसुरल साइकिल में होने वाला हार्मोनल बदलाव हो सकता है। इसे कम करने के लिए तनाव को मैनेज करना, संतुलित आहार लेना और डॉक्टर से मिलकर हार्मोनल ट्रीटमेंट करवाना मददगार हो सकता है।
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जॉलाइन (Jaw line)
जॉलाइन पर होने वाले एक्ने की वजह भी हार्मोनल असंतुलन हो सकता है, खासकर, एंड्रोजेन लेवल में उतार-चढ़ाव, जिसकी वजह से ऑयल प्रोडक्शन बढ़ सकता है। साथ ही, खराब डाइट और ज्यादा स्ट्रेस की वजह से भी जॉलाइन पर एक्ने हो सकते हैं। यहां होने वाले एक्ने गट हेल्थ की स्थिति के बारे में भी संकेत देते हैं। इसलिए नियमित एक्सरसाइज, संतुलित आहार और तनाव मैनेज करने से यहां होने वाले एक्ने को कम किया जा सकता है।
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इन पैटर्न को समझकर छिपी हुई स्वास्थ्य समस्याओं के लिए जीवनशैली में बदलाव और डॉक्टर की सलाह ली जा सकती है।
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