Alzheimer’s: आपके गट में पाया जाने वाला बैक्टिरीया बन सकता है अल्जाइमर की वजह, स्टडी में हुआ खुलासा

अल्जाइमर कॉग्निटिव हेल्थ बिगड़ने की वजह से होने वाली एक बीमारी है जो ज्यादातर बुजुर्गों के साथ होती है। इससे जुड़ी एक स्टडी सामने आई है जिसमें गट और अल्जाइमर के बीच एक चौंकाने वाला लिंक सामने आया है। लेकिन गट हेल्थ का दिमागी हेल्थ से क्या संबंध हो सकता है। जानें क्या पाया गया स्टडी में और कैसे कर सकते हैं अल्जाइमर से बचाव।

By Swati SharmaEdited By: Publish:Sat, 30 Dec 2023 04:06 PM (IST) Updated:Sat, 30 Dec 2023 04:06 PM (IST)
Alzheimer’s: आपके गट में पाया जाने वाला बैक्टिरीया बन सकता है अल्जाइमर की वजह, स्टडी में हुआ खुलासा
पेट का इन्फेक्शन बढ़ा सकता है अल्जाइमर का खतरा

HighLights

  • गट में पाए जाने वाले एक बैक्टिरीया के इन्फेक्शन की वजह से अल्जाइमर का खतरा बढ़ जाता है।
  • यह बैक्टिरीया दुनिया की दो-तिहाई आबादी में पाया जाता है।
  • हेल्दी डाइट और एक्सरसाइज की मदद से अल्जाइमर का खतरा कम हो सकता है।

लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। Alzheimer's:  दिल का रास्ता पेट से होकर जाता है, यह तो आपने सुना होगा, लेकिन क्या आपको यह पता है कि आपके दिमाग का रास्ता भी पेट से जाता है। सुनने में थोड़ा अजीब लग रहा होगा, लेकिन यह सच है। हाल ही में अल्जाइमर और डिमेंशिया: द जर्नल ऑफ द अल्जाइमर एसोसिएशन में आई एक स्चडी में पाया गया कि गट में पाया जाने वाला एक बैक्टिरीया अल्जाइमर के खतरे को बढ़ा सकता है।

इस स्टडी में 50 साल से अधिक उम्र के 40 लाख लोगों के मेडिकल डाटा का विश्लेषण किया गया और पाया गया कि जिन व्यक्तियों में H. pylori बैक्टिरीया, जो आपके गट में पाया जाता है, का इन्फेक्शन पाया गया, उनमें अल्जाइमर का खतरा 11% बढ़ जाता है। इस इन्फेक्शन की वजह से अपच, अलसर और यहां तक कि पेट के कैंसर का भी खतरा रहता है। चौंकाने वाली बात यह भी सामने आई कि यह बैक्टिरीया दुनिया की दो-तिहाई आबादी के गट में पाया जाता है।

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इस स्टडी के शोधकर्ताओं ने इस बात के बारे में भी चिंता जताई कि दुनिया में लाखों लोग अल्जाइमर से पीड़ित हैं और डेमोग्राफिक बदलाव की वजह से आपकी यह संख्या और अधिक तेजी से बढ़ सकती है। इसलिए जरूरी है कि इस खतरनाक बीमारी से बचाव के तरीकों को अपनाया जाए।

सीडीसी के मुताबिक, अल्जाइमर से बचाव करने के लिए इन बातों का ध्यान रखें-

फिजिकली एक्टिव रहें- आपकी सेहत के लिए फिजिकल एक्टिविटी काफी जरूरी होती है। इसकी मदद से बेहतर सोचने और स्ट्रेस और डिप्रेशन का खतरा कम होता है और नींद भी बेहतर आती है।

हेल्दी डाइट खाएं- आपनी डाइट में हरी सब्जियां, फल, नट्स आदि शामिल करें। प्रोसेस्ड फूड आइटम्स को अपनी डाइट में शामिल न करें। एक स्टडी के मुताबिक भी मेडिटिरेनियन डाइट खाने से अल्जाइमर का खतरा कम हो जाता है।

स्मोकिंग न करें- स्मोकिंग करने से आपकी सेहत पर काफी नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। इससे आपकी कॉग्निटिव हेल्थ भी प्रभावित हो सकती है। इसलिए स्मोकिंग न करें।

भरपूर नींद लें- नींद की कमी की वजह से अल्जाइमर का खतरा काफी हद तक बढ़ जाता है। इसलिए रोज 7-8 घंटे की लगातार नींद लें।

कानों का ख्याल रखें- अगर आपको सुनने में कोई तकलीफ होती है, तो डॉक्टर से मिलकर इसका इलाज कराएं। सुनाई देने में तकलीफ होने की वजह से अल्जाइमर का खतरा बढ़ जाता है।

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Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।

Picture Courtesy: Freepik

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