Arthritis: कम उम्र में आर्थराइटिस से बचाव करने के लिए करें लाइफस्टाइल में ये जरूरी बदलाव

आर्थराइटिस को आमतौर पर बुजुर्गों की बीमारी माना जाता है लेकिन यह किसी भी उम्र के व्यक्ति को अपना शिकार बना सकता है। इसका कारण है खराब लाइफस्टाइल और असंतुलित आहार। इसलिए अपनी लाइफस्टाइल में कुछ जरूरी बदलाव लाकर कम उम्र में आर्थराइटिस का शिकार होने से आप अपनी रक्षा कर सकते हैं। जानें कैसे कर सकते हैं आर्थराइटिस से बचाव।

By Swati SharmaEdited By: Publish:Tue, 23 Jan 2024 07:00 AM (IST) Updated:Tue, 23 Jan 2024 07:10 AM (IST)
Arthritis: कम उम्र में आर्थराइटिस से बचाव करने के लिए करें लाइफस्टाइल में ये जरूरी बदलाव
कम उम्र के व्यक्ति को भी आर्थराइटिस बना सकता है अपना शिकार

HighLights

  • आर्थराइटिस किसी भी उम्र के व्यक्ति को हो सकता है।
  • इसकी वजह से जोड़ों में असहनीय दर्द हो सकती है।
  • वजन कम करने, कैल्शियम युक्त डाइट और एक्सरसाइज की मदद से इससे बचाव कर सकते हैं।

लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। Arthritis: आर्थराइटिस का नाम सुनते ही, अक्सर दिमाग में सबसे पहले बुजुर्ग व्यक्ति नजर आते हैं। ज्यादातर लोग यह मानते हैं कि आर्थराइटिस बढ़ती उम्र में लोगों को अपना शिकार बनाती है और यह बुढ़ों की बीमारी है, लेकिन चौंकाने वाली बात यह है कि ऐसा सच नहीं है। यह किसी भी उम्र के व्यक्ति को अपना शिकार बना सकती है। इसलिए सावधानी न बरतने पर युवा भी आसानी से इसकी गिरफ्त में आ सकते हैं। आर्थराइटिस एक ऐसी बीमारी है जिसका कोई इलाज नहीं है। इसे बस दवाइयों और लाइफस्टाइल में बदलाव की मदद से मैनेज किया जा सकता है। इसलिए इस बीमारी से बचाव करना ही सबसे बेहतर विकल्प है। इससे बचने के लिए लाइफस्टाइल में कुछ बदलाव लाने जरूरी होते हैं। आइए जानते हैं कैसे आप कम उम्र में आर्थराइटिस का शिकार होने से खुद को बचा सकते हैं।

क्या है आर्थराइटिस?

आर्थराइटिस से बचाव करने से पहले जरूरी है कि हमारा यह समझना जरूरी है कि यह बीमारी आखिर है क्या। मायो क्लीनिक के मुताबिक, आर्थराइटिस एक ऐसी समस्या है, जिसमें जोड़ों के टेनडन्स में सूजन आ जाती है। इस वजह से जोड़ों में अकड़न और हिलाने-डुलाने में काफी दर्द सहना पड़ता है। आमतौर पर उम्र के साथ, जोड़ों के कमजोर होने की वजह से आर्थराइटिस की समस्या होती है, लेकिन कई बार यह चोट लगने या किसी बीमारी की वजह से भी यह समस्या हो सकती है।

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कैसे कर सकते हैं इससे बचाव?

वजन कम करें

अधिक वजन होने की वजह से जोड़ों पर अधिक दबाव पड़ता है, जिस कारण से ज्वॉइंट्स की हड्डियां कमजोर हो सकती हैं। यह ज्यादातर घुटनों और हिप्स को प्रभावित करता है। इसलिए अगर आपका वजन अधिक है, तो वजन कम करने की कोशिश करें। इससे आपके ज्वॉइंट्स पर अधिक दबाव नहीं पड़ेगा।

एक्सरसाइज करें

एक्सरसाइज करने से आपके ज्वॉइंट्स एक्टिव रहते हैं और मजबूत बनते हैं। इससे मांसपेशियां भी मजबूत बनती है, जो वेट बियर करने में मददगार होती हैं। इसलिए रोज थोड़ी एक्सरसाइज करें। वॉकिंग और रनिंग जैसी आसान एक्सरसाइज मददगार हो सकती हैं। साथ ही, यह वजन कंट्रोल करने में भी मदद करती हैं।हेल्दी डाइट खाएं

हेल्दी डाइट खाने से हड्डियों और मांसपेशियों को हेल्दी रखने के लिए आवश्यक पोषक तत्व मिलते हैं। इससे वे मजबूत बनते हैं और आसानी से टूटते नहीं है। अपनी डाइट में कैल्शियम, विटामिन-डी, प्रोटीन और मैग्नीशियम जैसे जरूरी पोषक तत्वों से भरपूर फूड आइटम्स को डाइट में शामिल करें।

स्मोकिंग न करें

स्मोकिंग करने से आपके टीशूज डैमेज हो सकते हैं। इसलिए अगर आप स्मोकिंग करते हैं, तो कोशिश करें कि स्मोक करना छोड़ दें। साथ ही, पैसिव स्मोकिंग से भी बचें। वह भी आपकी सेहत के लिए काफी हानिकारक हो सकता है।

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Picture Courtesy: Freepik

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