Yoga Asanas For Sinus: साइनस की समस्या से हैं परेशान, तो राहत पान के लिए रोजाना करें ये 5 योगासन
Yoga Asanas For Sinus बदलते मौसम में साइनस की समस्या आम है। यह नाक से जुड़ी एक बीमारी है। इसमें व्यक्ति को सिर के आधे हिस्से में तेज दर्द होता है साथ ही नाक भी बंद हो जाती है। जिससे सांस लेने में भी दिक्कत होती है। कुछ योग की मदद से साइनस से राहत पा सकते हैं। आइए जानें...
HighLights
- साइनस में सिर के आधे हिस्से में बहुत तेज दर्द होता है।
- यह मानसून के मौसम में होने वाली आम बीमारी है।
- साइनस की समस्या में बुखार, सिरदर्द, खांसी आदि भी हो सकती है।
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Yoga Asanas For Sinus: साइनस नाक से जुड़ी एक समस्या है। यह एलर्जी या संक्रमण के कारण होता है। यह मानसून के मौसम में होने वाली आम बीमारी है। इस बीमारी में सिर के आधे हिस्से में बहुत तेज दर्द होता है। कई बार मरीजों को सांस लेने में भी परेशानी होती है।
साइनस की समस्या में बुखार, सिरदर्द, खांसी आदि भी हो सकती है। लोग इस समस्या से राहत पाने के लिए कई तरह की दवाइयां खाते हैं, लेकिन आप कुछ योग कर के भी साइनस से राहत पा सकते हैं। आज आपको इस आर्टिकल में कुछ आसन बताएंगे, जिनका रोजाना अभ्यास कर इस बीमारी को कम कर सकते हैं।
भुजंगासन
इस योग को करने के लिए मैट पर सबसे पहले हथेलियों को कंधों के नीचे रखकर पेट के बल लेट जाएं। अपने पैरों को जमीन पर रखें। सांस को पूरी तरह से अंदर रोकें। फिर अपने सिर, कंधों और धड़ को 30 डिग्री के कोण पर उठाएं। 10 सेकंड के लिए इस मुद्रा में बने रहें। इस पोज में आपकी नाभि फर्श से टच होनी चाहिए। फिर सांस छोड़ते हुए धीरे-धीरे अपने शरीर को नीचे लाएं।
उष्ट्रासन
इसके लिए घुटने के बल बैठकर अपने हाथों को हिप्स पर रखें। अब अपनी पीठ को मोड़ें फिर अपनी हथेलियों को अपने पैरों के ऊपर तब तक स्लाइड करें, जब तक आपकी बाहें सीधी न हो जाएं। आप अपनी गर्दन को स्थिर मुद्रा में में रखें, सांस छोड़ें और धीरे-धीरे पहले की मुद्रा में वापस आएं।
कपालभाति
इस योग को करने के लिए पद्मासन जैसी मुद्रा में आराम से बैठें। अपनी पीठ सीधी करें और आंखों को बंद करें। इसके बाद अपनी हथेलियों को घुटनों पर ऊपर की ओर रखें। गहरी सांस अंदर की ओर और सांस छोड़ते हुए पेट को अंदर की ओर खींचें।
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भस्त्रिका प्राणायाम
इस योग के लिए किसी भी आरामदायक आसन में बैठें। आप अपनी पीठ को सीधी करें, अपनी आँखें बंद कर लें और अपनी हथेलियों को घुटनों पर ऊपर की ओर रखें। गहरी सांस लें और फिर धीरे-धीरे सांस छोड़ें। इस अभ्यास को रोजाना 5 मिनट तक करें।
अनुलोम विलोम प्रणायाम
अनुलोम-विलोम प्राणायाम की मदद से साइनस की समस्या को कम कर इस आसन को करने के लिए आरामदायक स्थिति में बैठें, अब दाहिनी नासिका पर दाहिना अंगूठा रखकर इसे बंद कर लें और अपनी बायीं नासिका से धीरे-धीरे सांस लें। अब बायीं नासिका को बंद करें, दाहिनी नासिका को खोलें और इससे सांस छोड़ें। इसके बाद अपनी दाहिनी नासिका से सांस लें और बाईं ओर से सांस छोड़ें।
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Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।
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