क्या होता है गैस्ट्रोएन्टराइटिस, जानें-इसके लक्षण, कारण और बचाव

विशेषज्ञों की मानें तो गैस्ट्रोएन्टराइटिस की बीमारी दूषित भोजन पानी जीवाणु वायरल आदि कारणों के चलते होती है। गैस्ट्रोएन्टराइटिस चार प्रकर के होते हैं। इसके लक्षण दिखने पर डॉक्टर से अवश्य सलाह लें। वहीं मामूली लक्षण दिखने पर आप इन उपायों को कर सकते हैं।

By Pravin KumarEdited By:
Updated: Mon, 26 Jul 2021 10:44 PM (IST)
क्या होता है गैस्ट्रोएन्टराइटिस, जानें-इसके लक्षण, कारण और बचाव
जानकारों की मानें तो गैस्ट्रोएन्टराइटिस ग्रीक के दो शब्दों से मिलकर बना है।

नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। खराब दिनचर्या और अनुचित खानापन के चलते गैस्ट्रोएन्टराइटिस की समस्या होती है। इस स्थिति में पेट और छोटी आंत में सूजन हो जाती है। इस बीमारी को स्टमक फ्लू भी कहा जाता है। गैस्ट्रोएन्टराइटिस से पीड़ित व्यक्ति को दिनभर में 3 से अधिक बार दस्त होती है। विशेषज्ञों की मानें तो गैस्ट्रोएन्टराइटिस की बीमारी दूषित भोजन, पानी, जीवाणु, वायरल आदि कारणों के चलते होती है। गैस्ट्रोएन्टराइटिस चार प्रकर के होते हैं। इसके लक्षण दिखने पर डॉक्टर से अवश्य सलाह लें। वहीं, मामूली लक्षण दिखने पर आप इन उपायों को अपना सकते हैं। आइए, गैस्ट्रोएन्टराइटिस के बारे में विस्तार से जानते हैं-

गैस्ट्रोएन्टराइटिस के कारण

जानकारों की मानें तो गैस्ट्रोएन्टराइटिस ग्रीक के दो शब्दों से मिलकर बना है। इसका शाब्दिक अर्थ पेट और छोटी आंत में सूजन है। इस बीमारी में व्यक्ति को दस्त की शिकायत होती है। इस बीमारी का प्रमुख कारण गलत खानपान (दूषित) और पानी हैं।

गैस्ट्रोएन्टराइटिस के लक्षण

-दस्त

-भूख न लगना

-पेट में सूजन

-दर्द

-मितली

-चक्कर आना

-बुखार

गैस्ट्रोएन्टराइटिस के उपचार

हेल्थ एक्सपर्ट की मानें तो गैस्ट्रोएन्टराइटिस की समस्या को दूर करने में अदरक, शहद, सेब का सिरका आदि कारगर साबित होता है। इसके लिए अदरक को पानी में उबालकर पीने से गैस्ट्रोएन्टराइटिस में आराम मिलता है। साथ ही गुनगुने पानी में एक चम्मच शहद मिलाकर सेवन करें। वहीं, सेब के सिरके को भी पानी में मिलाकर पीने से गैस्ट्रोएन्टराइटिस में आराम मिलता है। हालांकि, डॉक्टर से जरूर सलाह लें। इसके बाद ही इस्तेमाल करें।

डिस्क्लेमर: स्टोरी के टिप्स और सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन्हें किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर नहीं लें। बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।