Parenting Mistakes: इन कारणों की वजह से बच्चे हो जाते हैं जिद्दी, कहीं आप भी तो नहीं करते ये गलती

Parenting Mistakes हर पेरेंट्स अपने बच्चे को अच्छी परवरिश देना चाहते हैं। लेकिन कई बार ज्यादा लाड़-प्यार के कारण बच्चे जिद्दी हो जाते हैं। आपने कई पेरेंट्स सुना होगा कि बच्चे बिल्कुल ही उनकी बात नहीं सुनते। लेकिन क्या आप जानते हैं माता-पिता की गलतियों से भी बच्चे जिद्दी बनने लगते हैं। तो आइए जानते हैं किन आदतों की वजह से बच्चे जिद्द करने लगते हैं।

By Jagran NewsEdited By: Publish:Fri, 04 Aug 2023 02:49 PM (IST) Updated:Fri, 04 Aug 2023 02:49 PM (IST)
Parenting Mistakes: इन कारणों की वजह से बच्चे हो जाते हैं जिद्दी, कहीं आप भी तो नहीं करते ये गलती
Parenting Mistakes: जानिए क्यों जिद्दी होते हैं बच्चे

HighLights

  • जानिए किन आदतों की वजह से बच्चा हो जाता है जिद्दी।
  • बच्चे को बात-बात पर टोकने से भी वह जिद्दी बनने लगता है।
  • पेरेंट्स भी बच्चों की रिस्पेक्ट करें।

नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Parenting Mistakes: जिद्दी बच्चे को संभालना पेरेंट्स के लिए बहुत मुश्किल हो जाता है। जिद्दी बच्चे अक्सर किसी की बात नहीं सुनते हैं, इस कारण पेरेंट्स को कई बार सख्ती दिखानी पड़ती है। कहते हैं बचपन में बच्चों को जो कुछ भी सिखाते हैं वो बातें उसे जीवनभर याद रहता है। सभी पेरेंट्स चाहते हैं कि उनका बच्चा उनकी बात मानें, समझदार बने, लेकिन पेरेंट्स की ज्यादा लाड़-प्यार के कारण बच्चा जिद्दी या ढीठ हो जाता है। ऐसे में आज आपको बताएंगे कि पेरेंट्स की किन आदतों की वजह से बच्चा जिद्दी हो जाता है।

बच्चों के साथ जबरदस्ती बिल्कुल न करें

जब आप अपने बच्चों के साथ किसी भी चीज को लेकर जबरदस्ती करते हैं तो उनका स्वभाव जिद्दी होता जाता है। बच्चे के साथ किसी भी चीज के लिए जबरदस्ती न करें।

बात-बात पर न टोकें

बच्चे को बात-बात पर टोकने से भी वह जिद्दी बनने लगता है। बच्चे को उसकी उम्र के हिसाब से समझाएं। अगर छोटे बच्चे को आप किसी चीज के लिए मना करते हैं तो ये अपेक्षा न रखें कि वह आपकी बात मान लेगा।

बच्चे को प्यार से समझाएं

पेरेंट्स सबसे बड़ी गलती करते हैं अगर कि बच्चा उनकी बातें नहीं मानता है, तो गुस्से में आकर उसे मारने लगते हैं। बच्चे के जिद्दी होने का यह मुख्य कारण है। इसलिए बच्चे को कभी नहीं मारें, हमेशा उसे प्यार से समझाएं।

तुलना न करें

हर बच्चा अलग होता है, कोई बच्चा जल्दी चलना सीखता है, तो कोई जल्दी बोलना। उसी तरह हर बच्चे की मानसिक क्षमता और शारीरिक क्षमता भी अलग होती है। इसलिए अपने बच्चे की तुलना किसी और बच्चे से न करें।

बच्चों को न कोसें

अगर आप चाहते हैं कि आपका बच्चा आपका और आपके फैसलों का सम्मान करें, तो आपको भी उनका सम्मान करना होगा। बच्चे को बिल्कुल न कोसें, उन्हें कभी भी अपशब्द न कहें।

Pic Credit: Freepik

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