आपका बच्चा भी होते जा रहा है आक्रामक तो उसे कंट्रोल करने में ये टिप्स आएंगे आपके काम

कई बार बच्चों में आक्रामक व्यवहार नजर आने लगते हैं। इसलिए उनकी अच्छी परवरिश के लिए जरूरी है कि उनके इन व्यवहार के पीछे के कारण को समझा जाए। इसकी मदद से ही आप उनकी समस्या को समझा पाएंगे। इसलिए जरूरी है कि समस्या को कम करने में आप उनकी मदद कर सकते हैं। आइए जानें क्या हो सकता है बच्चों के आक्रामक व्यवहार के पीछे के कारण।

By Jagran NewsEdited By: Swati Sharma Publish:Sat, 22 Jun 2024 07:38 PM (IST) Updated:Sat, 22 Jun 2024 07:38 PM (IST)
आपका बच्चा भी होते जा रहा है आक्रामक तो उसे कंट्रोल करने में ये टिप्स आएंगे आपके काम
इन तरीकों से करें बच्चों के बर्ताव में सुधार (Picture Courtesy: Freepik)

HighLights

  • किसी भी प्रकार के दबाव की वजह से बच्चों को व्यवहार आक्रामक हो सकता है।
  • बच्चों के व्यवहार में सुधार के लिए जरूरी है कि उसके पीछे का कारण समझा जाए।
  • इनके साथ फ्रेंडली बर्ताव करके ही आप उनके व्यवहार को सुधार सकते हैं।

लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। Parenting Tips: छोटे-छोटे हंसते मुस्कुराते, खेलते-कूदते बच्चे कितने प्यारे लगते हैं। लेकिन कभी-कभी अचानक इनकी कुछ आक्रामक गतिविधियां इन पर गुस्सा करने पर मजबूर कर देती हैं। हालांकि, इनके द्वारा की जाने वाली इन आक्रामक गतिविधियों के पीछे कई कारण हो सकते हैं, जिन्हें हमें समझना चाहिए। तभी हम अपने बच्चों के इस तरह के आक्रामक व्यवहार को कम कर सकते हैं। तो आइए जानते हैं आक्रामक व्यवहार वाले बच्चों में होने वाले इस व्यवहार के कारणों के बारे में और इससे उन्हें कैसे बचाया जाए।

बच्चों में आक्रामकता के कारण

शैक्षणिक तनाव- अक्सर बच्चे पढ़ाई के डर, कम मार्क्स, मन न लगना आदि के कारण आक्रमक हो जाते हैं। अस्वस्थ पारिवारिक माहौल- कई बार घर का माहौल खराब होने के कारण जैसे माता-पिता के बीच लड़ाई-झगड़े के कारण भी बच्चे आक्रमक होते हैं। घर से दूर रहने से बच्चों में अक्सर ये लक्षण देखे जाते हैं। बच्चों की व्यक्तिगत शारीरिक और मानसिक परेशानियां भी बार उनके आक्रमक होने का कारण होती है। इन सभी कारणों से होने वाली आक्रामकता को कम करने के लिए कुछ टिप्स अपना सकते हैं, जिनसे आप अपने बच्चों को मानसिक शांति और संतुलन बनाए रखना सिखा सकते हैं बच्चों के साथ दोस्ती का रिश्ता रखें

पैरेंट्स को अपने बच्चों के साथ दोस्ती का रिश्ता कायम रखना चाहिए। इससे बच्चों के मन से झिझक और डर खत्म होता है और वे आपके करीब आते हैं और अपनी सारी बातों को शेयर करते हैं।

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बच्चों को नए काम के लिए प्रेरित और प्रोत्साहित करें

अक्सर बच्चे अपनी उपलब्धियों पर प्रोत्साहन न मिलने की वजह से अपने बड़ो से नफरत करने लगते हैं, जिससे वे आक्रामक व्यवहार करने लगते हैं। इसलिए पैरेंट्स या शिक्षकों को बच्चों को प्रोत्साहित करना चाहिए। इससे बच्चों में नए कार्य को करने की प्रेरणा मिलती है और आक्रामकता कम होती है।

कार्य को करने का सही तरीका

पैरेंट्स को अपने बच्चों को किसी भी काम को धैर्य और प्यार के साथ सही तरीके से करना सिखाना चाहिए। इसके साथ ही छोटे छोटे मुद्दों के प्रति आक्रामक रवैया अपनाना गलत आदत है.ये भी समझाना चाहिए।

बच्चों को ध्यान से परिचित कराएं

ध्यान अध्यात्म से जुड़ा मानसिक शांति पाने का सबसे अच्छा तरीका है। इसलिए बच्चों को ध्यान करना जरूर सिखाना चाहिए, जिससे मानसिक शांति मिलती है और जो बच्चों में आक्रामकता को कम करता है।

सीमाएं निर्धारित करें

बच्चों के आक्रामक व्यवहार के विरुद्ध एक सीमा रेखा स्थापित करें, जिसकी याद पेरेंट्स हमेशा उन्हें दिलाते रहें।

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