International Day of Yoga: अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के नाम चार गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड, इस साल क्या होगा नया?

सितंबर 2014 में प्रधानमंत्री मोदी ने संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) में प्रस्ताव रखा था। इसके बाद 11 दिसंबर 2014 को सर्वसम्मति से हर साल 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाने का संकल्प लिया गया । यह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत के लिए एक महत्वपूर्ण कूटनीतिक जीत थी। इस प्रयास के कारण योग को वैश्विक मान्यता मिली।

By Jagran NewsEdited By: Nidhi Avinash Publish:Tue, 18 Jun 2024 08:32 PM (IST) Updated:Tue, 18 Jun 2024 08:33 PM (IST)
International Day of Yoga: अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के नाम चार गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड, इस साल क्या होगा नया?
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के नाम चार गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड (Image: Agency)

HighLights

  • वैश्विक स्तर पर योग को बढ़ावा देने वाले पीएम मोदी
  • सितंबर 2014 में रखा गया था प्रस्ताव
  • अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के नाम चार गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। 10वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के विषय के महत्व पर चर्चा करते हुए आज नई दिल्ली स्थित राष्ट्रीय मीडिया केंद्र में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में आयुष राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) प्रतापराव जाधव शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि इस साल का विषय 'स्वयं और समाज के लिए योग' व्यक्तिगत और सामाजिक कल्याण को बढ़ावा देने में योग की दोहरी भूमिका को उजागर करता है।

जाधव ने कहा, 'योग शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक विकास को बढ़ावा देता है, साथ ही सामाजिक सद्भाव को भी बढ़ावा देता है। हाल के वर्षों में लाखों लोगों की भागीदारी समुदायों पर योग के गहन प्रभाव को दर्शाती है।'

वैश्विक स्तर पर योग को बढ़ावा देने वाले पीएम मोदी

इसके साथ ही जाधव ने यह भी घोषणा की कि प्रधानमंत्री ने प्रत्येक ग्राम प्रधान को पत्र लिखकर जमीनी स्तर पर भागीदारी और ग्रामीण क्षेत्रों में योग के प्रसार को प्रोत्साहित किया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी वैश्विक स्तर पर योग को बढ़ावा देने में एक महत्वपूर्ण व्यक्ति रहे हैं।

बता दें कि 2015 से, प्रधानमंत्री मोदी ने दिल्ली में कर्तव्य पथ, चंडीगढ़, देहरादून, रांची, जबलपुर और यहां तक ​​कि न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय सहित विभिन्न प्रतिष्ठित स्थानों पर अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस समारोहों का नेतृत्व किया है। उनके नेतृत्व ने योग की वैश्विक लोकप्रियता और मान्यता को काफी बढ़ावा दिया। 

सितंबर 2014 में रखा गया था प्रस्ताव

जानकारी के लिए बता दें कि सितंबर 2014 में प्रधानमंत्री मोदी ने संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) में प्रस्ताव रखा था। इसके बाद 11 दिसंबर 2014 को सर्वसम्मति से हर साल 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाने का संकल्प लिया गया। यह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत के लिए एक महत्वपूर्ण कूटनीतिक जीत थी। इस प्रयास के कारण योग को वैश्विक मान्यता मिली।

अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के नाम चार गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड

पिछले 10 वर्षों में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस ने चार गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाए 2015 में, कुल 35,985 भारतीयों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ राजपथ पर योग किया  कुल 84 देशों ने एक ही स्थान पर योग सत्र में भाग लिया पिछले साल 2023 में, दुनिया भर से कुल 23.4 करोड़ लोगों ने अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस कार्यक्रम में भाग लिया। इस वर्ष का अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस समारोह श्रीनगर में आयोजित किया जाएगा। इसकी अध्यक्षता एक बार फिर प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी करेंगे।

दृष्टिबाधित मित्रों के लिए क्या?

आयुष राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) ने ब्रेल लिपि में ‘कॉमन योग प्रोटोकॉल बुक’ लॉन्च की। योग पर प्रोफेसर आयुष्मान कॉमिक भी लॉन्च की। यह पुस्तक बच्चों को रुचि और मनोरंजन के साथ योग सीखने और अभ्यास करने में मदद करेगी।

इस साल ISRO की अनूठी पहल

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो)  ‘अंतरिक्ष के लिए योग’ का आयोजन कर रहा है।

इसरो के सभी वैज्ञानिक और अधिकारी कॉमन योग प्रोटोकॉल दिशानिर्देशों के अनुसार एक साथ योग करेंगे।

गगनयान परियोजना की टीम भी इस अवसर पर योगाभ्यास करेगी।

योग टेक चैलेंज का आयोजन

मंत्रालय ने भारत सरकार के MyGov पोर्टल और MyBharat पोर्टल पर योग टेक चैलेंज का आयोजन किया है। राज्य सरकारों के साथ-साथ केंद्र शासित प्रदेश भी अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2024 में सक्रिय रूप से भाग ले रहे हैं। इन  हैशटैग का हो रहा इस्तेमाल #InternationalDayofYoga2024, #YogaForSelfAndSociety, #YogaWithFamily और #IDY2024

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