Bhagat Singh Quotes: शहीद भगत सिंह के 10 अनमोल विचार बदल देंगे आपका जीवन

भगत सिंह ने कई युवाओं और नेताओं के लिए देश की आजादी में सहयोग देने के लिए प्रेरित किया। अन्याय के खिलाफ आवाज उठाई और सभी के लिए एक आदर्श बन गए। भगत सिंह ने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के दौरान लोगों में देशभक्ति की भावना जगाने के लिए कई प्रेरक नारे और कोट्स दिए हैं। इंकलाब जिंदाबाद भगत सिंह के सबसे लोकप्रिय नारों में से एक है।

By Jagran NewsEdited By: Publish:Thu, 28 Sep 2023 08:01 AM (IST) Updated:Thu, 28 Sep 2023 08:01 AM (IST)
Bhagat Singh Quotes: शहीद भगत सिंह के 10 अनमोल विचार बदल देंगे आपका जीवन
Bhagat Singh Quotes: शहीद भगत सिंह के 10 अनमोल विचार बदल देंगे आपका जीवन

Bhagat Singh Quotes: नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्क। भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के सबसे महत्वपूर्ण क्रांतिकारियों में से एक शहीद भगत सिंह की आज 116वीं जयंती मनाई जा रही है। भगत सिंह का जन्म 28 सितंबर 1907 को बंगा, पंजाब-अब पाकिस्तान में हुआ था। उन्होंने बचपन में अंग्रेजों के खिलाफ भारत की आजादी का बिगुल फूंक दिया था। 23 मार्च 1931 को लाहौर की सेंट्रल जेल में मौत की सजा दे दी गई। भगत सिंह बहुत कम उम्र में शहीद हो गए थे। उन्होंने कई युवाओं और नेताओं के लिए देश की आजादी में सहयोग देने के लिए प्रेरित किया। अन्याय के खिलाफ आवाज उठाई और सभी के लिए एक आदर्श बन गए। भगत सिंह ने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के दौरान लोगों में देशभक्ति की भावना जगाने के लिए कई प्रेरक नारे और कोट्स दिए हैं। 'इंकलाब जिंदाबाद', भगत सिंह के सबसे लोकप्रिय नारों में से एक है। आईये जानते हैं भगत सिंह के 10 अनमोल विचार...

Bhagat Singh Quotes (भगत सिंह के 10 अनमोल विचार)

1. प्रेमी, पागल और कवि एक ही चीज से बने होते हैं। - भगत सिंह

2. आलोचना और स्वतंत्र सोच एक क्रांतिकारी के दो अनिवार्य गुण हैं। - भगत सिंह

3. मैं एक मानव हूँ और जो कुछ भी मानवता को प्रभावित करता है उससे मुझे मतलब है। - भगत सिंह

4. सरफरोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है, देखना है जोर कितना बाजु-ए-कातिल में है। - भगत सिंह

5. इस कदर वाकिफ है मेरी कलम मेरे जज़्बातों से, अगर मैं इश्क़ लिखना भी चाहूँ तो इंकलाब लिखा जाता है। - भगत सिंह

6. जिंदगी तो अपने दम पर ही जी जाती है, दुसरों के कंधे पर तो सिर्फ जनाजे उठाए जाते हैं। - भगत सिंह

7. मेरे जीवन का केवल एक ही लक्ष्य है और वो है देश की आज़ादी. इसके अलावा कोई और लक्ष्य मुझे लुभा नहीं सकता - भगत सिंह

8. जिन्दा रहने की हसरत मेरी भी है, पर मैं कैद रहकर अपना जीवन नहीं बिताना चाहता। - भगत सिंह

9. मरकर भी मेरे दिल से वतन की उल्फत नहीं निकलेगी, मेरी मिट्टी से भी वतन की ही खुशबू आएगी। - भगत सिंह

10. राख का हर एक कण मेरी गर्मी से गतिमान है। मैं एक ऐसा पागल हूं जो जेल में भी आजाद है। - भगत सिंह

11. वे मुझे मार सकते हैं, लेकिन वे मेरे विचारों को नहीं मार सकते। वे मेरे शरीर को कुचल सकते हैं, लेकिन वे मेरी आत्मा को कुचलने में सक्षम नहीं होंगे। - भगत सिंह

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