नए संसद भवन के उद्घाटन में शामिल होने के लिए दिल्ली पहुंचे धर्मपुरम आदिनम, पीएम को देंगे विशेष उपहार

नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह में शामिल होने के लिए धर्मपुरम आदिनम के संत दिल्ली पहुंच चुके हैं। वे अपने साथ पीएम मोदी को पेश करने के लिए एक विषेश उपहरा भी लेकर आ रहे हैं। 28 मई को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी नए संसद भवन का उद्घाटन करेंगे।

By Shalini KumariEdited By:
Updated: Sat, 27 May 2023 10:17 AM (IST)
नए संसद भवन के उद्घाटन में शामिल होने के लिए दिल्ली पहुंचे धर्मपुरम आदिनम, पीएम को देंगे विशेष उपहार
नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह में शामिल होंगे हुए धर्मपुरम आदिनम के संत

नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्क। नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह में शामिल होने के लिए थिरुवदुथुराई आदिनम चेन्नई से दिल्ली पहुंच चुके हैं। इस उद्घाटन समारोह में धर्मपुरम आदिनम के संत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक खास उपहार लेकर पेश करेंगे। इस उद्घाटन का साक्षी बनने के लिए 21 आदिनम चेन्नई से निकल चुके हैं।

#WATCH | Thiruvavaduthurai Adheenam seers arrive in Delhi ahead of the inauguration ceremony of #NewParliamentBuilding in Delhi, tomorrow, 28th May. pic.twitter.com/zhNVUXlAIc— ANI (@ANI) May 27, 2023

दो चरणों में होगा उद्घाटन समारोह

दरअसल, धर्मपुरम आदिनम के संत ही उद्घाटन समारोह के दौरान पीएम मोदी को पवित्र राजदंड सेंगोल सौंपेंगे। उद्घाटन समारोह को लेकर कार्यक्रम की जानकारी फिलहाल सार्वजनिक नहीं की गई है, लेकिन सूत्रों के मुताबिक, समारोह दो चरणों में आयोजित किया जाएगा।

अध्यक्ष के दाहिनी ओर स्थापित होगा सेंगोल

उद्घाटन समारोह की रस्में संसद के पास स्थित गांधी की प्रतिमा के पास वाले पंडाल में होंगी। इसके बाद तमिलनाडु के पुजारी प्राचीन परंपराओं के मुताबिक, लोकसभा कक्ष में अध्यक्ष की कुर्सी के दाहिनी ओर सेंगोल को स्थापित कराएंगे।

लोकतंत्र में सेंगोल का काफी महत्व

सेंगोल का अर्थ 'संपदा से संपन्न और ऐतिहासिक' होता है। इसे तमिलनाडु के एक प्रमुख धार्मिक मठ के मुख्य आदिनम यानि पुरोहितों का आशीर्वाद मिला हुआ है। भारत के लोकतांत्रिक इतिहास में सेंगोल का काफी महत्व है। दरअसल, सेंगोल ब्रिटिश सरकार से भारतीयों के हाथों में ली गई सत्ता की शक्ति को दर्शाता है। भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू को प्रधानमंत्री के रूप में पदभार संभालने के दौरान यह सौंपा गया था।