ISRO Aditya L1 Spacecraft: सौर मिशन में ISRO को मिली अहम कामयाबी, आदित्य एल1 ने कैद की सूर्य की ज्वालाएं, भेजी तस्वीरें

ISRO Aditya L1 Mission इसरो के पहले सौर मिशन आदित्य एल1 में अहम सफलता हाथ लगी है। अंतरिक्ष यान ने सूर्य की कई हालिया गतिविधियों को कैद किया है और उनकी तस्वीरें भेजी हैं। इसरो ने बताया कि अंतरिक्ष यान में लगे दो रिमोट सेंसिंग उपकरणों की मदद से ये तस्वीरें ली गई हैं। इसरो ने अलग-अलग सोलर फ्लेयर्स की कई तस्वीरें साझा की हैं।

By AgencyEdited By: Sachin Pandey
Updated: Mon, 10 Jun 2024 03:12 PM (IST)
ISRO Aditya L1 Spacecraft: सौर मिशन में ISRO को मिली अहम कामयाबी, आदित्य एल1 ने कैद की सूर्य की ज्वालाएं, भेजी तस्वीरें
ISRO Sun Mission: इसरो ने सूर्य की अलग-अलग तस्वीरें साझा की हैं। (Photo - ISRO)

पीटीआई, बेंगलुरू। ISRO Aditya L1 Mission: इसरो के पहले सौर मिशन आदित्य एल1 में अहम सफलता हाथ लगी है। अंतरिक्ष यान ने सूर्य की कई हालिया गतिविधियों को कैद किया है और उनकी तस्वीरें भेजी हैं। इसरो ने बताया कि अंतरिक्ष यान में लगे दो रिमोट सेंसिंग उपकरणों की मदद से ये तस्वीरें ली गई हैं।

इसरो ने अलग-अलग सोलर फ्लेयर्स की कई तस्वीरें साझा की हैं, जोकि मई 2024 के दौरान ली गई हैं। इसरो के अनुसार सोलर अल्ट्रा वायलेट इमेजिंग टेलीस्कोप (SUIT) और विजिबल एमिशन लाइन कोरोनाग्राफ (VELC) सेंसर ने ये गतिविधियां कैद की।

क्या कहा इसरो ने

इसरो ने अपने बयान में कहा कि कोरोनल मास इजेक्शन (सीएमई) से जुड़ी कई एक्स-क्लास और एम-क्लास फ्लेयर्स दर्ज की गईं, जिससे महत्वपूर्ण भू-चुंबकीय तूफान पैदा हुए। स्पेस एजेंसी ने कहा कि सूर्य के AR13664 सक्रिय क्षेत्र में 8 से 15 मई के दौरान कई एक्स-श्रेणी और एम-श्रेणी की ज्वालाएं फूटीं, जो 8 और 9 मई के सीएमई से जुड़ी थीं। इनसे 11 मई को एक बड़ा भू-चुंबकीय तूफान पैदा हुआ।

गौरतलब है कि आदित्य-एल1 भारत का पहला सौर मिशन है, जोकि दो सितंबर, 2023 को लॉन्च हुआ था। लॉन्च होने के 127 दिन बाद इस साल छह जनवरी को यह लैग्रेंजियन बिंदु (एल1) पर पहुंचा। एल1 पृथ्वी से लगभग 1.5 मिलियन किमी दूरी पर स्थित है। यहां से अंतरिक्ष यान लगातार सूर्य को देखने में सक्षम है।