Karnataka: डॉक्टर के लालच से गई गर्भ में पल रहे बच्चे की जान, ऑपरेशन के लिए मांगे थे 10 हजार रुपये

Karnataka यादगीर में एक डॉक्टर ने सी-सेक्शन से डिलीवरी करने के लिए एक परिवार से 10 हजार रुपये की रिश्वत मांगी। पैसे मिलने के बाद ही डॉक्टर ने डिलीवरी की प्रक्रिया शुरू की लेकिन इसमें देरी होने के कारण गर्भ में ही बच्चे की मौत हो गई।

By AgencyEdited By: Publish:Fri, 17 Mar 2023 12:22 PM (IST) Updated:Fri, 17 Mar 2023 12:22 PM (IST)
Karnataka: डॉक्टर के लालच से गई गर्भ में पल रहे बच्चे की जान, ऑपरेशन के लिए मांगे थे 10 हजार रुपये
डॉक्टर के लालच के कारण गर्भ में पल रहे बच्चे की मौत

कर्नाटक, एजेंसी। कर्नाटक के यादगीर से एक हैरान करने वाली खबर सामने आ रही है। दरअसल, यहां डॉक्टरों की लापरवाही के कारण मां के गर्भ में ही एक बच्चे की मौत हो गई। डॉक्टरों ने सी-सेक्शन सर्जरी करने से इनकार कर दिया, जब तक परिवार ने उन्हें 10,000 रुपये रिश्वत नहीं दी।

पुलिस ने मामले को संज्ञान में लेते हुए मामला दर्ज कर लिया है। साथ ही, जिला प्रशासन ने शुक्रवार को स्त्री रोग विशेषज्ञ को निलंबित कर दिया।

10 हजार रुपये के रिश्वत की मांग

जिला अस्पताल से निलंबित की गई स्त्री रोग विशेषज्ञ की पहचान डॉ. पल्लवी पूजारी को तौर पर की गई है। अधिकारियों के मुताबिक, स्थानीय गृहिणी संगीता गुरुवार को जिला अस्पताल में अपनी डिलीवरी के लिए आई थी। संगीता का नॉर्मल डिलीवरी करना संभव नहीं था, क्योंकि उनकी स्थिति स्थिर नहीं थी, लेकिन डॉ. पल्लवी ने कथित तौर पर उसकी सिजेरियन सर्जरी कराने के लिए 10,000 रुपये की रिश्वत मांगी थी।

संगीता का परिवार के पास उस मौके पर इतने पैसे नहीं थे, लेकिन उन्होंने अपने दोस्तों और रिश्तेदारों की मदद से पैसे इकट्ठा किए और डॉक्टर को दिए। पैसे मिलने के बाद ही सर्जरी की तैयारी की गई थी।

मां के गर्भ में बच्चे में तोड़ा दम

हालांकि, जब तक पैसे इकट्ठा हुए और सर्जरी की जाती तब तक काफी देर हो चुकी थी। डिलीवरी में देर होने की वजह से बच्चे ने अपनी मां के गर्भ में ही दम तोड़ दिया था। इसके बाद पीड़िता के परिजनों और दोस्तों ने लगाया कि स्त्री रोग विशेषज्ञ की लापरवाही बच्चे की मौत के लिए जिम्मेदार है। उन्होंने अस्पताल परिसर में विरोध प्रदर्शन भी किया। रिपोर्ट मिलने के बाद जिला आयुक्त आर स्नेहल ने डॉक्टर पल्लवी पूजारी को निलंबित कर दिया।

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