Kerala: ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में माकपा की भूमि बैंक में पड़े ₹73 लाख जब्त किए, वामपंथी दल ने आरोपों से किया इनकार

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने करुवन्नूर सेवा सहकारी बैंक घोटाले से जुड़ी धन शोधन की जांच के तहत केरल में एक भूखंड और माकपा के 73 लाख रुपये के बैंक जमा को कुर्क किया है। मामले में इन संपत्तियों को कुर्क करने के लिए ईडी ने पीएमएलए एक्ट के तहत एक अस्थायी आदेश जारी किया था। हालांकि माकपा ने ईडी के आरोपों का खंडन किया है।

By Jagran NewsEdited By: Siddharth Chaurasiya Publish:Sat, 29 Jun 2024 07:30 PM (IST) Updated:Sat, 29 Jun 2024 07:30 PM (IST)
Kerala: ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में माकपा की भूमि बैंक में पड़े ₹73 लाख जब्त किए, वामपंथी दल ने आरोपों से किया इनकार
मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी ने माकपा के बैंक खाते में जमा 73 लाख रुपये को जब्त कर लिया है।

HighLights

  • केरल में मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी की बड़ी कार्रवाई
  • माकपा के बैंक खाते में जमा 73 लाख ईडी ने जब्त किए
  • माकपा ने कहा- कानूनी और राजनीतिक रूप से निपटेंगे

पीटीआई, नई दिल्ली। ईडी ने केरल में एक बैंक घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में माकपा की एक जमीन और बैंक में जमा 73 लाख रुपये को जब्त कर लिया है। यह कार्रवाई करुवन्नूर सेवा सहकारी बैंक घोटाला से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में की गई। जबकि वामपंथी दल ने कहा कि इस मामले से कानूनी और राजनीतिक रूप से निपटेंगे।

माकपा पर ईडी ने कसा शिकंजा

सूत्रों के अनुसार, इन संपत्तियों को जब्त करने के लिए धनशोधन रोकथाम अधिनियम के तहत अंतरिम आदेश जारी किया गया। जब्त की गई संपत्तियों में केरल के त्रिशूर जिले में 10 लाख रुपये मूल्य का भूखंड और राजनीतिक दल के अघोषित बैंक खाते में जमा 73 लाख रुपये की राशि शामिल है। इस मामले से जुड़े अन्य लोगों और संस्थाओं की 28.65 करोड़ रुपये की संपत्ति भी जब्त की गई है।

इधर, माकपा ने ईडी के आरोपों का खंडन किया है और कहा है कि वह करोड़ों रुपये के कथित करुवन्नूर बैंक घोटाले से संबंधित मामले में उसे आरोपी बनाने की जांच एजेंसी के किसी भी कदम का कानूनी और राजनीतिक रूप से निपटेगी।

ईडी की कार्रवाई राजनीति से प्रेरित

पार्टी के प्रदेश सचिव एमवी गोविंदन ने आरोप लगाया कि ईडी राजनीतिक कारणों से विभिन्न मामलों में विपक्षी दलों एवं उनके नेताओं को आरोपी बनाने का प्रयास कर रही है। जबकि ईडी का मानना है कि उसने जो भूखंड जब्त किया है, वह माकपा के पार्टी कार्यालय के लिए था और उसे ऋणधारकों या करुवन्नूर सेवा सहकारी बैंक द्वारा मंजूर किए गए ऋण के लाभार्थियों से मिली कथित रिश्वत से खरीदा गया था।

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