तीन लोगों की मौत, लाखों प्रभावित... पूर्वोत्तर में आफत की बारिश, मणिपुर राजभवन में भी घुसा पानी

मणिपुर समेत पूर्वोत्तर के राज्यों में चक्रवात रेमल (Remal Cyclone) के कारण हुई भारी बारिश ने तबाही मचाई है। इन राज्यों में रेमल से हजारों की संख्या में लोग प्रभावित हुए हैं। इस प्राकृतिक आपदा में मौत का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है। हालात को देखते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गंभीर चिंता व्यक्त की है। भारी बारिश के कारण इंफाल में बाढ़ जैसी स्थिति बनी हुई है।

By AgencyEdited By: Abhinav Atrey Publish:Fri, 31 May 2024 07:34 PM (IST) Updated:Fri, 31 May 2024 07:34 PM (IST)
तीन लोगों की मौत, लाखों प्रभावित... पूर्वोत्तर में आफत की बारिश, मणिपुर राजभवन में भी घुसा पानी
पूर्वोत्तर राज्यों में आई बाढ़ को लेकर पीएम मोदी और गृह मंत्री शाह ने चिंता जताई। (फोटो, एक्स)

HighLights

  • पूर्वोत्तर राज्यों में आई बाढ़ को लेकर गृह मंत्री शाह ने चिंता जताई
  • पूर्वोत्तर राज्यों के मुख्यमंत्रियों से बात कर हर संभव मदद का दिया आश्वासन
  • राजभवन बाढ़ के पानी में डूब रहा- कांग्रेस

पीटीआई, इंफाल। मणिपुर समेत पूर्वोत्तर के राज्यों में चक्रवात रेमल (Remal Cyclone) के कारण हुई भारी बारिश ने तबाही मचाई है। इन राज्यों में रेमल से हजारों की संख्या में लोग प्रभावित हुए हैं। इस प्राकृतिक आपदा में मौत का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है। हालात को देखते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गंभीर चिंता व्यक्त की है। भारी बारिश के कारण इंफाल के कई इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति बनी हुई है। तेज बारिश के कारण मणिपुर के राजभवन परिसर में जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो गई।

अधिकारियों ने शुक्रवार को बताया कि इंफाल घाटी में भारी बारिश के कारण आई बाढ़ से तीन लोगों की मौत हो गई है, जबकि हजारों लोग प्रभावित हुए हैं। एक अधिकारी ने कहा कि इंफाल नदी के तटबंध विभिन्न स्थानों पर टूटने के बाद राजभवन परिसर में पानी एकत्र हो गया। उन्होंने कहा कि पिछले दो दिनों की तुलना में राजभवन की स्थिति में काफी सुधार हुआ है।

राजभवन बाढ़ के पानी में डूब रहा- कांग्रेस

इस बीच, मणिपुर प्रदेश कांग्रेस कमेटी (एमपीसीसी) के प्रवक्ता निंगोम्बम बुपेंद्र ने एक्स पर तस्वीरें साझा करते हुए लिखा कि राजभवन बाढ़ के पानी में डूब रहा है। मणिपुर के राज्यपाल को राजभवन में व्यक्तिगत रूप से जल स्तर की जांच करते हुए देखना दुर्लभ है। मेघालय के लमस्लम क्षेत्र में भारी बारिश के कारण राष्ट्रीय राजमार्ग-6 का 20 मीटर हिस्सा बह जाने से बराक घाटी के कछार, करीमगंज और हैलाकांडी जिलों का राज्य के अन्य हिस्सों और पूर्वोत्तर क्षेत्र से सड़क संपर्क टूट गया है और वाहन फंसे हुए हैं।

प्राकृतिक आपदाओं के बारे में बहुत चिंतित हूं- शाह

वहीं, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट कर कहा कि असम, त्रिपुरा, मणिपुर, मेघालय और मिजोरम में चक्रवात रेमल के कारण उत्पन्न प्राकृतिक आपदाओं के बारे में बहुत चिंतित हूं। पीएम मोदी को भी जानकारी दी है। संबंधित राज्यों के मुख्यमंत्रियों से बात की, स्थिति का जायजा लिया और उन्हें हर संभव मदद का आश्वासन दिया। हमारी संवेदनाएं उन लोगों के साथ हैं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया है और हम उन घायलों के लिए प्रार्थना करते हैं ताकि वे शीघ्र स्वस्थ हो जाएं। स्थिति पर कड़ी नजर रखी जा रही है।

असम में बाढ़ से दो लाख लोग प्रभावित

असम में बाढ़ की स्थिति गंभीर बनीं हुई है और चक्रवात रेमल के प्रभाव के चलते लगातार हुई बारिश के कारण नौ जिलों में दो लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। अधिकारियों ने बताया कि 28 मई से राज्य में बाढ़, बारिश और तूफान की वजह से कुल मिलाकर छह लोगों की मौत हो गई। नागांव, करीमगंज, हैलाकांडी, पश्चिम कार्बी आंगलोंग, कछार, होजाई, गोलाघाट, कार्बी आंगलोंग और दीमा हसाओ जिले इस प्राकृतिक आपदा से गंभीर रूप से प्रभावित हुए।

पीएम मोदी ने चक्रवात प्रभावित लोगों को दिया मदद का भरोसा

इस बीच, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एक्स पर पोस्ट कर कहा कि दुर्भाग्य से असम, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, त्रिपुरा और बंगाल में चक्रवात रेमल के बाद प्राकृतिक आपदाएं आई हैं। मेरी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं उन सभी लोगों के साथ हैं जो वहां प्रभावित हुए हैं। केंद्र सरकार ने राज्यों को हर संभव सहायता का आश्वासन दिया है और स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है। अधिकारी प्रभावित लोगों की सहायता के लिए जमीनी स्तर पर काम कर रहे हैं।

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