NEET और UGC-NET ही नहीं, 'ITEP प्रवेश परीक्षा' में भी हुई थी गड़बड़ी; अब दूसरी परीक्षाओं को लेकर शिक्षा मंत्रालय सतर्क
NEET Paper Leak Case नीट-यूजी और यूजीसी-नेट में गड़बड़ियों के साथ ही एक और परीक्षा में गड़बड़ी की बात सामने आई है। एक के बाद एक लगातार तीन परीक्षाओं में गड़बड़ी और पेपर लीक की घटनाएं सामने के बाद शिक्षा मंत्रालय बुरी तरह सकते में है। इस बीच मंत्रालय ने गुरुवार को इस मसले पर आला अधिकारियों के साथ लंबी बैठक की।
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HighLights
- एनटीए ने गड़बड़ी के चलते ही रद कर दी थी 12 जून को हुई यह परीक्षा
- लगातार तीन परीक्षाओं में गड़बड़ी व पेपर लीक से शिक्षा मंत्रालय सकते में
- 23 जून को नीट-पीजी समेत दूसरी परीक्षाओं को लेकर मंत्रालय सतर्क
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। नीट-यूजी और यूजीसी-नेट में गड़बड़ियों के साथ ही एक और परीक्षा में गड़बड़ी की बात सामने आई है। यह राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (एनसीटीई) के इंटीग्रेटेड टीचर एजुकेशन प्रोग्राम (आईटीईपी) के तहत शुरू किए गए बीए-बीएड, बीएससी-बीएड और बीकॉम-बीएड जैसे कोर्सों में प्रवेश से जुड़ी थी। यह परीक्षा 12 जून को आयोजित की गई थी, लेकिन बाद में इसे रद कर दिया गया।
तीनों परीक्षाओं के पीछे हैं NTA
एक के बाद एक लगातार तीन परीक्षाओं में गड़बड़ी और पेपर लीक की घटनाएं सामने के बाद शिक्षा मंत्रालय बुरी तरह सकते में है। उसे समझ नहीं आ रहा कि वह क्या करे और इससे कैसे निपटे। लगातार तीन परीक्षाओं में गड़बड़ी सामने आने और सभी परीक्षाओं के पीछे एनटीए के होने से शिक्षा मंत्रालय की चिंताएं और भी बढ़ी हैं। वह जहां इन गड़बड़ियों से बिगड़ रही अपनी साख से परेशान है, वहीं वह आगामी दिनों में प्रस्तावित परीक्षाओं को लेकर भी परेशान है।
मंत्रालय ने अधिकारियों को अलर्ट रहने को कहा
इस बीच, मंत्रालय ने गुरुवार को इस मसले पर आला अधिकारियों के साथ लंबी बैठक की। साथ ही सभी को आगामी परीक्षा से जुड़ी जिम्मेदारियों में लगाया। मंत्रालय के सामने जो पहली अहम परीक्षा है, वह 23 जून को प्रस्तावित नीट-पीजी की है। ऐसे में मंत्रालय ने एनटीए सहित इससे जुड़े पूरे अमले को अलर्ट रहने को कहा है। साथ ही परीक्षा से जुड़ी तैयारियों को नए सिरे जांचने के लिए भी कहा है।
गड़बड़ी की शिकायतों के बाद परीक्षा रद
मंत्रालय से जुड़े सूत्रों के मुताबिक, 12 जून को देश के करीब 160 शहरों के 292 केंद्रों पर आईटीईपी से जुड़े कोर्सों में प्रवेश के लिए संयुक्त प्रवेश आयोजित की गई। इसके लिए 40 हजार से अधिक छात्रों ने रजिस्ट्रेशन कराया था। एनटीए की मानें तो इस परीक्षा में करीब 29 हजार छात्रों ने हिस्सा लिया था। बाद में कई स्तरों से इस परीक्षा में गड़बड़ी की शिकायतों के बाद इसे रद कर दिया गया।
बड़े पैमाने पर हुई थी गड़बड़ी
एनटीए ने इस परीक्षा को तकनीकी गड़बड़ी कारणों से रद होने का दावा किया गया है, लेकिन जानकारों की मानें तो इस परीक्षा में भी बड़े पैमाने पर गड़बड़ी हुई। गौरतलब है कि मंत्रालय ने यूजीसी-नेट परीक्षा को भी गड़बड़ी के चलते परीक्षा के दूसरे दिन रद कर दिया। यह परीक्षा 18 जून को हुई थी और 19 जून को इस रद किया गया।
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