'बालक बुद्धि को कौन समझाए...PM ने राहुल पर कसा तंज, लोकसभा में मोदी ने कांग्रेस को कहा परजीवी; बड़ी बातें

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज (2 जुलाई) लोकसभा में धन्यवाद प्रस्ताव पर हुई चर्चा का जवाब दे रहे हैं। पीएम मोदी के संसद पहुंचने पर एनडीए के सांसदों ने मोदी-मोदी के नारों से स्वागत किया तो वहीं विपक्षी सांसद भी भाषण के बीच जमकर सदन में हंगामा कर रहे हैं। स्पीकर ओम बिरला ने विपक्षी सांसदों को फटकार लगाते हुए कहा कि ये कोई तरीका नहीं है।

By Jagran NewsEdited By: Siddharth Chaurasiya Publish:Tue, 02 Jul 2024 04:59 PM (IST) Updated:Tue, 02 Jul 2024 05:46 PM (IST)
'बालक बुद्धि को कौन समझाए...PM ने राहुल पर कसा तंज, लोकसभा में मोदी ने कांग्रेस को कहा परजीवी; बड़ी बातें
संसद के दोनों सदनों लोकसभा और राज्यसभा में मंगलवार (2 जुलाई) को राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा जारी है।

HighLights

  • लोकसभा में पीएम मोदी दे रहे भाषण
  • विपक्षी दलों पर जमकर निशाना साधा
  • राहुल गांधी पर भड़के स्पीकर ओम बिरला

ऑनलाइन डेस्क, नई दिल्ली। संसद के दोनों सदनों लोकसभा और राज्यसभा में मंगलवार (2 जुलाई) को राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा जारी है। धन्यवाद प्रस्ताव पर लोकसभा में हुई चर्चा पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जवाब दे रहे हैं। उससे पहले पीएम मोदी के सदन में पहुंचते ही भाजपा सांसद मोदी-मोदी के नारे लगे। इस पर विपक्षी सांसदों ने भी लोकसभा में हंगामा शुरू कर दिया। इसी हंगामे के बीच पीएम मोदी अपना भाषण दे रहे हैं।

भाषण के शुरुआत में पीएम मोदी ने विपक्ष पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि वो कुछ लोगों के दर्द को समझ सकते हैं। इस दौरान हंगामे के बीच लोकसभा स्पीकर ओम बिरला विपक्ष के नेता राहुल गांधी पर भड़क गए। उन्होंने कहा कि लोगों को भड़काने का काम बंद कीजिए।

पीएम मोदी ने अपना भाषण जारी रखते हुए कहा कि देश की जनता ने हमारी सरकार को आशीर्वाद इसलिए भी दिया क्योंकि हमारी सरकार की भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति रही है। हमारा एक मात्र लक्ष्य नेशन फर्स्ट है।

Live: लोकसभा में पीएम मोदी ने अपने भाषण में क्या-क्या कहा?

देश ने एक सफल चुनाव अभियान को पार करते हुए विश्व को दिखा दिया है कि ये दुनिया का सबसे बड़ा चुनाव अभियान था। देश की जनता ने दुनिया के सबसे बड़े चुनाव अभियान में हमें चुना है। मैं कुछ लोगों की पीड़ा समझ सकता हूं कि लगातार झूठ चलाने के बाद भी उन्हें घोर पराजय का सामना करना पड़ा। विश्व के सबसे बड़े चुनाव अभियान में देश की जनता ने हमें तीसरी बार देश की सेवा करने का मौका दिया है। ये अपने आप में लोकतांत्रिक विश्व के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण और गौरवपूर्ण घटना है। हमें हर कसौटी पर कसने के बाद देश की जनता ने ये जनादेश दिया है। जनता ने हमारे 10 साल के ट्रैक रिकॉर्ड को देखा है। जनता ने देखा है कि गरीबों के कल्याण के लिए हमने समर्पण भाव से 'जनसेवा ही प्रभुसेवा' के मंत्र को चरितार्थ करते हुए कार्य किए हैं। हम 2014 में जब पहली बार जीतकर आए थे, तो चुनाव के अभियान में भी हमने कहा था कि करप्शन के प्रति हमारा जीरो टॉलरेंस रहेगा। भ्रष्टाचार के प्रति हमारी इसी नीति के कारण देश ने हमें आशीर्वाद दिया है। मैं आज आपके माध्यम से देशवासियों को विश्वास दिलाता हूं कि विकसित भारत के जिस संकल्प को लेकर हम चले हैं, उस संकल्प की पूर्ति के लिए हम भरसक प्रयास करेंगे, पूरी निष्ठा और ईमानदारी से करेंगे। समय का पल-पल और शरीर का कण-कण विकसित भारत के सपने को पूरा करने में लगाएंगे। अपने समय का पल-पल, और अपने शरीर का कण-कण हम देशवासियों के लिए और विकसित भारत के सपने को पूरा करने के लिए लगाएंगे... 2014 में देश की जनता ने हमें सेवा करने के लिए चुना और वो पल देश के परिवर्तित युग का प्रारंभ था। आज 10 साल में मेरी सरकार की अनेक सफलताएं और सिद्धियां हैं। लेकिन एक सिद्धि जिसने सभी सिद्धियों में ताकत भर दी, वो थी, देश निराशा की गर्त से निकलकर आशा और विश्वास के साथ खड़ा हो गया। देश में आत्मविश्वास बुलंदी पर पहुंचा। 2014 से पहले, ऐसे समय थे जब आतंकवादी कहीं भी हमला करने के लिए स्वतंत्र थे, जब निर्दोष लोगों की जान जाना आम बात थी, जब हिंदुस्तान के हर कोने को निशाना बनाया जाता था, और सरकारें चुप रहने के अलावा कुछ नहीं करती थीं! लेकिन 2014 के बाद, ये नया हिंदुस्तान घर में घुस कर मारता है... आज देश का एक-एक नागरिक जानता है कि अपनी सुरक्षा के लिए भारत कुछ भी कर सकता है। अनुच्छेद 370 की पूजा करने वाले लोगों ने, वोटबैंक की राजनीति को हथियार बनाने वालों ने, जम्मू-कश्मीर के ऐसे हालात कर दिए थे कि भारत का संविधान जम्मू-कश्मीर की सीमा में प्रवेश नहीं कर सकता था। 370 के जमाने में सेनाओं पर पत्थर चलते थे और लोग निराशा में डूबकर कहते थे कि अब जम्मू-कश्मीर में कुछ नहीं हो सकता। आज आर्टिकल 370 की दीवार गिरी, पत्थरबाजी बंद है, लोकतंत्र मजबूत है और लोग बढ़-चढ़कर भारत के संविधान में भरोसा करते हुए मतदान के लिए आगे आ रहे हैं। जनता ने हमें स्थिरता और निरंतरता के लिए जनादेश दिया है। लोकसभा चुनाव के साथ ही लोगों की नजर से कुछ चीजें ओझल हो गई हैं। लोकसभा चुनाव के साथ-साथ हमारे देश में 4 राज्यों के भी चुनाव हुए हैं। इन चारों ही राज्यों में एनडीए ने अभूतपूर्व सफलता प्राप्त की है। हमने शानदार विजय प्राप्त की है। बीजेपी ने केरल में इस बार खाता खोला है और बड़े गर्व के साथ केरल से हमारे सांसद हमारे साथ बैठते हैं। तमिलनाडु में कई सीटों पर भाजपा ने दमदार उपस्थिति दर्ज की है। कर्नाटक, यूपी और राजस्थान में पिछली बार की तुलना में भाजपा का वोट प्रतिशत बढ़ा है। 2024 के चुनाव में कांग्रेस के लिए भी इस देश की जनता ने जनादेश दिया है। इनके लिए देश की जनता का जनादेश है कि आप विपक्ष में ही बैठो और तर्क खत्म हो जाए तो चीखते-चिल्लाते रहो। यह लगातार तीसरी बार है जब कांग्रेस चुनाव में 100 का आंकड़ा पार नहीं कर पाई! यह कांग्रेस के इतिहास में चुनावों में तीसरी सबसे बड़ी विफलता है। यह चुनावों में कांग्रेस की तीसरी सबसे खराब प्रस्तुति है। अच्छा होता कि कांग्रेस अपनी हार स्वीकारती, जनता-जनार्दन के आदेश को सिर-आंखों पर चढ़ाती, आत्म-मंथन करती। लेकिन ये तो शीर्षासन करने में लगे हुए हैं। एक किस्सा याद आता है, 99 मार्क्स लेकर एक बालक घूम रहा था। सबको दिखाता था इतने ज्यादा मार्क्स आए हैं। लोग भी जब 99 सुनते थे तो शाबाशी देते थे, फिर किसी ने बताया कि ये बालक 100 में से 99 नहीं लाया यह तो 545 में से 99 मार्क्स लाया है। इस बालक को कौन समझाए कि तुमने फेल होने का वर्ल्ड रिकॉर्ड बना दिया है। इन्होंने तो शोले फिल्म को भी पीछे छोड़ दिया है। आपको शोले फिल्म की मौसी जी याद होगी। तीसरी बार तो हारे हैं पर मौसी ये बात तो सही है तीसरी बार ही तो हारे हैं। 13 राज्यों में 0 सीटे आई हैं, अरे मौसी 13 राज्यों में 0 सीटें आई है पर हीरो तो हैं ना, अरे पार्टी की लुटिया तो डुबोई है, पार्टी अभी भी सांसें तो ले रही है। जनादेश को फर्जी जीत के जश्न में मत दबाओ। ईमानदारी से देशवासियों के जनादेश को जरा समझने की कोशिश करो, इसे स्वीकार करो। मैं कांग्रेस के लोगों को कहूंगा कि जनादेश को फर्जी जीत के जश्न में मत दबाओ, जनादेश को फर्जी जीत के नशे में मत दबाओ। ईमानदारी से देशवासियों के जनादेश को समझो और उसे स्वीकार करो। अब कांग्रेस पार्टी 2024 से एक परजीवी कांग्रेस के रूप में जानी जाएगी। 2024 से जो कांग्रेस है, वो परजीवी कांग्रेस है और परजीवी वो होता है जो जिस शरीर के साथ रहता है, उसी को ही खाता है। कांग्रेस भी जिस पार्टी के साथ गठबंधन करती है, उसी के वोट खा जाती है और अपनी सहयोगी पार्टी की कीमत पर वो फलती-फूलती है। यह मैं तथ्यों के आधार पर कह रहा हूं। 16 राज्यों में कांग्रेस जहां अकेले लड़ी, वहां उसका वोट शेयर गिर चुका है। गुजरात, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश, तीन राज्यों में जहां कांग्रेस अपने दम पर लड़ी और वहां 64 में से सिर्फ 2 सीट जीत पाई है। इसका साफ मतलब है कि इस चुनाव में कांग्रेस पूरी तरह परजीवी बन चुकी और अपने सहयोगी दलों के कंधे पर चढ़कर सीटों का आंकड़ा बढ़ाया है। कांग्रेस ने अपने सहयोगियों के जो वोट खाए हैं, अगर वो न खाए होते तो लोकसभा में उनके लिए इतनी सीटें जीत पाना भी बहुत मुश्किल था। आजकल Sympathy gain करने के लिए एक नई ड्रामेबाजी शुरू की गई है, नया खेल खेला जा रहा है। मैं एक किस्सा सुनाता हूं - एक बच्चा स्कूल से आया और जोर-जोर से रोने लगा, उसकी मां भी डर गई, क्या हो गया? वह कहने लगा कि मां मुझे स्कूल में मारा गया, आज इसने मारा, उसने मारा और रोने लगा। मां ने जब बात पूछी तो बता नहीं रहा था कि उसने किसी बच्चे को मां की गाली दी थी, किताबें फाड़ दी थीं, टीचर को चोर कहा था, किसी का टिफिन चुराकर खा गया था। हमने कल सदन में यही बचकाना हरकत देखी हैं। कल यहां बालक बुद्धि का विलाप चल रहा था। Sympathy हासिल करने के लिए ये नया ड्रामा चलाया गया है। लेकिन देश ये सच्चाई जानता है कि ये हजारों-करोड़ रुपये की हेराफेरी के मामले में जमानत पर बाहर हैं। ये ओबीसी वर्ग के लोगों को चोर बताने के मामले में सजा पा चुके हैं। इनको देश की सर्वोच्च अदालत पर गैर-जिम्मेदाराना बयान देने के बाद माफी मांगनी पड़ी है। इन पर महान स्वतंत्रता सेनानी वीर सावरकर जैसे महान व्यक्तित्व का अपमान करने का मुकदमा है। इन पर देश की सबसे बड़ी पार्टी के अध्यक्ष को हत्यारा कहने का मुकदमा चल रहा है। बालक बुद्धि में न बोलने का ठिकाना होता है और न ही बालक बुद्धि में व्यवहार का कोई ठिकाना होता है। जब ये बालक बुद्धि पूरी तरह सवार हो जाती है, तो सदन में भी किसी के गले पड़ जाते हैं। ये बालक बुद्धि अपनी सीमाएं खो देती है, तो सदन के अंदर बैठकर आंखें मारते हैं। इनकी सच्चाई अब पूरा देश समझ गया है। इसलिए आज देश इनसे कह रहा है - तुमसे न हो पाएगा। तुलसीदास जी कह गए हैं- झूठई लेना, झूठई देना, झूठई भोजन, झूठ चबेना। कांग्रेस ने झूठ को राजनीति का हथियार बनाया। कांग्रेस के मुंह झूठ लग गया है, जैसे वो आदमखोर एनिमल होता है न, जिसके मुंह पर लहू लग जाता है, वैसे ही कांग्रेस के मुंह झूठ का खून लग गया है। कांग्रेस ने देशवासियों को गुमराह किया है। माताओं-बहनों को हर महीने 8500 रुपये देने का झूठ बोला, माताओं-बहनों के दिल को जो चोट लगी है, वह कांग्रेस को तबाह करने वाली है। ईवीएम को लेकर झूठ, संविधान को लेकर झूठ, राफेल को लेकर झूठ, बैंकों को लेकर झूठ, हर तरह का झूठ इन्होने बोला है।
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