Sheena Bora Murder Case: 'आज भी जिंदा है शीना', इंद्राणी मुखर्जी ने किया दावा; कहा- कर रही हूं तलाश

Sheena Bora Murder Case शीना बोरा हत्याकांड की मुख्य आरोपी इंद्राणी मुखर्जी ने कहा कि मैं आज भी शीना की तलाश कर रही हूं। इंद्राणी मुखर्जी अपनी ही बेटी शीना बोरा की हत्या के आरोप में गिरफ्तार हुई थी और मुंबई की भायखला महिला जेल में छह साल और नौ माह बिताने के बाद 20 मई 2022 को 2 लाख रुपये का नकद मुचलके पर बाहर आई हैं।

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Updated: Sun, 03 Sep 2023 08:35 PM (IST)
Sheena Bora Murder Case: 'आज भी जिंदा है शीना', इंद्राणी मुखर्जी ने किया दावा; कहा- कर रही हूं तलाश
मैं आज भी कर रही हूं शीना की तलाशः इंद्राणी मुखर्जी।

HighLights

  1. अपनी ही बेटी शीना बोरा की हत्या की मुख्य आरोपी हैं इंद्राणी मुखर्जी
  2. भायखला महिला जेल में रही थीं छह साल और नौ माह
  3. बेटी के जीवित होने की कई बार कर चुकी हैं दावा

नई दिल्ली, एएनआई। शीना बोरा हत्याकांड (Sheena Bora Murder Case) की मुख्य आरोपी इंद्राणी मुखर्जी ने जेल से बाहर आने के बाद कहा कि मैं आज भी शीना की तलाश कर रही हूं और मुझे इस बात का भरोसा नहीं हो रहा है कि मैंने उसे खो दिया है। समाचार एजेंसी एएनआई के साथ एक साक्षात्कार में उन्होंने कहा कि शिना जिंदा है और मैं उसकी की तलाश करने निकलूंगी।

क्या है मामला?

मालूम हो कि इंद्राणी मुखर्जी अपनी ही बेटी शीना बोरा की हत्या के आरोप में गिरफ्तार हुई थी और मुंबई की भायखला महिला जेल में छह साल और नौ माह बिताने के बाद 20 मई, 2022 को 2 लाख रुपये का नकद मुचलके पर बाहर आई हैं। उनको अप्रैल 2012 में उस समय के उनके ड्राइवर रहे श्यामवर राय और पूर्व पति संजीव खन्ना की मदद से अपनी ही 24 साल की बेटी शीना बोरा की हत्या करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।

 

जीवित है बेटी शीनाः मुखर्जी

इंद्राणी मुखर्जी कई बार दावा कर चुकी हैं कि उनकी बेटी जीवित है। इस बारे में सवाल पूछा गया कि अगर शीना जीवित है तो वह उससे संपर्क क्यों नहीं कर रही हैं, जिस पर उन्होंने कहा

यह एक ऐसा सवाल है जिसका जवाब मेरे पास नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि मैं उसकी तलाश कर रही हूं और मुझे अभी भी भरोसा नहीं हो रहा है कि मैंने उसे खो दिया है। मुझे पूरा भरोसा है कि शीना अभी जीवित है और पूरी तरह से स्वस्थ और सुरक्षित है।

जेल में कम हुआ था वजन

अदालत में अपने पहनावे और जेल में आत्महत्या के प्रयास के दावों पर उन्होंने कहा कि मैं कई बार सुबह उठना नहीं चाहती। मैं भावनात्मक रूप से जिस दौर से गुजर रही थी वह एक अजीब घटना थी और इसके कारण मेरा वजन 18 से 20 किलोग्राम कम हो गया। लगातार ऐसा चलता रहा और मैं बेहोश हो रही थी। मेरे दिमाग में एक थक्का जम गया था।

सुप्रीम कोर्ट ने दी थी जमानत

मालूम हो कि जेल से बाहर आने के बाद इंद्राणी मुखर्जी ने कहा था कि मैं अपनी रिहाई से बहुत खुश हूं और घर जा रही हूं। मैं किसी पर भी अभी कोई भी टिप्पणी नहीं करना चाहती। वहीं, सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत देते हुए कहा था कि इंद्राणी लंबे समय से जेल में हैं और मुकदमा जल्द खत्म होने की संभावना नहीं है।