औद्योगिक क्लस्टरों में खुलेंगे कौशल विकास के प्रशिक्षण केंद्र, चौथे चरण में व्यावहारिक प्रशिक्षण पर जोर

कौशल विकास के बाद भी उम्मीद के मुताबिक युवाओं को रोजगार नहीं मिलने की रिपोर्ट को सरकार ने गंभीरता से लिया है। इस बार बजट में प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के चौथे चरण की जो घोषणा की गई है उसका स्वरूप काफी बदला हुआ होगा। फाइल फोटो।

By Jagran NewsEdited By: Publish:Sun, 05 Feb 2023 09:59 PM (IST) Updated:Sun, 05 Feb 2023 09:59 PM (IST)
औद्योगिक क्लस्टरों में खुलेंगे कौशल विकास के प्रशिक्षण केंद्र, चौथे चरण में व्यावहारिक प्रशिक्षण पर जोर
औद्योगिक क्लस्टरों में खुलेंगे कौशल विकास के प्रशिक्षण केंद्र

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। कौशल विकास के बाद भी उम्मीद के मुताबिक युवाओं को रोजगार नहीं मिलने की रिपोर्ट को सरकार ने गंभीरता से लिया है। इस बार बजट में प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के चौथे चरण की जो घोषणा की गई है, उसका स्वरूप काफी बदला हुआ होगा। प्रशिक्षण को और व्यावहारिक बनाने के लिए तैयारी की जा रही है। ताकि इसमें उद्योगों की भी सहभागिता बढ़ाई जाए। योजना है कि आन जाब ट्रेनिंग देने के लिए औद्योगिक क्लस्टरों में भी कौशल प्रशिक्षण केंद्र खोले जाएं।

देश भर में खुलेंगे 30 स्किल इंडिया इंटरनेशनल सेंटर

हाल ही में केंद्र सरकार ने जो बजट पेश किया, उसमें पीएम कौशल विकास योजना के चौथे चरण की घोषणा के साथ यह भी बताया गया कि सरकार वैश्विक रोजगार की संभावनाओं को भुनाने के लिए देशभर में 30 स्किल इंडिया इंटरनेशनल सेंटर खोलेगी। इसके साथ ही योजना को पीएम कौशल विकास योजना के पहले, दूसरे और तीसरे चरण की तुलना में अधिक व्यावहारिक बनाने पर जोर दिया गया है। दरअसल, इसके पहले दिसंबर, 2022 में जब कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय से संबंधित संसद की स्थायी समिति ने रिपोर्ट प्रस्तुत की तो उसमें भी पीएमकेवीवाइ-4.0 की तैयारियों का ब्योरा मंत्रालय की ओर से शामिल किया गया।

उसमें कहा गया कि यह प्रशिक्षणार्थी पर केंद्रित योजना होगी, जिसमें प्रशिक्षण के लिए उद्योगजगत की भागीदारी बढ़ाई जाएगी। रोजगार करते हुए प्रशिक्षण (आन जाब ट्रेनिंग), रोजगारपरक कौशल और कौशल विकास के लिए शार्ट टर्म कोर्स तैयार किए जाएंगे। पुन: कौशल विकास (री-स्किलिंग) पर भी ध्यान दिया जाएगा। प्रशिक्षकों और मूल्यांकनकर्ताओं का नेशनल पूल तैयार किया जा रहा है। कृषि और हस्तशिल्प जैसे क्षेत्रों की जरूरत पर भी नजर है।

अभ्यर्थी को ईकोसिस्टम से जोडा जाएगा

मंत्रालय की ओर से आश्वस्त किया गया है कि योजना के पिछले चरणों से सीख लेते हुए निश्चय किया गया है कि प्रशिक्षण के लिए अभ्यर्थी के नामांकन से लेकर उसे सर्टिफिकेट मिलने और प्लेसमेंट तक उसकी ट्रैकिंग के लिए उसे डिजिटल ईकोसिस्टम से जोड़ा जाएगा। चूंकि प्रशिक्षण में उद्योग जगत की सहभागिता बढ़ानी है, इसलिए उसकी रूपरेखा भी तैयार कर ली गई है। अपने उद्योग की जरूरत के अनुसार औद्योगिक इकाइयां प्रशिक्षण कार्यक्रम प्रायोजित कर सकेंगी।

औद्योगिक क्लस्टरों में भी दिया जाएगा प्रशिक्षण

मंत्रालय औद्योगिक क्लस्टरों में भी प्रशिक्षण केंद्र शुरू करेगा। सरकार ने माना है कि प्रशिक्षण की कक्षाएं चलाने से बेहतर है कि उसका व्यावहारिक प्रशिक्षण दिया जाए। इसे देखते हुए ही तय किया गया है रोजगार करते हुए प्रशिक्षण और व्यावहारिक प्रशिक्षण पर जोर रहेगा। जो भी कक्षाओं में पढ़ाया जाएगा, उसका व्यावहारिक प्रशिक्षण जरूर दिया जाएगा, ताकि उद्योगों को जरूरत के अनुसार मानव श्रम मिल सके और युवाओं को उद्योगों में तुरंत रोजगार मिल जाए।

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