जहरीली शराब से 57 की गई जान, कमल हासन ने पीड़ितों को बताया लापरवाह; मनोरोग केंद्र बनाने की मांग उठाई

Hooch tragedy in Kallakurichi तमिलनाडु के कल्लाकुरिची जिले में जहरीली शराब से अब तक 57 लोगों की जान जा चुकी है। वहीं 200 से अधिक लोग अस्पताल में भर्ती है। रविवार को फिल्म अभिनेता कमल हासन ने पीड़ितों से मुलाकात की। अपने बयान में कमल हासन ने पीड़ितों को लापरवाह बताया। उन्होंने कहा कि लोगों को अपनी हद समझनी चाहिए।

By Jagran NewsEdited By: Ajay Kumar Publish:Mon, 24 Jun 2024 10:47 AM (IST) Updated:Mon, 24 Jun 2024 10:47 AM (IST)
जहरीली शराब से 57 की गई जान, कमल हासन ने पीड़ितों को बताया लापरवाह; मनोरोग केंद्र बनाने की मांग उठाई
अभिनेता और मक्कल निधि मय्यम पार्टी के नेता कमल हासन।

HighLights

  • जहरीली शराब पीड़ितों से मिले अभिनेता कमल हासन।
  • तमिलनाडु सरकार से की मनोरोग केंद्र बनाने की मांग।
  • कहा- लोग समझें, किसी भी चीज की अति ठीक नहीं।

आईएएनएस, चेन्नई। सुपरस्टार और मक्कल निधि मय्यम (एमएनएम) के नेता कमल हासन ने रविवार को तमिलनाडु के कल्लाकुरिची में जहरीली शराब के पीड़ितों से मुलाकात की। पीड़ितों से मिलने के बाद कमल हासन ने कहा कि शराब पीने में पीड़ितों ने लापरवाही बरती। पीड़ितों को यह समझना चाहिए कि वे अपनी सीमा पार कर लापरवाह हो गए हैं। उन्होंने कहा कि खुद को संयमित रखना समय की मांग है।

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मनोरोग केंद्र बनाने का किया अनुरोध

कमल हासन ने कहा कि पीड़ितों को सावधान रहना होगा और अपने स्वास्थ्य का ख्याल रखना होगा। कमल हासन ने प्रदेश सरकार से मनोरोग केंद्र बनाने का अनुरोध किया है ताकि पीड़ितों को इस त्रासदी से बाहर निकालने में परामर्श दिया जा सके।

हर चीज की अधिकता खराब होती है

कमल ने कहा कि शराब का सेवन कभी-कभार होना चाहिए। पीड़ितों को यह समझने चाहिए कि हर चीज की अधिकता खराब होती है... चाहे वह चीनी हो या शराब। उन्होंने कहा कि शराब पीकर गाड़ी चलाना और कार्यालय जाना सही नहीं है। मगर जल्द ही यह संस्कृति का हिस्सा बन सकता है।

अब तक 57 की मौत,  200 से अधिक अस्पताल में

तमिलनाडु के कल्लाकुरिची जिले में जहरीली शराब पीने की वजह से अब तक 57 लोगों की मौत हो गई है। 200 से अधिक लोग अब भी अस्पताल में भर्ती हैं। उधर, मद्रास उच्च न्यायालय ने राज्य की डीएमके सरकार को आड़े हाथों लिया। हाईकोर्ट ने राज्य में अवैध शराब की बिक्री को रोकने के लिए किए गए उपायों पर विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। बता दें कि पिछले साल वेलुपुरम जिले में भी 22 लोगों की जान चली गई थी।

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