विधानसभा सत्र के लिए सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेने पहुंचे डीजीपी, नव दास हत्याकांड पर साधी चुप्पी
डीजीपी बंसल मंगलवार से शुरू हो रहे बजट सत्र से पहले सोमवार को ओडिशा विधानसभा में सुरक्षा व्यवस्था का निरीक्षण करने के लिए पहुंचे हुए थे। इस दौरान उन्होंने मीडियाकर्मियों के सामने नव दास हत्याकांड को लेकर कोई टिप्पणी नहीं की।
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जासं, भुवनेश्वर। ओडिशा के डीजीपी सुनील बंसल ने नव दास हत्या मामले में चुप्पी साध ली है। पूरा राज्य मंत्री की हत्या के पीछे के मकसद को जानने का बेसब्री से इंतजार कर रहा है, लेकिन न तो जांच एजेंसी और न ही ओडिशा के डीजीपी सुनील बंसल ने इस संबंध में एक शब्द भी कहा है।
नव दास हत्याकांड के बीत चुके हैं 23 दिन
मंत्री नव दास की हत्या के 23 दिन बीत जाने के बावजूद क्राइम ब्रांच अभी तक मकसद का पता नहीं लगा पाई है और इस सनसनीखेज दिनदहाड़े हत्या के पीछे के कारणों के बारे में कोई जानकारी नहीं जुटा पायी है। पूरा राज्य मंत्री की हत्या के पीछे के मकसद का बेसब्री से इंतजार कर रहा है, न तो जांच एजेंसी और न ही ओडिशा के डीजीपी सुनील बंसल इस संबंध में एक शब्द कहना उचति समझ रहे हैं।
डीजीपी बंसल ने पत्रकारों के सवालों पर साधी चुप्पी
मंत्री की हत्या पर पहले चुप्पी साधने वाले डीजीपी बंसल ने बजट सत्र शुरू होने से पहले सोमवार को ओडिशा विधानसभा में सुरक्षा निरीक्षण के दौरान मीडियाकर्मियों द्वारा पूछे गए सवालों पर चुप्पी साध ली। शीर्ष पुलिस अधिकारी ने मीडियाकर्मियों को सुरक्षा के व्यापक इंतजामों के बारे में जानकारी दी, लेकिन नव दास की हत्या के बारे में पूछे गए सवालों से परहेज किया।
गोपाल दास नार्को टेस्ट में कर चुका है मकसद का खुलासा
डीजीपी ने नव दास की हत्या के पीछे की मंशा और मामले के अन्य संबंधित सवालों पर मीडियाकर्मियों द्वारा पूछे गए सवालों पर चुप्पी साध ली। इससे पहले अपराध शाखा के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया था कि मुख्य आरोपी और बर्खास्त सहायक उप निरीक्षक (एएसआई) गोपाल दास ने मंत्री की हत्या के पीछे के कारण सहित सभी विवरणों का खुलासा किया है।
गुजरात में नार्को टेस्ट में आरोपी गोपाल दास ने सब कुछ बताया कि कैसे और क्यों उसने 29 जनवरी को सार्वजनिक रूप से गोली चलाकर नव दास को मारने का फैसला किया। नार्को टेस्ट के दौरान आरोपी ने अपराध करने के दौरान अपनी मानसिक स्थिति भी कबूल की।
29 जनवरी को दिया था हत्याकांड को अंजाम
गौरतलब है कि 29 जनवरी को झारसुगुडा जिले के ब्रजराजनगर में गांधी चौक के पास गोपाल दास द्वारा गोली मारे जाने के कुछ घंटों बाद नव दास की भुवनेश्वर अस्पताल में मौत हो गई थी। इस बीच, कांग्रेस नेता नरसिंह मिश्र ने नव दास की हत्या पर कुछ विस्फोटक बयान दिए। उन्होंने कहा कि दास की हत्या आकस्मिक नहीं थी। उन्होंने कहा कि यह अचानक नहीं हुआ, बल्कि एक बड़ी साजिश के परिणामस्वरूप हुआ। मिश्र ने दावा किया कि उनकी मौके पर ही मौत हो गई थी।
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