भारत में मोटो रेसिंग के विकास के लिए पोडियम पर पहुंचना लक्ष्य, Kavin Quintal ने किया बड़ा दावा

भारत में मोटो रेसिंग की संस्कृति अब तक केवल दक्षिण तक सीमित है। अंततराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में इस वर्ष भले भारतीय राइडर्स ने स्थान अब तक प्राप्त नहीं किया परंतु अपनी मजबूत दावेदारी से होंडा रेसिंग इंडिया टीम के 19 वर्षीय राइडर केविन क्विंटल ने आशा बढ़ा दी है। केविन ने बताया कि भारत में मोटो रेसिंग के विकास के लिए पोडियम स्‍थान प्राप्‍त करना उनका लक्ष्‍य है।

By AgencyEdited By: Abhishek Nigam
Updated: Mon, 10 Jun 2024 11:47 PM (IST)
भारत में मोटो रेसिंग के विकास के लिए पोडियम पर पहुंचना लक्ष्य, Kavin Quintal ने किया बड़ा दावा
केविन क्विंटल को बेहतर प्रदर्शन की उम्‍मीद (Pic Credit- Kavin Quintal instagram)

HighLights

  1. भारत में मोटो रेसिंग की संस्‍कृति अब तक केवल दक्षिण तक सीमित है
  2. अंतरराष्‍ट्रीय प्रतियोगिताओं में इस वर्ष भारतीय राइडर्स ने स्थान प्राप्त नहीं किया
  3. 19 साल के केविन क्विंटल ने भारत में मोटो रेसिंग के बढ़ावे पर अपनी राय दी

सुकांत सौरभ, जागरण मोतेगी। भारत में मोटो रेसिंग की संस्कृति अब तक केवल दक्षिण तक सीमित है। इसे बढ़ावा देने के लिए सुविधाएं भी बहुत सीमित हैं। अंतरराष्‍ट्रीय प्रतियोगिताओं में इस वर्ष भले भारतीय राइडर्स ने स्थान अब तक प्राप्त नहीं किया, परंतु अपनी मजबूत दावेदारी से होंडा रेसिंग इंडिया टीम के 19 वर्षीय राइडर केविन क्विंटल ने आशा बढ़ा दी है।

इस खेल में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाले केविन ने बताया, 'आज देश में मोटो रेसिंग के लिए बहुत सुविधाएं नहीं हैं। अंतरराष्ट्रीय स्तर के हमारे प्रतिद्वंद्वियों की तरह हम अभ्यास भी नहीं कर पाते हैं। मैं जानता हूं कि यह आसान नहीं होगा, परंतु मेरा लक्ष्य भारत के लिए पोडियम स्थान प्राप्त करना है ताकि देश में इस अद्भुत खेल की संस्कृति विकसित हो सके।'

उन्‍होंने आगे कहा, 'यह अब तक नहीं है क्योंकि अब तक किसी ने इस खेल में कोई विशेष उपलब्धि प्राप्त नहीं की है। मैं इसकी शुरुआत करना चाहता हूं।' होंडा रेसिंग इंडिया के अन्य राइडर केरल के मल्लापुरम निवासी 22 वर्षीय मोहसिन परंबन ने कहा, 'मैंने पहली बार होंडा की प्रतियोगिता में ही बाइक चलाई थी और मेरे प्रदर्शन पर मेरा चयन भी हो गया।'

परंबन ने साथ ही कहा, 'केरल में कोई सर्किट नहीं है जिसके कारण मुझे अभ्यास का बहुत अवसर नहीं मिलता। परंतु, अगर मैं पिछले वर्ष से इस बार की तुलना करूं तो मैंने बहुत सुधार किया है। मेरा आत्मविश्वास बढ़ा है और मुझे पूरी आशा है कि आगामी टूर्नामेंट में मैं अपने प्रदर्शन में और सुधार कर सकूंगा।'