'कांग्रेस में लौटना चाहता हूं क्योंकि...', पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के बेटे अभिजीत का क्यों हुआ TMC से मोहभंग; बताई वजह

पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के बेटे अभिजीत मुखर्जी ने टीएमसी पार्टी छोड़ने का फैसला कर लिया है। वहीं अभिजीत मुखर्जी ने एक बार फिर कांग्रेस में शामिल होने की इच्छा जाहिर की है। उन्होंने कहा कि मैंने कांग्रेस के आलकमान से बातचीत की है। वहीं उन्होंने ये भी बताया कि आखिर क्यों उनका टीएमसी से मोहभंग हो गया। उन्होंने टीएमसी की कार्यशैली पर भी सवाल खड़े किए।

By AgencyEdited By: Piyush Kumar Publish:Wed, 19 Jun 2024 12:47 PM (IST) Updated:Wed, 19 Jun 2024 12:47 PM (IST)
'कांग्रेस में लौटना चाहता हूं क्योंकि...', पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के बेटे अभिजीत का क्यों हुआ TMC से मोहभंग; बताई वजह
पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के बेटे अभिजीत मुखर्जी ने टीएमसी छोड़ने का फैसला कर लिया है।(फोटो सोर्स: सोशल मीडिया)

HighLights

  • मैं कांग्रेस में अपना योगदान देने के लिए तैयार हूं।
  • अभिजीत मुखर्जी ने साल 2019 में कांग्रेस की ओर से लड़ा था चुनाव।

एएनआई, दिल्ली। देश के पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के बेटे अभिजीत मुखर्जी (Abhijit Mukherjee) ने कांग्रेस में फिर से शामिल होने की इच्छा जताई है। साल 2021 में टीएमसी में शामिल हुए अभिजीत मुखर्जी ने टीएमसी के कार्यशैली पर सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि टीएमसी में शामिल होने के बाद मुझे कोई ऐसा काम नहीं मिला। इसलिए मैंने टीएमसी छोड़ने का फैसला कर लिया है।

अभिजीत मुखर्जी ने तुरंत कांग्रेस पार्टी में शामिल होने की जताई इच्छा

अभिजीत मुखर्जी ने कहा,"मैंने सोच लिया कि दिल्ली जाने के बाद मैं कांग्रेस आलाकमान से बात करूंगा। मैंने अप्रत्यक्ष रूप से कांग्रेस नेताओं से बातचीत की। अगर आलाकमान मुझे तुरंत पार्टी में शामिल करने के लिए कहते हैं तो मैं शामिल हो जाऊंगा। मैं पूरी तरह से स्वतंत्र हूं और मैं कांग्रेस में अपना योगदान देने के लिए तैयार हूं।"

टीएमसी के साथ क्यों हुआ अभिजीत मुखर्जी का मोहभंग

अभिजीत मुखर्जी ने कहा,"मैं साल 2019 के में कुछ कारणों की वजह से लोकसभा चुनाव हार गया। हार का कारण कांग्रेस आलाकमान को भी पता है। मुझे मालूम है कि मैं किस वजह से चुनाव हारा, लोकिन वो मैं जोर से नहीं कह पाऊंगा।"

उन्होंने आगे कहा कि 2.5 साल तक मैंने  कांग्रेस द्वारा मुझे जो भी काम दिया गया, उसे पूरा किया। लेकिन उन्होंने मुझे पर्याप्त काम नहीं दिए, चाहे कारण कुछ भी हो। मुझे धीरे-धीरे एक खास व्यक्ति, एक खास समूह द्वारा हाशिए पर डाल दिया गया। इस बीच, ममता दीदी ने मुझे वापस बुलाया क्योंकि मैंने उनसे समय मांगा था। मैं उनसे मिला और उन्होंने मुझे टीएमसी में शामिल होने की पेशकश की।

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