स्पीकर पद पर केंद्र को समर्थन का एलान, फिर क्यों विपक्ष ने ओम बिरला के खिलाफ उतार दिया उम्मीदवार; पढ़ें घंटेभर में कैसे बिगड़ गई बात
लोकसभा स्पीकर पद पर केंद्र सरकार और विपक्ष के बीच आम सहमति नहीं बन सकी है। स्पीकर पद के लिए चुनाव होने जा रहा है। 26 जून को सुबह 11 बजे स्पीकर के लिए वोटिंग होगी। एनडीए ने ओम बिरला को ही दोबारा अपना उम्मीदवार बनाया है। वहीं विपक्षी दलों ने के सुरेश के नाम पर सहमति जताई। के सुरेश ने नामाकंन भी भर दिया है।
HighLights
- देश के राजनीतिक इतिहास में सालों बाद लोकसभा अध्यक्ष पद के लिए चुनाव होगा।
- 26 जून को सुबह 11 बजे स्पीकर पद के लिए वोटिंग होगी।
- एनडीए ने ओम बिरला को उम्मीदवार बनाया है, जबकि के. सुरेश विपक्ष के प्रत्याशी होंगे।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। देश में कल यानी 26 जून की सुबह लोकसभा स्पीकर के पद के लिए वोटिंग होगी। स्पीकर पद पर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच आम सहमति ना बनने के कारण चुनाव की नौबत आई है। एनडीए ने एक बार फिर ओम बिरला को अपना उम्मीदवार बनाया है। वहीं, आईएनडीआईए की तरफ से के सुरेश ने पर्चा दाखिल किया है।
लोकसभा स्पीकर को लेकर मंगलवार सुबह से ही सियासी माहौल गरमाया हुआ था। शुरुआत में उम्मीद जताई जा रही थी कि स्पीकर पद पर दोनों पक्षों के बीच सहमति बन गई है। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने इस मुद्दे पर केंद्र को समर्थन देने का भी एलान किया था। हालांकि, घंटेभर बाद ही विपक्ष ने ओम बिरला के खिलाफ अपना उम्मीदवार उतार दिया।
के. सुरेश की फाइल तस्वीर
स्पीकर पद पर आम सहमति के लिए रक्षा मंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता राजनाथ सिंह ने विपक्षी नेताओं से मुलाकात भी की। राजनाथ ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और डीएमके नेता एम स्टालिन से बातचीत भी की थी, लेकिन बात नहीं बनी।
राहुल ने किया था समर्थन का एलान
आज सुबह करीब 11 बजे राहुल गांधी ने स्पीकर के मुद्दे पर केंद्र सरकार को समर्थन देने का एलान किया था। राहुल ने कहा था कि हम स्पीकर के पद पर सरकार का समर्थन करेंगे, लेकिन डिप्टी स्पीकर का पद विपक्ष को मिलना चाहिए।
क्यों बिगड़ी बात?
राहुल गांधी ने स्पीकर पद पर समर्थन का एलान तो कर दिया, लेकिन डिप्टी स्पीकर की बात पर सरकार असमहत नजर आई। इसी बीच, ओम बिरला ने पर्चा दाखिल कर दिया। वहीं, कुछ देर बाद विपक्ष ने उनके खिलाफ के सुरेश को उम्मीदवार बना दिया। उन्होंने भी नामांकन दाखिल कर दिया है।