सिद्धू को पार्टी से बाहर निकालने की हो रही मांग, नेता बोले- अक्षमता और आत्म-महिमा की लालसा के कारण 2022 में हुई हार

कांग्रेस के पूर्व प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot SIngh Sidhu) द्वारा हाल ही में दिए गए विवादित बयानों को लेकर कांग्रेस में नाराजगी है। नवजोत सिंह सिद्धू ने हाल ही में नेता प्रतिपक्ष प्रताप सिंह बाजवा पर हमला बोला था। कांग्रेस के नेताओं ने अब सिद्धू को ‘बारूद’ करार दिया है। जोकि जिस पार्टी में होते हैं वहीं पर फटते है।

By Inderpreet Singh Edited By: Publish:Wed, 20 Dec 2023 11:20 PM (IST) Updated:Wed, 20 Dec 2023 11:20 PM (IST)
सिद्धू को पार्टी से बाहर निकालने की हो रही मांग, नेता बोले- अक्षमता और आत्म-महिमा की लालसा के कारण 2022 में हुई हार
सिद्धू को पार्टी से बाहर निकालने की हो रही मांग

राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। कांग्रेस के पूर्व प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू द्वारा हाल ही में दिए गए विवादित बयानों को लेकर कांग्रेस में नाराजगी है। नवजोत सिंह सिद्धू ने हाल ही में नेता प्रतिपक्ष प्रताप सिंह बाजवा पर हमला बोला था। कांग्रेस के नेताओं ने अब सिद्धू को ‘बारूद’ करार दिया है। जोकि जिस पार्टी में होते हैं, वहीं पर फटते है। कांग्रेस के विधायक व पूर्व विधायकों ने अनुशासनहीनता को लेकर सिद्धू को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाने की मांग की है।

सिद्धू के नेतृस्व में 2022 का विधानसभा चुनाव लड़ा गया

कांग्रेस नेताओं की ओर से जारी एक संयुक्त बयान में कहा गया है कि भले ही सिद्धू सम्मानिय हो लेकिन उनके कार्य अक्सर ही पार्टी के खिलाफ होते है। सिद्धू ही थे जिनके नेतृत्व में 2022 का विधान सभा चुनाव लड़ा गया। इस चुनाव में कांग्रेस 78 से 18 सीटों पर सिमट कर रह गई। पूर्व विधायक कुलबीर जीरा ने कहा कि यह सब कुछ सिद्धू के अनुशासनहीनता के कारण ही हुआ।

नकोदर के पूर्व विधायक नवजोत सिंह दहिया ने कहा, सिद्धू एक टीम के खिलाड़ी नहीं है। वह जिस टीम में होते हैं उसी के खिलाफ खेलते हैं। वहीं, इंदरबीर सिंह बोलारिया ने कहा कि 2022 में जब चन्नी को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया गया उस समय सिद्धू उनके बगल में ही बैठे थे इसके बावजूद उन्होंने स्वयं का महिमामंडन का एजेंडा चुना।

सिद्धू ने कभी भी पार्टी के एजेंडे का समर्थन नहीं किया- पाहड़ा

गुरदासपुर के विधायक बरिंदरमीत सिंह पाहड़ा ने कहा, सिद्धू ने कभी भी पार्टी के एजेंडे का समर्थन नहीं किया। पीसीसी प्रधान के रूप में भी वह विफल रहे। सिद्धू न तो टीम के कप्तान के रूप में प्रदर्शन कर पाए और न ही खिलाड़ी के रूप में है। यूथ कांग्रेस के प्रदेश प्रधान मोहित मोहिंदरा, लखवीर सिंह लक्खा, दविंदर सिंह घुबाया, खुशबाज़ सिंह जट्टाना, अमित विज की ओर से जारी बयान में कहा गया कि सिद्धू की वजह से कांग्रेस पहले भी कमजोर हुई थी और अब भी हो रही है। इसलिए पार्टी को उनकी अनुशासनहीनता को बर्दाश्त करने की बजाए उन्हें पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाना चाहिए।

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