इंटरनेट मीडिया का प्यार चढ़ा परवान, पाकिस्तान की शुमैला और जालंधर के कमल परिणय सूत्र में बंधे; ईसाई रीति रिवाज से हुई शादी

जालंधर के कमल कल्याण के साथ पाकिस्तान की युवती परिणय सूत्र में बंध गए। शुमैला एक सप्ताह पहले जालंधर आ गई थीं। 2018 में दोनों की सगाई हो गई थी। कोरोना के कारण 2020 में विवाह नहीं हो पाया था।

By Vinay KumarEdited By: Publish:Sun, 10 Jul 2022 08:32 AM (IST) Updated:Sun, 10 Jul 2022 05:22 PM (IST)
इंटरनेट मीडिया का प्यार चढ़ा परवान, पाकिस्तान की शुमैला और जालंधर के कमल परिणय सूत्र में बंधे; ईसाई रीति रिवाज से हुई शादी
शादी के लिए समारोह स्थल में दुल्हन के साथ कमल। (जागरण)

जागरण संवाददाता, जालंधर। इंटरनेट मीडिया का प्यार आखिर परवान चढ़ गया। पाकिस्तान से जालंधर आई शुमैला की शादी कमल कल्याण के साथ ईसाई रीति रिवाज के साथ रविवार काे संपन्न हाे गई। शुमैला का परिवार ईसाई धर्म अपना चुका है, इसलिए कमल के परिवार ने भी ईसाई रीति रिवाज से शादी करने की सहमति दे दी थी।

पाकिस्तान की शुमैला जालंधर के कमल के साथ शादी के बंधन में बंध गई। दूल्हा-दुल्हन को आशीर्वाद देने व शगुन देने का सिलसिला जारी है। शुमैला के परिवार से उनकी मां आयशा व भाई वाजिद पाकिस्तान से शादी करवाने के लिए आए हैं।

बता दें कि दाेनाें की सगाई 2018 में हो गई थी। 2020 में दोनों का विवाह तय किया गया, लेकिन कोरोना महामारी की वजह से दोनों देशों की सीमाओं पर आवाजाही बंद कर दी गई। लिहाजा शादी नहीं हो सकी। अब हालात सामान्य होने के बाद शादी संपन्न हुई।

लड़के के पिता ओमप्रकाश और लड़की के भाई शादी से पहले मिलनी करते हुए।

शुमैला एक सप्ताह पहले पाकिस्तान से जालंधर आई थीं। कमल कल्याण ने बताया कि उनकी शादी में दो देशों की सीमाएं नहीं बल्कि कोरोना बाधा बना था। अब हालात सामान्य होने के बाद यह बाधा भी दूर हो चुकी है। वहीं शुमैला ने कहा कि सरहद कभी भी प्यार में बाधा नहीं बन सकती।

ईसाई धर्म से संबंध रखने वाली शुमैला व कमल कल्याण कोर्ट मैरिज भी करेंगे। इससे पहले इनकी शादी तमाम रस्में हो रही हैं।

सगाई के चार साल बाद मिली भारत आने की आज्ञा

सगाई के चार साल बाद शुमैला को भारत आने की आज्ञा मिली तो वह सीमा पार की सभी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद सपरिवार पहुंच गई थी। अटारी सीमा पर उसे लेने के लिए मंगेतर कमल कल्याण परिवार के साथ पहुंचे थे।

भारत पहुंचने पर शुमैला ने कहा कि वह बहू के रूप में नहीं, बल्कि बेटी बनकर यहां आई है। यहां सभी मेरे अपने हैं। मैं यहां आकर बहुत खुश हूं। उसने बताया कि पाकिस्तान में वह कमल से इंटरनेट मीडिया के जरिए लगातार संपर्क में रही।

शुमैला ने कहा कि कमल कल्याण के दादा पाकिस्तान में रहते थे। वहां दोनों परिवारों का मेलजोल हो गया। इंटरनेट मीडिया पर कमल के साथ मेरा संपर्क होता रहा। इसी बीच दोनों में नजदीकियां बनीं। इसके बाद परिवार ने हमारी सगाई इंटरनेट मीडिया पर ही कर दी। इसके बाद दोनों परिवारों के बीच सबसे बड़ी समस्या दोनों की शादी करने की थी।

यह भी पढ़ें-पर्यावरण प्रेमियों ने पंजाब सरकार को चेताया-मत्तेवाड़ा के नजदीक टेक्सटाइल पार्क बना तो दिल्ली जैसा मोर्चा लगाएंगे

यह भी पढ़ें-Amarnath Yatra Cloud Burst: पंजाब के यात्रियों के लिए लगाए लंगर बाढ़ में बहे, सेना के जवानों की जांबाजी से बची जान

chat bot
आपका साथी