विद्यार्थी आनलाइन गणित लर्निंग प्रोग्राम से करेंगे विषय की दोहराई, शिक्षा विभाग ने शुरू किया प्रोग्राम

पंजाब में अब छठी से 12वीं कक्षा के विद्यार्थी आनलाइन गणित लर्निंग प्रोग्राम के जरिये पढ़ाई करेंगे। शिक्षा विभाग की तरफ से स्कूल मुखियों को हिदायतें दी हैं कि वे अपने-अपने स्कूल के विषय अध्यापक व लेक्चरर को विद्यार्थियों की गणित विषय की दोहराई कराने के लिए रेगुलर पढ़ाई करवाएं।

By Vinay KumarEdited By: Publish:Sat, 26 Jun 2021 11:32 AM (IST) Updated:Sat, 26 Jun 2021 11:32 AM (IST)
विद्यार्थी आनलाइन गणित लर्निंग प्रोग्राम से करेंगे विषय की दोहराई, शिक्षा विभाग ने शुरू किया प्रोग्राम
विद्यार्थी आनलाइन गणित लर्निंग प्रोग्राम से करेंगे विषय की दोहराई

जालंधर [अंकित शर्मा]। अब राज्य भर के छठी से 12वीं कक्षा के विद्यार्थी आनलाइन गणित लर्निंग प्रोग्राम के जरिये पढ़ाई करेंगे। ताकि इसके जरिये प्रतियोगी परीक्षाओं जैसे जेईई की भी तैयारी होती रहे। बता दें कि राज्य के सभी मिडिल, हाई और सीनियर सेकेंडरी स्कूलों में शिक्षा विभाग के विद्यार्थियों को इस प्रोग्राम में शामिल किया गया है, जिसके तहत खान अकादमिक के लिंक के जरिये आनलाइन प्रोग्राम शुरू किया जाएगा। जिसे लेकर गणित विषय के अध्यापक और लेक्चरर्स को पहले ही इस संबंधी ट्रेनिंग दी जा चुकी है।

शिक्षा विभाग की तरफ से स्कूल मुखियों को हिदायतें दी हैं कि वे अपने-अपने स्कूल के विषय अध्यापक व लेक्चरर को विद्यार्थियों की गणित विषय की दोहराई कराने के लिए रेगुलर पढ़ाई शुरू करवाएं। ताकि विद्यार्थी जेईई और एनएएस की तैयारी करें। इसके लिए आनलाइन असाइनमेंट भी असाइन विद्यार्थियों को की जाएं। जिसकी प्रत्येक स्कूल स्तर पर मोनिटरिंग की जाएगी। यह प्रोग्राम स्कूल खुलने पर लागू होंगे और स्कूल मुखियों व क्लास इंचार्ज को भी टाइम टेबल भी उसी हिसाब से तैयार करना होगा। ताकि कम्प्यूटर लैब में खान अकादमिक के प्रोजेक्ट व लिंक का इस्तेमाल किया जा सके।

प्रत्येक क्लास के सप्ताह में दो प्रेक्टिकल पीरियड हो इसका भी स्कूल मुखियों को ध्यान रखना होगा, ताकि कम्प्यूटर साइंस विषय के प्रेक्टिकल का नुकसान न हो। इस संबंध में डायरेक्टोरेट की तरफ से जिला शिक्षा अधिकारियों को तुरंत कार्रवाई करवा प्रबंधों को सुनिश्चित करवाने के लिए कहा है, ताकि स्कूल खुलते ही विद्यार्थियों के लिए तय किया गया प्रोग्राम समय पर शुरू किया जा सके। जिससे विद्यार्थियों को दोहराई में मदद मिलें और आगे चलकर बेहतर नतीजे हासिल हों।

chat bot
आपका साथी