Adipurush: रामायण से जुड़े कुछ ऐसे तथ्य, जिनसे बहुत कम लोग हैं परिचित
Adipurush हिन्दू धर्म में रामायण का विशेष स्थान है। इस महाग्रंथ में मनुष्य के जीवन और उनके कर्मों का अलग-अलग प्रकार से उल्लेख किया गया है। बता दें कि आज ही सुपरस्टार प्रभास की फिल्म आदिपुरुष सिनेमाघरों में रिलीज हुई हैं।
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नई दिल्ली, अध्यात्म डेस्क | Adipurush, Interesting Facts of Ramayana: आज यानी 16 जून को देशभर के सिनेमाघरों में सुपरस्टार प्रभास की फिल्म 'आदिपुरुष' रिलीज हुई है। लेकिन रिलीज से पहले ही इस फिल्म को लेकर दो मत सामने आए हैं। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में यह सामने आया है कि इस फिल्म में रामायण के पात्रों से और फिल्माए गए दृश्यों से लोग नाखुश हैं। बता दें कि ट्रेलर में माता सीता के हरण को जिस प्रकार से दिखाया गया है, इस दृश्य को लेकर भी लोगों ने तीखी प्रतिक्रिया दी है।
बता दें कि महर्षि वाल्मीकि द्वारा रचित रामायण में सभी बातों का उल्लेख विस्तार से किया गया है। साथ ही इस महाग्रंथ में कुछ ऐसी भी बातें बताई गई हैं, जिन्हें बहुत कम लोग जानते हैं। आज हम इसी विषय पर बात करेंगे और जानेंगे रामायण से जुड़े कुछ ऐसे तथ्य जिनका ज्ञान अधिक लोगों को नहीं है।
रामायण में कितने श्लोक हैं?
वाल्मीकि रामायण में 24,000 श्लोक हैं और हर 1000 श्लोक के पश्चात आने वाले पहले अक्षर से गायत्री मंत्र की रचना होती है। खास बात यह है कि गायत्री मंत्र में भी 24 अक्षर ही मौजूद हैं, जिसका उल्लेख सर्वप्रथम ऋग्वेद में मिलता है।
भगवान श्री राम की एक बड़ी बहन भी थी
रामायण कथा में हमने देखा है कि अयोध्या नरेश दशरथ जी के चार पुत्र हैं और श्री राम उन सभी में सबसे बड़े हैं। लेकिन यह बहुत कम लोग जानते हैं कि श्री राम की एक बहन भी थीं, जिनका नाम शांता था और वह चारों भाइयों में सबसे बड़ी थीं। माना जाता है कि अंग देश के राजा रोमपद को कोई संतान नहीं था। जब इस बात का ज्ञान दशरथ जी को हुआ तब उन्होंने शांता को उन्हें पुत्री के रूप में सौंप दिया।
भगवान श्री राम के अन्य भाई किसके अवतार हैं?
यह तो हम सभी जानते हैं कि भगवान श्री राम श्री हरि के अवतार थे। लेकिन उनके भाई लक्ष्मण, भरत और शत्रुघ्न भी देवताओं के ही अवतार माने जाते हैं। बता दें कि लक्ष्मण जी को शेषनाग का अवतार माना जाता है। वहीं भरत और शत्रुघ्न भगवान विष्णु द्वारा धारण किए गए सुदर्शन चक्र और शंख के अवतार मानें जाते हैं।
रावण बहुत अच्छा मीना वादक था
रावण को दैत्यों का राजा माना जाता है। साथ ही रावण को भगवान शिव का परम भक्त भी कहा जाता है। आज जिस शिव तांडव स्तोत्र का हम पाठ करते हैं, वह भी रावण द्वारा ही रचित है। लेकिन क्या आप जानते हैं, कि रावण एक बहुत अच्छा वीणा वादक था।
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