Akshaya Tritiya 2023: अक्षय तृतीया पर्व आज, ग्रह शांति के लिए इन बातों का ध्यान रखकर करें जरूरतमंदों को दान
Akshaya Tritiya 2023 Daan अक्षय तृतीय पर्व को महत्वपूर्ण माना जाता है। इस विशेष दिन पर स्नान दान और तप करने से साधकों को विशेष लाभ मिलता है और जीवन में आ रही परेशानियां दूर हो जाती हैं। जानते हैं ग्रह शांति के लिए करें किन चीजों का दान?
नई दिल्ली, अध्यात्म डेस्क | Akshaya Tritiya 2023: आज देशभर में अक्षय तृतीया का पर्व धूमधाम से मनाया जाएगा। हिन्दू पंचांग के अनुसार प्रत्येक वर्ष यह पर्व वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि के मनाया जाता है। मान्यता है कि आज के दिन माता लक्ष्मी की उपासना करने से और कुछ विशेष चीजों का दान करने से साधक को धन एवं ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है और जीवन में आ रही समस्याएं दूर हो जाती हैं। आइए जानते हैं, अक्षय तृतीया के दिन किन चीजों का दान करने से मिलता है ग्रह शांति का आशीर्वाद?
ग्रहों शांति के लिए करें इन चीजों का दान (Akshaya Tritiya 2023 Daan List)
सूर्य- अक्षय तृतीया के दिन साधक लाल वस्त्र, गेहूं, सोना, घी या केसर का दान सूर्योदय के समय करें। ऐसा करने से सूर्य देव का शुभ प्रभाव पड़ता है।
चंद्र- वैशाख शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि के दिन जातक चावल, मोती, शंख, कर्पूर, मिश्री इत्यादि का दान अवश्य करें। माना जाता है कि ऐसा करने से चंद्र देव का शुभ प्रभाव पड़ता है।
मंगल- अक्षय तृतीया के दिन गुड़, घी, लाल वस्त्र, कस्तूरी, केसर या तांबे का बर्तन इत्यादि का दान करने से मंगल ग्रह का शुभ प्रभाव साधक पर पड़ता है।
बुध- कुंडली में बुध को मजबूत करने के लिए जातक अक्षय तृतीया के दिन कांस का बर्तन, मूंग, पंच फल और हरे रंग का वस्त्र इत्यादि दान करने से विशेष लाभ मिलता है। इन चीजों का दान दोपहर के बाद करना उचित है।
बृहस्पति- कुंडली में कुंडली में गुरु ग्रह को मजबूत करने के लिए वैशाख तृतीया के दिन जातक जरूरतमंद लोगों को चने की दाल, हल्दी केसर या पीला फल दान करें और हो सके तो किसी ब्राह्मण को धार्मिक पुस्तक भेंट करें।
शुक्र- अक्षय तृतीया के दिन साधक को शुक्र ग्रह को मजबूत करने के लिए चांदी, चावल, मिश्री, दूध, दही, सफेद चंदन इत्यादि का दान सूर्योदय के समय करें।
शनि- कुंडली में शनि की स्तिथि को सुधारने के लिए अक्षय तृतीया के दिन साधक काले रंग का वस्त्र, सरसों का तेल, उड़द की दाल, लोहे से बने बर्तन और जूते इत्यादि का दान करें। यह कार्य दोपहर के समय करने से अक्षय पुण्य के समान फल की प्राप्ति होती है।
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