जिस VFX के दम पर धमाल रही Kalki 2898 AD, जानिए क्या है ये अनोखी टेक्नोलॉजी?

VFX मतलब विजुअल इफेक्ट्स (एब्रिएटिव वीएफएक्स) प्रोसेस होता है। इसको आसान भाषा में समझें तो इस तकनीक का सहारा लेकर मूवी में प्रोडक्शन के दौरान विजुअल इफेक्ट डाले जाते हैं जो देखने में एकदम सही लगते हैं। इसका इस्तेमाल मूवी में रियलेस्टिक इमेजरी बनाने के लिए किया जाता है। ऐसे कॉन्टेंट को Computer-Generated इमेजरी भी कहा जाता है। Kalki 2898 AD में भी खूब वीएफएक्स का इस्तेमाल किया गया है।

By Yogesh Singh Edited By: Yogesh Singh Publish:Sat, 29 Jun 2024 07:00 PM (IST) Updated:Sat, 29 Jun 2024 07:00 PM (IST)
जिस VFX के दम पर धमाल रही Kalki 2898 AD, जानिए क्या है ये अनोखी टेक्नोलॉजी?
जानिए क्या है वीएफएक्स टेक्नोलॉजी और कैसे करती है काम

HighLights

  • Kalki 2898 AD में खूब वीएफएक्स का इस्तेमाल किया गया है।
  • यहां वीएफएक्स टेक्नोलॉजी के बारे में बता रहे हैं।

टेक्नोलॉजी डेस्क, नई दिल्ली। एक मूवी के सफल होने में जितनी भूमिका किरदार और स्टोरी की होती है। उतना ही जरूरी होता है कि मूवी में स्क्रीन प्ले कितना अच्छा किया गया है। एडिटिंग और बाकी चीजें कैसी हैं। अगर इन सब चीजों का फिल्म में तालमेल होता है तो मूवी के हिट होने के ज्यादा चांसेस रहते हैं। इन्हीं में से एक है वीएफएक्स टेक्नोलॉजी।

जिसका फिल्मों में जमकर इस्तेमाल किया जा रहा है और इसके इस्तेमाल से फिल्म में चार चांद लग जाते हैं। हाल ही में आई कल्कि 2898 (Kalki 2898 AD) में भी खूब वीएफएक्स यूज किया गया है जो दर्शकों को खूब पसंद आ रहा है। हम यहां बताएंगे कि VFX टेक्नोलॉजी क्या होती है और कैसे काम करती है।

VFX टेक्नोलॉजी क्या है?

VFX मतलब विजुअल इफेक्ट्स (एब्रिएटिव वीएफएक्स) प्रोसेस होता है। इसको आसान भाषा में समझें तो इस तकनीक का सहारा लेकर मूवी में प्रोडक्शन के दौरान विजुअल इफेक्ट डाले जाते हैं, जो देखने में एकदम सही लगते हैं। इसका इस्तेमाल मूवी में रियलेस्टिक इमेजरी बनाने का काम किया जाता है।

मूवी के अंदर कुछ सीन तो ऐसे होते हैं जो पूरी तरह से इसी के जरिये तैयार किए जाते हैं। लेकिन जब वह मूवी में आते हैं तो देखने उन्हें पहचान कर पाना भी मुश्किल हो जाता है। ऐसे कॉन्टेंट को Computer-Generated इमेजरी भी कहा जाता है।

क्यों पड़ी तकनीक की जरूरत

अब सवाल है कि वीएफएक्स टेक्नोलॉजी की जरूरत क्या है तो इसके कई सारे फायदे हैं। इस तकनीक के होने से मूवी की रूपरेखा पूरी तरह से बदल जाती है। इसकी वजह से इमेजनरी सीन को क्रिएट किया जा सकता है। ऐसा करने से अतिरिक्त टाइम नहीं खफाना पड़ता है। इसमें हाई क्वालिटी ग्राफिक्स का इस्तेमाल किया जाता है।

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