Dr. Yogita Murder Case: डॉ. योगिता के हाथ में मिले बालों की फोरेंसिक लैब में होगी जांच

Dr. Yogita Murder Case तीन डॉक्टरों के पैनल ने किया था डाॅ. योगिता का पोस्टमार्टम। वीडियाेग्राफी कराई बालों की जांच के बाद कराया जाएगा हत्‍यारोपित से डीएनए मैच।

By Prateek GuptaEdited By: Publish:Fri, 21 Aug 2020 08:39 AM (IST) Updated:Fri, 21 Aug 2020 08:39 AM (IST)
Dr. Yogita Murder Case: डॉ. योगिता के हाथ में मिले बालों की फोरेंसिक लैब में होगी जांच
Dr. Yogita Murder Case: डॉ. योगिता के हाथ में मिले बालों की फोरेंसिक लैब में होगी जांच

आगरा, जागरण संवाददाता। डॉक्टर योगिता गौतम के पोस्टमार्टम के दौरान उनके हाथों से कुछ बाल भी मिले थे। आशंका है कि उन्होंने हत्या के दौरान कातिल से संघर्ष किया था। डॉ. योगिता के हाथों में मिले बाल उनके कातिल के हो सकते हैं। इन बालों और डॉ. योगिता के नाखूनों को फोरेंसिक लैब जांच के लिए भेजा जाएगा। इससे कि उनका हत्यारोपित से डीएनए मैच कराया जा सके। यह आरोपित के खिलाफ ठोस साक्ष्य होगा। उनकी स्लाइड बनाकर भी जांच के लिए भेजी जाएगी।

डा. योगिता गौतम का पोस्टमार्टम गुरुवार को तीन डॉक्टरों के पैनल द्वारा किया गया। तीन सदस्यीय पैनल में डॉ. रिचा गुप्ता, डाॅ. अनुज गांधी और डॉ. सुनील यादव शामिल थे। इसकी वीडियोग्राफी कराई गयी। एसएसपी बबलू कुमार ने पोस्टमार्टम गृह पहुंचकर डॉ. योगिता के स्वजनों को सांत्वना दी। एसएसपी ने स्वजनों को बताया कि आरोपित डॉक्टर विवेक तिवारी को गिरफ्तार किया जा चुका है। गुरुवार की दोपहर एक बजे पोस्टमार्टम शुरू हुआ। गोली मारने की पुष्टि के लिए शव को एक्सरे के लिए भेजा गया। तीन बजे पोस्टमार्टम होने के बाद पुलिस ने शव स्वजनों के सुपुर्द किया। इस दौरान वहां पर डॉ. योगिता के एसएन मेडिकल कॉलेज के साथी डॉक्टर भी मौजूद रहे। स्वजनों का कहना था कि वह दिल्ली में ही उसका अंतिम संस्कार करेंगे। एसएन मेडिकल कॉलेज प्रशासन द्वारा उपलब्ध कराई एंबुलेंस से स्वजन शव को दिल्ली लेकर गए।

इन साक्ष्यों की हो रही तलाश

- विवेक के खून से सने कपड़े, ये उसने कहीं रास्ते में फेंक दिए थे।

- हत्या में प्रयुक्त की गई पिता की लाइसेंसी रिवॉल्वर, यह विवेक ने लखनऊ एक्सप्रेस वे के फतेहाबाद टोल प्लाजा के आसपास फेंकी थी।

ये मिले

- हत्या में इस्तेमाल की गई टाटा नैक्सोन कार

- कार में रखा खून से सना चाकू

- डॉ योगिता के हाथ से मिले बाल। ये विवेक के हो सकते हैं।

डॉ. विवेक के पिता आगरा में रहे हैं एसएचओ

डॉ. विवेक के पिता वीके तिवारी आगरा में वर्ष 2007-08 में सदर और लोहामंडी थाने के एसएचओ रहे हैं। अब उनका देहांत हो गया है। उनके साथ काम कर चुके पुलिसकर्मियों का कहना है कि वे बहुत ही अच्छे आचरण वाले थे। विवेक के भाई विकास आइईएस है। मध्यप्रदेश में किसी विभाग में अधिशासी अभियंता है। मां आशा बेटी नेहा के साथ कानपुर स्थित घर में रहती थीं।

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