सरकार ने खिलाड़ियों के लिए हटाई रेलवे के किराए की छूट, खिलाड़ी परेशान Aligarh news
खेल प्रतियोगिताओं में प्रतिभाग करने वाले खिलाड़ियों को रेलवे की ओर से किराए में दी जाने वाली छूट को कम कर दिया गया है। इससे खेल जगत में हलचल बढ़ गई है। इससे खिलाड़ियों को भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ेगा।
अलीगढ़, जेएनएन : खेल प्रतियोगिताओं में प्रतिभाग करने वाले खिलाड़ियों को रेलवे की ओर से किराए में दी जाने वाली छूट को कम कर दिया गया है। इससे खेल जगत में हलचल बढ़ गई है। इससे खिलाड़ियों को भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ेगा। वहीं आयोजकों के सामने प्रतियोगिताओं में खिलाड़ियों को दूसरे जिलों व राज्यों में भेजने में भी दिक्कत आएगी। इसलिए रेलवे की ओर से किराए में दी जाने वाली छूट को खत्म न करने की मांग खेल संघों के साथ जिला ओलंपिक संघ ने भी उठाई है। जिला ओलंपिक संघ के अध्यक्ष मजहर उल कमर ने कहा कि अगर भारत को खेलों में विश्व गुरु बनाना है तो रेलवे को किराए में छूट कम करने की बजाय बढ़ानी चाहिए। पहले खिलाड़ियों के लिए सेकेंड क्लास स्लीपर के किराए में 75 फीसद, प्रथम श्रेणी के लिए 50 फीसद, एसी-3 के लिए 50 और एसी-2 के लिए 25 फीसद तक छूट थी। अब इसको सरकार ने खत्म करने का फैसला किया है।
किराए में छूट खत्म करने की निंदा
रेलवे में किराए में छूट को खत्म करने या कम करने के सरकार के फैसले की निंदा जिला ओलंपिक संघ के अध्यक्ष मजहर ने की। रेल मंत्रालय व खेल मंत्रालय को पत्र लिखकर मांग की है कि खेल हित में सरकार इस फैसले को तुरंत वापस ले नहीं तो खिलाड़ी इसके विरोध के लिए सड़कों पर उतरने के लिए मजबूर होंगे। मजहर ने आगे कहा कि सरकार एक तरफ खेलो इंडिया, फिट इंडिया व नए स्पोर्ट्स स्टेडियम के निर्माण कर खेलों के बढ़ाने की बात कर रही है तो दूसरी ओर आम खिलाड़ियों को मिलने वाली खेल सुविधाओं में कटौती कर रही है। खेल प्रशिक्षकों की भर्ती ना कर उन्हें संविदा पर रखकर 10 माह का वेतन देकर उन्हें मानसिक रूप से उत्पीड़ित किया जा रहा है। दुनिया में देश के तिरंगे की शान को ऊंचा करने में खिलाड़ियों का महत्वपूर्ण योगदान रहता है । उन्होंने आगे कहा कि जिस देश का खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अधिक पदक जीतता है वही देश दुनिया के शक्तिशाली देशों में शुमार होता है। इसलिए विश्व गुरु बनने के लिए खिलाड़ियों को मिलने वाली सुविधा को कम ना कर उसे और अधिक बढ़ाया जाए तथा खेल प्रशिक्षकों की नियुक्ति कर उन्हें अच्छी से अच्छी सुविधा प्रदान की जाए जिससे प्रशिक्षक खिलाड़ियों कि प्रशिक्षण में अपना पूरा ध्यान लगा सके।