अभा अखाड़ा परिषद ने जारी की फर्जी बाबाओं की सूची, 14 में कई दिग्गज के नाम

डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम को दुष्कर्म मामलों में 20 वर्ष की जेल की सजा होने के बाद अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने 14 बाबाओं को फर्जी मानते हुए उनकी सूची तैयार की है।

By Dharmendra PandeyEdited By:
Updated: Mon, 11 Sep 2017 10:33 AM (IST)
अभा अखाड़ा परिषद ने जारी की फर्जी बाबाओं की सूची, 14 में कई दिग्गज के नाम
अभा अखाड़ा परिषद ने जारी की फर्जी बाबाओं की सूची, 14 में कई दिग्गज के नाम

इलाहाबाद (जेएनएन)। हरियाणा के डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम को साध्वी से दुष्कर्म मामले में सजा मिलने के बाद हिंदू धर्मगुरुओं के चरित्र पर सवाल उठने पर अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद आगे आया। अखाड़ा परिषद ने आज संगमनगरी में विशेष बैठक में 14 फर्जी बाबाओं की सूची जारी की है। इनमें डेरा सच्चा सौदा के गुरमीत राम रहीम, राधे मां, आसाराम बापू व निर्मल बाबा सहित 14 के नाम हैं। 

इलाहाबाद के बाघंबरी मठ में अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद की विशेष बैठक में 13 अखाड़ा के 26 संत शामिल थे। आज पहले 11 फर्जी बाबा की सूची को सार्वजनिक किया गया। इसके बाद इसमें तीन नाम को और जोड़ा गया। इस बैठक में उनके सामूहिक बहिष्कार का भी फैसला किया गया। 

हरियाणा के सिरसा के डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम को दुष्कर्म मामलों में 20 वर्ष की जेल की सजा होने के बाद अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने 14 बाबाओं को फर्जी मानते हुए उनकी सूची तैयार की है। इस सूची में आसाराम तथा उसके पुत्र नारायण सांई, राधे मां व निर्मल बाबा के भी नाम थे। आज इनके नाम पर मुहर लग गई। मठ बाघंबरी गद्दी में अखाड़ा परिषद के पदाधिकारियों की बैठक में 14 फर्जी बाबाओं की सूची जारी कर उनके बहिष्कार का एलान कर दिया गया। 

इन बाबाओं में आसाराम, गुरमीत राम रहीम और राधे मां का नाम प्रमुख है। साथ ही स्वयंभू शंकराचार्यों का भी बहिष्कार करके उन्हें किसी धार्मिक पर्व पर सरकारी सुविधा व मान्यता न दिए जाने का प्रस्ताव बनाकर केंद्र व प्रदेश सरकार को भेजने पर सहमति बनी। इसके अलावा वर्ष 2019 में प्रयाग में अर्धकुंभ से पहले इलाहाबाद का नाम बदलकर प्रयागराज कर उसे सरकारी अभिलेखों में दर्ज करने की मांग हुई। परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि की अध्यक्षता में हुई बैठक में महामंत्री महंत हरि गिरि ने फर्जी बाबाओं के नाम का प्रस्ताव रखा। महंत प्रेम गिरि ने 14 नामों की घोषणा की।बैठक के बाद परिषद अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि का कहना है कि फर्जी धर्मगुरुओं से सनातन धर्म के स्वरूप को काफी नुकसान पहुंचा है। 

Such hypocrite babas should be put in jails, also their assets must be probed: Akhada Parishad National President, Mahant Narendra Giri pic.twitter.com/nO7Pt7RtPt

— ANI UP (@ANINewsUP) September 10, 2017

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हम फर्जी धर्मगुरुओं की सूची बनाकर उसे केंद्र व सभी राज्य सरकारों, चारों पीठ के शंकराचार्य व 13 अखाड़ा के पीठाधीश्वरों को भेजकर सामूहिक बहिष्कार करेंगे। उन्होंने बताया कि सूची में शामिल शमिल फर्जी बाबाओं को कुंभ, अर्धकुंभ, और अन्य धार्मिक मेलों में सरकारी सुविधा न मिले, यह पहल भी होगी।

इसके अलावा अर्धकुंभ को लेकर मेलाधिकारी व एसएसपी की नियुक्ति तत्काल करने, श्रद्धालुओं के पार्किंग की उचित व्यवस्था, 13 अखाड़ों का स्थायी निर्माण कराने, पेशवाई वाले मार्गों से अतिक्रमण हटाने, अर्धकुंभ में संत-महात्माओं व श्रद्धालुओं के लिए टोल टैक्स फ्री करने और मेला आने वाले समस्त संत-महात्माओं को खाद्य सामग्री बिना दिक्कत के उपलब्ध कराने की मांग शासन से की गई। इसके अलावा सोशल मीडिया में संतों व प्रमुख नेताओं के खिलाफ हो रहे गलत शब्दों के प्रयोग पर भी नाराजगी व्यक्त कर प्रशासन से अंकुश लगाने की मांग की हुई। इसके साथ ही अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद फर्जी बाबाओं के महात्मा लिखने पर रोक लगाने के लिए चेतावनी भी जारी किया। जिससे फर्जी और ढोंगी बाबाओं की करतूत से सनातन धर्म और साधु-संतों का नाम न बदनाम हो।

Akhil Bharatiya Akhara Parishad comes out with a list of Fake Babas: Asaram, Radhe Maa, Gurmeet Ram Rahim, Narayan Sai, Nirmal Baba,Om Baba pic.twitter.com/Q7wRMDtuwe— ANI UP (@ANINewsUP) September 10, 2017

 

यही नहीं, आतंकी घटनाओं को देखते हुए मेला की सुरक्षा पुख्ता करने, संगम के पास स्थित किला को सेना से खाली कराकर उसमें स्थित अक्षयवट व वेणीमाधव मंदिर दर्शनार्थ के लिए खोलने की मांग हुई। बैठक में महंत सत्य गिरि, महंत गोविंदानंद ब्रह्मचारी, महंत सोमेश्वरानंद ब्रह्मचारी, महंत धर्मदास, महंत नरेंद्र दास और महंत भगतराम आदि मौजूद रहे। बैठक के बाद परिषद अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि का कहना है कि फर्जी धर्मगुरुओं से सनातन धर्म के स्वरूप को काफी नुकसान पहुंचा है। हम फर्जी धर्मगुरुओं की सूची बनाकर उसे केंद्र व सभी राज्य सरकारों, चारों पीठ के शंकराचार्य व 13 अखाड़ा के पीठाधीश्वरों को भेजकर सामूहिक बहिष्कार करेंगे। उन्होंने बताया कि सूची में शामिल शमिल फर्जी बाबाओं को कुंभ, अर्धकुंभ, और अन्य धार्मिक मेलों में सरकारी सुविधा न मिले, यह पहल भी होगी।

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उन्होंने बताया कि फर्जी बाबा की सूची इस प्रकार है

1- आसाराम बापू उर्फ आशुमल शिरमलानी

2- सुखविंदर कौर उर्फ राधे मां

3- सच्चिदानंद गिरि उर्फ सचिन दत्ता

4- गुरमीत सिंह राम रहीम सच्चा डेरा, सिरसा।

5- ओम बाबा उर्फ विवेकानंद झा।

6- निर्मल बाबा उर्फ निर्मलप्रीत सिंह।

7- इच्छाधारी भीमानंद उर्फ शिवमूर्ति द्विवेदी।

8- स्वामी असीमानंद।

9- ऊं नम: शिवाय।

10- नारायण साईं।

11 राम पाल।

12- आचार्य कुशमुनि

13- बृहस्पति गिरि

14- मलखान गिरि।